हेल्लो फ्रेंड्स, आज के इस पोस्ट में हम आपके साथ बेस्ट दोस्ती शायरी शेयर करने जा रहे है जिसको आप अपने फ्रेंड्स के साथ शेयर कर सकते हो.
हमारी लाइफ में हमारे दोस्त हमारे लिए बहुत काम आते है चाहे मुसीबत का समय हो या फिर एन्जॉय करने का टाइम हर वक़्त वो हमारे साथ रहते है इसलिए आप इन शायरी को उनके साथ जरुर शेयर करे.
True Friendship Shayari in Hindi
बेस्ट सच्ची दोस्ती शायरी
1
तेरी दोस्ती पर मुझे नाज है
तू है तो मुझमें साज है
तेरे बिना कोई नही है मेरा
तू ना हो तो मेरा मन उदास है।।
2
जब हम साथ मैं चलते है
दुश्मन हमारे नाम से जलते है
कोई नही है आज तो क्या हुआ
हम दोस्त को अपने पास रखते है।।
3
दोस्तों के बिना जिंदगी नहीं
उनके बिना खुशी नही होती
वो नही रहते पास अगर
तो हमारी कोई सुबह अच्छी नहीं होती।।
4
ए दोस्त खुश रहा कर
तेरे सिवा मैं किसी से प्यार नहीं करता
तू मोहब्बत से भी बढ़कर है
मैं तेरे अलावा किसी पर ऐतबार नही करता।।
5
जब भी कभी दोस्ती को याद किया जाएगा
हम दोनो दोस्तो का नाम लिया जाएगा
हमारी दोस्ती सबसे अलग है
इसका अलग ही मजा आएगा।।
6
जब भी कभी दिल उदास होता है
दोस्त के पास जाया करता हु
उससे बात करके
अपना मन बहलाया करता हू।।
7
मेरे जिगर के टुकड़े
मैं अपने दोस्तो को कहता हु
मैं उनके बिना अब कहा जिंदा रहता हूं।।
8
दोस्ती ने मुझे जीना सिखाया है
हर दर्द पर मरहम लगाया है
जब कोई नही था पास
तो दोस्त ने मुझे संभाला है।।
9
अब कुछ इस तरह मैं
उसकी दोस्ती का कर्ज चुकाऊंगा
जब भी वो आवाज देगा
दौड़ा चला जाऊंगा।।
10
दोस्त के बिना अब कही दिल नही लगता
उसके बिना बिना दिन नही बनता
वह अगर नहीं हो पास
तो मुझे महफिल में कुछ भी अच्छा नहीं लगता।।
11
यारो की महफ़िल जमती है
जब कभी चाय की तलफ लगती है
सब करते है हंसी मजाक
और जिंदगी खुशनुमा लगती है।।
12
थोड़ा सा सब्र कर लेना दोस्त
वो दिन भी जरूर आएगा
तुझे रुलाने वालो को
तेरा भाई सबक सिखाएगा।।
13
कुछ इस तरह हमने दोस्ती को निभाया है
आज कल किसी को गले नहीं लगाया है
जब से तू गया है दोस्त
कोई और इस दिल का हिस्सा नहीं बन पाया है।
14
दोस्ती कुछ तरह निभाएंगे
तेरे लिए अपनी जान भी दांव पर लगाएंगे
तू एक बार कहकर देखना
तेरे लिए काल से भी भिड़ जाएंगे।।
15
जब भी कभी तू याद आता है
मुझे वो गुजरा जमाना याद आता है
हम दोनो की दोस्ती का
वो अफसाना याद आता है।।
16
बचपन की मस्ती थी
बचपन की यादें थी
दोस्ती मैं फरेब नही था
बस दिल मैं खुद्दारी थी।
17
आज नही तो कल आएगा
हम दोस्तो का वक्त आएगा
तुम सब देखते रह जाओगे
और तुम्हारा भाई तबाही मचाएगा।।
18
