80+ रूठे हुए दोस्त को मनाने की शायरी | बेस्ट फ्रेंड को मनाने के लिए शायरी

हेल्लो फ्रेंड्स आज के इस पोस्ट में हम आपके साथ अपने नाराज और रूठे हुए दोस्त को मनाने की शायरी शेयर करने वाले है जिसको पढ़कर आपका रूठा हुआ दोस्त खुश हो जायेगा.

दोस्तों फ्रेंडशिप में कई बार छोटी छोटी बातों पर आपका दोस्त आपके नाराज हो जाता है लेकिन आपको ज्यादा टेंशन लेने की कोई जरुरत नहीं है.

क्यूंकि ये सभी शायरी बहुत ही मस्त है और आपको इन शायरी को अपने रूठे दोस्त के साथ जरुर शेयर करना चाहिए और फिर देखना की वो आपकी ये शायरी पढ़ते ही मान जायेगा. तो फिर चलो दोस्तों पोस्ट को स्टार्ट करते है.

80+ रूठे हुए नाराज दोस्त को मनाने की शायरी

dost ko manane ki shayari

1
दोस्ती हो तो तेरे और मेरे जैसी हो
सबसे अलग हमारी यारी हो
एक रूठ जाय तो दूसरा माना के
ऐसी हम दोनों की दोस्ती हो

2
मेरे दिल का अजीज टुकड़ा है तू
जिसे मानता हूं अपना
वो मेरे दिल का हिस्सा है तू

3
दुनिया चाहे नाराज रहे मुझसे
मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता
पर अगर दोस्त नाराज हो जाए
तो फिर मेरा कहीं मन नहीं लगता

4
मेरी जिन्दगी में तुम बाहर बनकर आए हो
मेरे दिल पर तुम इस कदर छाय हो
तुम होते हो पास तो सब अच्छा लगता है
दोस्त तुम मेरी हंसी बनकर आए हो

5
तेरी दोस्ती कुछ ऐसी है
कांटो में फूल जैसी है
मेरा जीवन महक गया है तेरे आने से
तेरी दोस्ती तो अफताब जैसी है।।

6
दोस्त तू हमेशा मेरे साथ रहना
तू हमेशा मेरे पास रहना
मै हर मुश्किल में तेरा साथ दूंगा
तू बस कभी उदास मत रहना

7
अगर तू उदास रहता है
फिर मेरा मन नहीं लगता
तू मेरी जिंदगी है
तेरे बिना कुछ अच्छा नहीं लगता

8
अब है गुस्सा छोड़ भी देना
अब ये चुप्पी तोड़ भी देना
मेरी गलती तो बता मुझे
और ये नाराज होना छोड़ देना

9
जब दोस्त ही नाराज है
तो मै किसी से बात नहीं करूंगा
कोई कितना भी आय मुझसे मिलने
मै किसी से मुलाकात नहीं करूंगा

10
तू इस तरह उदास मत रहा कर
तू इस तरह मुझसे दूर मत रहा कर
तेरे सिवा कोन है मेरा इस दुनिया मै
तू मुझसे नाराज़ मत रहा कर

11
तुम मेरा दोस्त है यह खुशनसीबी की बात है
तू जब रहता है मेरे पास
तो फिर कोई भी गम नहीं मेरे पास है
तू हमेशा मेरे पास रहा कर
तेरे ना होने से मेरी हर खुशी उदास है

12
मुझसे दूर जाने की बात मत किया कर
तू मुझसे इस कदर नाराज मत हुआ कर
मैं तेरी नाराजगी सहन नहीं कर सकता
तू मेरा दोस्त है मैं तुझ से दूरी बर्दाश्त नहीं कर सकता

13
जब-जब तू नाराज हुआ है
मेरा दिल भी दुखी हुआ है
तो तुम जाता है मुझसे दूर
तेरे दूर जाने से
मेरा दिल हमेशा उदास हुआ है