जब दोस्तो के साथ होते है
किसी बात की फिक्र नहीं होती
उनके बिना कहा मिलती है खुशी
जब तक एक साथ मस्ती नही होती।।
19
थोड़ा हिसाब से रहा करो
हमसे यू ना उलझा करो
हमे हाथ लगाने से पहले
हमारे दोस्तो से मिला करो।।
20
अब मिलना नहीं होता
फोन पर भी बात नही होती
दोस्ती जिंदा है अब भी
पर अब मुलाकात नहीं होती।।
21
दूर जाने से दोस्ती कम नही होती
कुछ लोग हमेशा याद आया करते है
वो दोस्त दोस्त नही होते
जो दूर जाने पर भूल जाया करते है।।
22
जिंदगी अब रहे या ना रहे
पर ये दोस्ती हमेशा रहेगी
और ए दोस्त तेरे लिए जान
हमेशा हाजिर रहेगी।।
23
दोस्ती ने हमेशा साथ दिया है
अपनो ने हमेशा धोका दिया है
दोस्त हमेसा साथ रहा
दुनिया ने हमेशा शक किया है।।
24
दोस्तों के बिना जहां में कुछ नहीं होता
दोस्ती से बढ़कर कोई मजहब नहीं होता
दोस्त नहीं होते जिंदगी अधूरी है
दोस्ती में कहीं भी मतलब नहीं होता।।
25
मेरे दोस्तों ने मेरा हमेशा साथ दिया है
जब भी रहा हूं मुसीबत में
उन्होंने अपना हाथ दिया है
बेमतलब की दोस्ती की है उन्होंने
मुझे हमेशा प्यार दिया है।।
26
कुछ लोगों की दोस्ती इतनी अच्छी होती है
की हमे किसी रिश्ते की जरूरत नहीं पड़ती
जब याद आती है किसी अपने की
तो दोस्ती कभी कभी पीछे नहीं हटती।।
27
हम भी दोस्तो पर जान छिड़कते है
उन्हें अपना समझते है
दोस्ती की है हमने अगर
तो उसे अपनी जान समझते है।।
28
वो साथ साथ खेलना याद आता है
वो कॉलेज का सफर याद आता है
जो बदल गए दोस्त अब
उनका दोगलापन भी याद आता है।।
29
कभी कभी कुछ इस तरह याद आते है
जब हम पुरानी यादों मैं खो जाते है
वो वो भी क्या दिन थे
जब हम साथ पढ़ने जाते है।।
30
अब हम कहा रह पाएंगे
दोस्ती का फर्ज निभाएंगे
अगर वो मुझे अपना समझता है
तो हम भी उससे रिश्ता निभाएंगे।।
31
दोस्ती के बारे में ज्यादा नहीं जानता
मैं दोस्तो के धोखे को नही पहचानता
दोस्ती मैं क्या तेरा मेरा
मैं कभी दोस्त को दुश्मन नहीं मानता।।
31
हम ये फ्रेंडशिप डे नहीं मनाते है
हमारे दोस्त तो सारे जिगर के छल्ले है
हम उन्हे दिल से लगाते है।।
32
जब भी गिरा हु मैं
मुझे दोस्ती ने संभाला है
मेरा हाथ पकड़कर
मुझे हर परेशानी से निकला है।।
32
अब जिंदगी कैसे चल पड़ी है
राह मैं ये कैसी घड़ी है
जा रहे है दूर पढ़ाई करने
और दोस्तो से टूटी कड़ी है।।
33
दोस्ती हम इस कदर जताएंगे
जब भी वो आएगा मिलने
हम उसे गले से लगाएंगे।।
34
हंसी मजाक होती है
लड़ाई झगड़े होते है
दोस्तों मैं सब होते है
मगर मनमुटाव नही होते है।।
35
कभी मैं रूठ जाता हूं
कभी वो मुझे मना लेता है
कभी गुस्सा करता है