14
मेरा दोस्त आज मुझसे नाराज बैठा है
ऐसा लगता है मानो जैसे हर कोई मुझसे नाराज बैठा है
कोई मुझसे बात नहीं करना चाहता
क्या मैं इतना बुरा हूं
की मेरा दोस्त मुझसे रूठा है

15
तेरी नाराजगी की कोई बात है तो बता
मुझसे दूर जाने से कोई वजह तो बता
तू तो मेरा इतना अच्छा दोस्त है ना
फिर आज रूठ जाने की वजह तो बता

16
तू आज मुझसे क्यों रूठा है
तू आज मुझसे इस कदर नाराज क्यों बैठा है
तू ही मेरी जिंदगी है मैं तुझे ही अपना सब कुछ मानता हूं
फिर तू क्यों आज मुझसे इस कदर नाराज बैठा है

17
दोस्ती में हमें कभी तेरा मेरा नहीं किया
हमने दोस्त को ही माना खुदा
हमने कभी उसे खुद से अलग नहीं किया

18
दोस्ती तो वह खुशनुमा एहसास होती है
जिसके पास नहीं होती है वह तरसता है
और जिसके पास होती है वह बहुत खुशनसीब होता है

19
दोस्त तू हमसे नाराज मत हुआ कर
तू हमसे दूर मत हुआ कर
तेरे दूर जाने से मेरा मन नहीं लगता
तू मुझसे इस कदर बात करना मत बंद किया कर

20
तेरी दोस्ती कुछ इस कदर मुझे खुश कर गई
मैं उदास था फिर देखो मेरी जिंदगी में खुशी बन कर आ गई
तू ही रहा मेरी जिंदगी में हमेशा
और देखो वह मुझे आज इतना हंसा गई

21
मैंने तुझे ही अपना माना है
मैंने तुझे ही अपना सब कुछ माना है
तू ही मेरा दोस्ती सबसे अच्छा है
मैंने दोस्ती कोई खुदा माना है

22
मेरी दोस्ती में कभी भी तेरा मेरा नहीं होगा
तू हमेशा मेरे पास रहेगा तो कभी मुझसे दूर नहीं होगा
मैं तुझे अपनी जान से भी ज्यादा मानता हूं
तू कभी उदास नहीं होगा

23
हमने जो दोस्ती में वादे ही किए हैं
मैं उसे निभाऊंगा भी
अगर तुम मुझसे नाराज हो जाएगा तो
मैं तुझे मनाउंगा भी
बस कभी दोस्ती तोड़ कर जाने की बात मत करना
वरना फिर मैं तेरे पास कभी नहीं आऊंगा भी

24
मैंने हमेशा तुझे अपनी दोस्ती की कसम दी है
मैंने हमेशा तुझे अपने पास रखा है
तू ही मेरी जिंदगी का वह रोशन सितारा है
जिसे मैंने कभी खुद से दूर नहीं रखा है

25
तू हमेशा मेरे पास रहे मैं तो बस यही चाहता हूं
अगर तू मेरे पास नहीं होता तो मेरा मन उदास होता है
फिर मेरी जिंदगी में कोई नहीं आता
हर पल मुझसे यही सवाल होता है

26
तेरी दोस्ती ही मेरी सबसे बड़ी पूंजी है
तेरी दोस्ती को ही मैं अपना मानता हूं
मैं नहीं और किसी से कभी कुछ नहीं चाहा
मैं सिर्फ तेरी दोस्ती को खुदा मानता हूं

27
दोस्ती हो तो तेरे जैसी हो वरना फिर होगी ना
अगर दोस्त हो तो तेरे जैसा हो
वरना मुझे फिर कोई हो ही ना

28
फिर दोस्त कुछ इस तरह असर कर रही
मुझे सब से दूर हो तुम्हें मेरे पास कर रही
तेरी दोस्ती कुछ ऐसी है
मेरी उदास जिंदगी में हसीन रंग भर गई

29
मैंने तेरी दोस्ती को ही सब कुछ माना है
मैंने तुझे अपना सब कुछ माना है
तू मेरा दोस्त है यह मेरी खुद किस्मत है
मेरी दोस्ती को भी अपना खुदा माना है