कभी गले से लगा लेता है।।
36
एक पागल से दोस्त है मेरी
हर वक्त मेरा सर खाती है
मैं उसे कहता हूं पगली
वो मुझे प्यार से पागल बुलाती है।।
37
मोहब्बत को छोड़कर दोस्तो को चुना था
मैं उस वक्त भी सही था आज भी सही हूं
जब मैने सबको छोडकर दोस्त का हाथ पकड़ा था।।
38
दोस्ती उस इंसान से करो
जो वक्त आने पर साथ दे
उस से मत करो
जो मुसीबत आने पर ज्ञान दे।।
39
दोस्ती मैं अहसान नहीं होता
दोस्ती मैं एहसास होता है
जब दो लोग मिलते है दिल से
तब ये रिश्ता होता है।।
40
अजनबी मिलते है दोस्त बन जाते है
फिर वो हमारे जिगर के टुकड़े बन जाते है
हर पल रहते है हम उनके साथ
वो ही हमारी जिंदगी बन जाते है।।
41
अब कुछ ऐसा लगता है
दोस्तो के बिना सुना लगता है
जब दोस्त नही होता पास
सब पराया लगता है।।
42
जिस पर खुद से ज्यादा यकीन किया
उसी दोस्त ने धोका दिया है
दोस्ती पर से उठ गया यकीन
जब दोस्त ने दगा किया है।।
43
अब दोस्ती नहीं रही पहले जैसी
क्युकी दोस्त बदल चुके है
एक चहरे के पीछे हजार चहरे है
हर रिश्ते के मतलब बदल चुके है।।
44
अब एक बात का ध्यान रखना
तू मेरा दोस्त है याद रखना
मैं ना भी रहूं तो क्या हुआ
तू अपना खयाल रखना।।
45
दोस्ती हमारी सलामत रहेगी
तेरी याद दिल मैं रहेगी
तू आज जा रहा है दूर
पर तेरे अलावा किसी से अब दोस्ती नहीं रहेगी।।
46
तेरी दोस्ती का रंग कुछ इस कदर चढ़ा है
हमने तेरी दोस्ती मैं
खुद को जिंदा रखा है।।
47
अब तू सलामत रहना
यही दुआ करते है
दोस्ती तो नही रही अब
फिर भी तुझे प्यार करते है।।
48
प्यार का इजहार कर दिया
दोस्ती को खत्म कर दिया
अब कुछ बचा ही नहीं है
मेने खुद को बर्बाद कर दिया।।
49
वो यादें अब भी याद है
जब क्लास मैं मस्ती करते थे
तेरी दोस्ती मैं हम
खुद को महफूज रखते थे।।
50
अब थोड़ा अलग किया जाएगा
जो दे चुके है धोका दोस्ती मैं
उनसे अब रिश्ता खत्म किया जाएगा।।
51
दोस्ती हमेशा ऐसी रखो
की लोग समझे
ये दोस्त नही भाई भाई है।।
52
भाई से बढ़कर उसे चाहा था
मेने उसे अपना सब कुछ माना था
जो दोस्त जान था मेरी
मेने उसके धोखे को जाना था।
53
अब दोस्ती पर यकीन नही रहा
मुझे अब किसी पर विश्वास नहीं रहा
जब दोस्त ही नहीं रहा मेरा
तो अब किसी पर ऐतबार ना रहा।।
54
जब किसी को वादा करो
तो निभाया करो
दोस्ती मैं यकीन होता है
उसे मत तोड़ा करो।।
55
मतलबी की दोस्ती से दूर रहते है
जो फिक्र नहीं करते उनसे दूर रहते है
बहुत निभा लिया हमने हर रिश्ता
अब झूठ और फरेब से दूर रहते है।।
56
दोस्ती होती है निभाने के लिए
दोस्त होता है सताने के लिए
हम नही रुला सकते उसे
क्युकी दोस्त होता है हंसाने के लिए।।
57