30
जब जब लोगों ने मुझसे के बारे में पूछा है
मैंने तुझे अपना भाई बनाया हूं
दोस्ती में दोस्त को दोस्त नहीं बनाता भाई बनाता हूं
क्योंकि मैंने दोस्ती में ही एक अनोखा रिश्ता बनाया है

31
तेरी मेरी दोस्ती इसी तरह कायम रहेगी
यह कभी भी टूटेगी नहीं
इसी तरह हम दोनों के दिल में रहेगी
हम चाहे कितना भी दूर चले जाएं एक दूसरे से
यह हमेशा हम दोनों को जोड़े रखेगी

32
मेरा दोस्त थोड़ा सा पागल है
और मेरा दोस्त मुझे जान से भी ज्यादा प्यारा है
मैं उसके बिना एक पल भी रह नहीं सकता
वह हम सब का इतना ज्यादा दुलारा है

33
जब मै उदास होता है तो वो मुझे हंसा देता है
सब कुछ भुला कर मुझे गले से लगा लेता है
बस वही मुझसे उदास बैठा है
मैं उसे मना नहीं पा रहा
जो मेरी जिंदगी के सारे गमो को दूर कर देता है

34
दोस्ती करोगी मुझसे आप नाराज मत होना
कभी भी मुझसे कहीं दूर मत जाना
तू मेरी दोस्ती हमेशा याद रखना
तुम हमेशा मुझसे दोस्ती निभाना

35
मैंने भी तुझसे दोस्ती बनाई है
मैंने तुझे अपना सब कुछ माना है
कि मेरा दोस्त है तू ये मैने सबको बताया है
और मैंने तेरी हर खुशी में तुझे अपना साथी बनाया है

36
बस तू खुश रहे इससे ज्यादा मुझे क्या चाहिए
तू अगर होता है मेरे पास तो फिर मुझे कोई नहीं चाहिए
तेरी उदासी से मैं घबरा जाता हूं
मुझे तेरे जैसा दोस्त नहीं मिलेगा कभी
मुझे तेरी यह नाराजगी नहीं चाहिए

37
तू मुझसे नाराज तो रहा ही मत कर
तू मुझसे दूर तो रहा ही मत कर
अब तू मेरी जिंदगी है और
मैं तुझे ही अपना सब कुछ मानता हूं
तु मुझसे इस कदर दूर रहा मत करो

38
अगर तू नाराज रहेगा तो फिर मैं भी नाराज हो जाऊंगा
फिर मैं तुझसे यह दोस्ती कभी नहीं निभाऊंगा
तू और रहेगा मेरे पास तो मै भी खुश रहता हूं
फिर हम दोनों ही ऐसी दोस्ती को बहुत आगे तक ले जाऊंगा

39
तेरी दोस्ती पर मुझे नाज है
मैं सबको प्यार से बताता हूं कि तेरे जैसा दोस्त
मेरे पास है हम दोनों की दोस्ती तो एक अलग ही इतिहास है जब रहते हैं हम दोनों साथ तो फिर डर की क्या बात है

40
तेरी दोस्ती ही मेरे लिए सब कुछ है
तेरी दोस्ती से बढ़कर मेरे लिए कुछ भी नहीं है
तेरी दोस्ती को ही मैं मानता हूं अपना सब कुछ
और मेरे लिए इससे बढ़कर कुछ भी नहीं है

41
अगर तू मेरे पास रहता है
तो फिर मुझे सब अच्छा लगता है
और तेरे बिना तो मुझे कुछ भी पता नहीं है रहता है
तू मुझसे उदास रहता है
तो मुझे फिर नींद भी आती नहीं है

42
तुम मुझसे इस तरह उदास मत रहा कर
ना तू मुझसे इस कदर रुठा मत किया कर
ना तू मेरा दोस्त है मैं तुझे अपनी जान से भी ज्यादा मानता हूं तुम मुझसे इस तरह दूर मत रहा करा

43
तेरी दोस्ती ही मेरा सब कुछ है तेरी दोस्ती मेरा ईमान है
तू ही डर रहता है मेरे पास तो फिर वह भी कितनी हसीन है
मैं तुझे अपना सब कुछ मानता हूं
और तू मेरी जिंदगी की बहुत बहुत ज्यादा अच्छी खुशनसीबी है

44
तू हमेशा मेरे पास रहना
तू हमेशा मुझसे इसी तरह बात करते रहना
मैं तुझे अपनी जिंदगी मानता हूं
मेरे दोस्त तुम मुझसे कभी दूर मत रहना

45
अगर तू मुझसे दूर हो जाएगा
फिर तुम मुझसे कभी नहीं मिल पाएगा
मैं तो तुझे अपनी जिंदगी मानता हूं
हमेशा और मानता रहूंगा
क्या तू फिर कभी लौट कर मेरे पास नहीं आएगा

46
तेरी दोस्ती अगर मेरे पास होती है
तो फिर मुझे किसी बात की कभी कोई
कमी महसूस नहीं होती है
तू मेरा दोस्त है यह मैं सबको बताता हूं हंस कर
फिर मेरे पास कभी किसी चीज की कोई कमी नहीं होती

47
अगर दोस्त ही नाराज हो जाएगा
तो फिर मैं किसके पास जाऊंगा
कोई मेरे पास नहीं रहेगा
मैं भी उदास हो जाऊंगा

48
चाहे मुझसे पूरी दुनिया नाराज हो जाए
चाहे मुझसे पूरी दुनिया दूर हो जाए
और मैं तेरी नाराजगी बर्दाश्त नहीं कर सकता
क्योंकि दोस्ती में तो हमारी जान बसती है
अगर जान ही रूठ जाएगी
तो हम कैसे जी पाएंगे
यह मैं सह नहीं सकता

49
तुमसे अब कभी नाराज मत होना
तुम मुझसे अपना भी किस तरह दूर मत होना
तेरी हर बात मानने के लिए तैयार हूं मैं
तू कभी दोस्ती में किसी तीसरे की बात मत सुनना

50
जो लोग तुझे मेरे खिलाफ भड़का रहे हैं
यह हम दोनों को दूर करने की साजिश बना रहे हैं
हम दोनों की दोस्ती से जलते हैं सब लोग
इसीलिए तुझे उल्टा सीधा सिखा रहे हैं

51
मेरा दोस्त मेरा भाई लगता है
मैं उसे सब कुछ मानता हूं
वह मेरी जान लगता है
उसके सिवा मैंने किसी से आज तक दोस्ती नहीं निभाई
वहीं मेरा सब कुछ लगता है

52
लो चाहे कितना भी हम दोनों को दूर करने की कोशिश कर ले पर वह हम दोनों को दूर कर नहीं पाएंगे
हम दोनों की दोस्ती तो बहुत अनोखी है
वह इसे कभी तोड़ नहीं पाएंगे

53
यह दोस्ती ऐसे ही हमेशा रहेगी
कि दोस्ती ऐसे ही हमेशा मेरे साथ रहेगी
मैं चाहे किसी के भी पास रहूंगा
तेरी दोस्ती हमेशा मेरे दिल में रहेगी

54
तेरी दोस्ती में ही मैंने जीना सीखा है
तेरे आने के बाद सही मैंने सब कुछ सीख है
तुम मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अंधेरे से निकाला है
मैंने तेरे साथ रोशनी में चलना सीखा है

55
वो जिंदगी बन रही है मेरी हर खुशी बन रही है
मेरी उसके बिना तुम एक पल भी रह नहीं सकता
वह दोस्ती ही है जो सब कुछ बन रही है मेरी

56
एक बार तुम्हें मोहब्बत के बिना भी रह सकता हूं
एक बार तो मैं खुद से मोहब्बत को दूर भी कर सकता हूं
पर जब दोस्त ही दूर चला जाएगा
तो फिर मेरी जिंदगी में क्या बताएगा
मैं दोस्त को कभी नाराज नहीं कर सकता हूं

57
दोस्त फिर नाराज हो जाता है
तो फिर वह ऊपर वाला भी हमसे रूठ जाता है
क्योंकि खुदा ने दोस्ती का रिश्ता ही सबसे नया बनाया है जिसके बिना हर कोई हमसे दूर चला जाता है

58
अगर दोस्ती हम दोनों एक दूसरे से ऐसे ही करते रहेंगे
तो फिर हम दोनों एक मिसाल कायम करते रहेंगे
तेरी दोस्ती ही मेरा इमान है
हम दोनों कभी इसे दूर नहीं करेंगे

59
तुझे जरूर मेरे खिलाफ किसी ने कुछ सिखाया है
तभी तुम मुझसे इस तरह नाराज होकर आया है
पर बता मैं तेरे लिए क्या करूं जिससे तुझे यकीन हो जाए
आज तुझे मेरी दोस्ती पर शक आया है

60
मेरा दोस्त दुनिया का सबसे अच्छा इंसान है
वह हर बात मेरी मानता है
वह मुझे दिल से अजीज और मेरी जान है
मै कभी उसे गाली भी दे देता हूं
मगर फिर भी उसकी दोस्ती पर जान कुर्बान है

61
तेरी दोस्ती पर तो सब कुछ निसार है
हम खुशनसीब हैं जो तेरे जैसा दोस्त हमारे पास है
तेरी दोस्ती ही है हमारे लिए वह चांद की रोशनी है
जिसके बिना यह संसार अधूरा और यह रात बेनिसार है

62
तेरी दोस्ती ही मेरा सब कुछ लगती है
वही मुझे अपना मानती है
तेरे बिना मैंने किसी को आज तक दोस्त नहीं समझा
तेरी दोस्ती ही मुझे अपनी जान लगती है

63
जिस दोस्ती को मैं कभी भुला नहीं सकता
जिसके अलावा मैं किसी और को गले लगा नहीं सकता
वह दोस्ती तेरी मुझसे ही है
मैं तेरे बिना किसी और को अपना बना नहीं सकता

64
मैंने तेरी दोस्ती को ही अपना बनाया है
मैंने तुझे ही अपने सीने से लगाया है
तू ही मेरा दोस्त है
और तुझे ही मैं अपना मानता हूं
मैंने तुझे अपना सब कुछ बनाया है

65
तू अगर मेरा दोस्त है तो फिर मुझे किसी बात की कमी नहीं है
तू अगर मेरे साथ है तो फिर मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है तू बस मेरे पास रहे मैं तो यही चाहता हूं
कि मुझे तेरे अलावा किसी से और कोई हमदर्दी नहीं है

66
क्या बात है क्या कमी है वह तो तू बताएं ना
मैंने तेरा क्या बिगाड़ा है मुझे पता है ना
इस तरह जो तुम मुझसे नाराज बैठा है आज
इसकी तू वजह तो बताएं ना

67
जब तक तेरी नाराजगी दूर नहीं कर दूंगा
मैं तब तक फिर किसी और से बात नहीं करूंगा
तेरी नाराजगी मुझे बहुत बुरी लगती है
मैं तेरे बिना फिर किसी और से दोस्ती नहीं करूंगा

68
शायद आज तुझे किसी ने कुछ कहा है
शायद आज किसी ने तेरा दिल तोड़ा है
कभी तू आज मुझसे भी नाराज बैठा है
शायद किसी ने फिर तुझे अकेला छोड़ा है

69
किसी के दूर जाने से कोई नहीं मरता
तू मेरा दोस्त है कभी मत भूलना
मैं तेरे पास हमेशा रहूंगा
तू ही मेरी जान लगता

70
तेरी दोस्ती ही मेरा सब कुछ है
तेरी दोस्ती मेरा ईमान है
तू ही रहता है हमेशा मेरे दिल में
और तेरी दोस्त ही मेरी शान है

71
मैंने तेरी दोस्ती ने तुझे अपना माना है
मैंने तेरी दोस्ती को ही सबसे ज्यादा माना है
मैं किसी के साथ नहीं रहा इतना
जितना मैंने तुझे अपना माना है

73
कुछ लोग जो हम से जलते हैं
वह हमारी बात भी नहीं करते हैं
तो उन लोगों की बातों में आ रहा है
जो हम दोनों के खिलाफ साजिश करते हैं

74
तू अगर दूसरों की बात सुनी जाती है
दोस्ती ज्यादा दिन तक चल नहीं पाएगी
तू अगर उन लोगों को मानेगा अपना
तो फिर यह दोस्ती कभी भी हम दोनों से टिक नहीं पाएंगे

75
ए दोस्त तेरी दोस्ती और तुम मुझे हमेशा चाहिए
तू मुझे और कभी किसी और पर नहीं चाहिए
तू मेरा रहे बस हमेशा मैं यही चाहता हूं
मुझे यह तेरा उदास चेहरा नहीं चाहिए

76
तेरी उदासी मुझे बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगती
यह उदासी मुझे तेरी बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगती
तू खुश ही हमेशा रहता है तो अच्छा लगता हैमुझे तेरी नाराजगी अच्छी नहीं लगती

77
अगर तुम मुझसे इस तरह नाराज रहेगा
अगर तुम मुझसे इस तरह दूर दूर रहेगा
तो फिर मैं भी तुझसे रूठ जाऊंगा
अगर तुम मुझसे इस तरह गुस्सा रहेगा

78
मुझे इस तरह नाराज मत हुआ कर
मुझसे इस तरह दूर जाने की बात मत किया कर
तू मेरा दोस्त है मेरी जान लगता है
मुझे छोड़कर जाने की ख्याल ना किया कर

79
मैंने तेरे लिए क्या नहीं किया
उनके लिए सब कुछ तो किया है
मैंने तुझे ही अपना सब कुछ माना है
मैंने तुझे इतना प्यार दिया है
तू हमेशा रहता है मेरे पास
मैंने तुझसे ही दोस्ती का सच्चा वादा किया है

81
तेरी दोस्ती नहीं होती तो फिर मेरा कोई नहीं होता
अगर तू नहीं होता मेरे पास तो फिर मेरा क्या होता
तेरे दोस्त ही मेरे लिए सब कुछ है
अगर तेरी दोस्ती नहीं होती तो फिर मेरी जिंदगी नहीं होती

82
दोस्ती ही मेरे लिए सब कुछ है
तेरी दोस्ती ही मेरे दिल मै है
मैं तुझे ही मानता हूं सब कुछ
तेरी दोस्ती पर मुझे नाज है
और तेरे जैसा सच्चा दोस्त मेरे पास है

83
तेरे जैसी दोस्ती किस्मत वालों को मिलती है
तेरे जैसा दोस्त नसीब वालों को मिलता है
तेरे जैसा दोस्त हो तो फिर मुझे किस बात की कमी है
तेरे जैसा दोस्त हैं बहुत कम लोगों को मिलता है

84
तुम मुझसे आज बिल्कुल भी नाराज मत रहना
तो मुझसे आज फिर उदास मत रहना
तू मेरी जिंदगी है मैं तुझे अपना सब कुछ मानता हूं
तो मुझसे इस तरह कभी दूर जाने की बात मत करना

85
मैं तुझे अपनी दोस्ती की कसम देता हूं
मैं तुझे अपना सब कुछ मानता हूं
तुम मुझसे कभी दूर जाने की बात मत करना
मैं तुझे ही दिलो जान से चाहता हूं

86
तू हमेशा मेरे साथ रहे मैं तो बस यही चाहता हूं
तू कभी मुझसे दूर ना हो मैं तो बस इतना ही चाहता हूं
यह जो लोग तुझे मुझसे दूर करना चाहते हैं
हमारी दोस्ती से जलते हैं
मैं तुझे बस इतनी सी बात है समझाना चाहता हूं

87
मेरा दोस्त अगर मुझसे नाराज रहेगा
अगर वह मुझसे इस तरह साथ रहेगा
तो फिर मैं किसके पास जाऊंगा
अगर वह मुझसे बात नहीं करेगा

88
तुम मुझसे बात करना कभी बंद मत करना
तुम मुझसे कभी दूर मत जाना
तू मेरा दोस्त है मैं तुझे अपनी जान मानता हूं
तो कभी मुझे भूल मत जाना

90
अगर तेरी मेरी दोस्ती में कोई बीच में आएगा
तो फिर हो हमेशा मारा ही जाएगा
क्योंकि हम दोनों की दोस्ती इतनी पक्की है
वह इसे कभी भी तोड़ नहीं पाया

91
मैं अब किसी पर यकीन नहीं करता
मैं अब किसी पर विश्वास नहीं करता है
तेरी दोस्ती पर ही यकीन है मुझे
मैं फिर तेरे अलावा किसी और से दोस्ती नहीं करता

92
तेरी दोस्ती पर ही मैंने यकीन किया है
तेरी दोस्ती को ही मैंने सब कुछ माना है
अगर तू दोस्त है मेरा तो फिर मेरे पास ही रहेगा
तो मुझसे कभी दूर नहीं जाएगा यह मैंने हमेशा जाना है

93
बस तुम मुझसे नाराज होना छोड़ दे
और यह लोगों की बातों में आना छोड़ दे
यह लोग तो हमें थोड़ी करना चाहते हैं
तुम्हें नहीं की बात मानना छोड़ दे

94
अरे तू ही सोचती को बनाए रखना चाहता है
अगर तू हमेशा इस दोस्ती को ऐसे ही कायम रखना चाहता है
तो फिर लोगों की बातों में मत आया कर
और उन जैसों की बातों में आकर मुझसे नाराज मत हुआ कर

95
अगर तू नाराज है तो मान लिया
हम तुझे माना भी देंगे
तू जो कहेगा हम कर भी देंगे
पर अगर तू दूसरों कि बात मानेगा
तो फिर हम तुझे कैसे अपना बना लेंगे

96
मैं बस तुझे आखिरी बार कह रहा हूं
मैं तुझे यह आज भी हिदायत दे रहा हूं
तुम मेरा दोस्त है इसीलिए तुझे आज छोड़ रहा हूं
तो यह बार-बार मुझसे नाराज मत हुआ कर
वरना फिर मैं दोस्ती का रिश्ता तोड़ रहा हूं

98
मैंने तुझे कितनी बार मनाने की कोशिश की है
मैंने तुझे कितनी बार अपने दिल से लगाने की कोशिश कि है
तो बार-बार नाराज होता है मैं हर बार मना लेता हूं
पर इस बार की नाराजगी तेरी बेवजह है
इसीलिए मैं फिर तुझ से बात नहीं करता हूं

99
मैं भी अब तुझसे कभी बात नहीं करूंगा
मैं भी अब तुझसे कभी मुलाकात नहीं करूंगा
तुझे जितना नाराज होना है हो जा
मैं कहीं भी तेरे पास नहीं आऊंगा
उससे दोस्ती नहीं निभाउंगा

100
तेरी दोस्ती ही मेरी सब कुछ थी
फिर दोस्ती ही मेरी इमान थी
दोस्ती मै अपनी जान भी दे सकता हूं
तेरी दोस्ती ही मेरी सब कुछ थी

निष्कर्ष:

तो दोस्तों ये था नाराज और रूठे दोस्त को मनाने की शायरी, हम उम्मीद करते है की आपको ये सभी शायरी जरुर पसंद आई होगी. अगर आप अपने रूठे फ्रेंड को मानना चाहते हो तो इन शायरी को उनके साथ अवश्य शेयर करे.

आप इस पोस्ट को १ लाइक जरुर करे ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगो को ये सभी फ्रेंडशिप की बेहतरीन शायरी पढ़ने को मिले धन्येवाद.

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