दोस्ती निभाओ तो दिल से निभाओ
वरना तुम भाड़ मैं जाओ
अगर दोस्त कहते हो अपने आप को
तो फिर वक्त पर साथ निभाओ।।
58
जब कभी पैसों की जरूरत पड़ी
उसने मेरा साथ दिया है
वक्त आने पर मुझे
अपना प्यार दिया है।।
59
मेरा दोस्त सबसे अलग है
उसकी झलक सबसे अलग है
हीरा है वो मेरी जिंदगी का
उसकी शान सबसे अलग है।।
60
जब तक दोस्त को गाली नहीं देते
उसे भी चैन नही आता
वो करता है बहुत तंग
अपनी आदत से बाज नहीं आता।।
61
थोड़ा खट्टा थोड़ा मीठा रिश्ता होता है
कभी लड़ाई तो कभी झगड़ा होता है
पर कितनी भी हो जाए दूरियां
दोस्ती का रिश्ता कभी खत्म नहीं होता है।।
62
हमारी दोस्ती सब पर भारी है
क्युकी दोस्तो को टोली हमारी है
अगर कोई कुछ कह दे हमे
तो फिर लड़ने की तैयारी है।।
63
कुछ इस तरह मैं अपने दोस्त मिलता हूं
अपने सारे गम भुलाकर उससे मिलता हूं
वो करता है मेरी परवाह हमेशा
मैं भी उससे मोहब्बत का रिश्ता रखता हूं।।
64
दोस्ती कभी तोड़ी नही जाती
दोस्त को कभी भुलाया नही जाता
जो अपना है वो अपना ही रहेगा
दोस्ती मैं कभी हक जताया नही जाता।।
65
कुछ लोग इस कदर हमसे जलते है
हमारे पीछे हमारी बुराई करते है
दोस्त है हमारे सारे जिगरी
इसीलिए वो हमसे जलते है।।
66
बचपन की दोस्ती कभी भुलाई नही जाती
दोस्त से कभी बाते छुपाई नही जाती
कुछ राज नही रहता दोस्तो मैं
क्युकी दोस्ती कभी तोड़ी नही जाती।।
67
कुछ हमारा कुछ तुम्हारा
सबका काम किया करते है
हम दोस्ती करते है उनसे
जो बवाल किया करते है।।
68
अब कभी बात नही होती
वो पहले जैसी मुलाकात नहीं होती
अब तो बस कहने को दोस्त है
वो पहले जैसी हंसी मजाक नहीं होती।।
69
जिंदगी मैं दोस्तो को साथ हमेशा पास रखना
उनकी यारी को सही सलामत रखना
क्युकी जब साथ नही देते अपने
तब तुम दोस्तो को याद करना।।
70
जब भी किसी ने हमे सताया है
हमे दोस्त हमेशा याद आया है
उसकी दोस्ती हमारे लिए वरदान है
दोस्त ने ही हमे जीने लायक बनाया है।।
71
दोस्त तो कभी अच्छे नहीं होते
वो कामिने ही पसंद आते है
उनके बिना कोई नही है हमारा
हमे वो ही सबसे ज्यादा पसंद आते है।।
72
अब कुछ इस तरह से काम करना है
आपको हमारा साथ हरदम रखना है
कुछ लोग कहते है हम बुरे है
फिर भी दोस्ती को कभी खत्म नहीं करना है।।
73
अब क्या सफर यही खत्म हो जाएगा
क्या हमे जिंदगी मैं सब कुछ मिल जाएगा
लोग क्या कहते है फर्क नहीं पड़ता
तेरे जैसा दोस्त हमे नही मिल पाएगा।।
74
यारा तेरी यारी को सबसे बढ़कर माना है
हमने तुझे अपना दिल माना है
तेरे जैसा कोई नही है
क्युकी तुझे अपना दोस्त माना है।।
75
जब भी तेरी दोस्ती की कसम खाते है
हम कभी झूठ बोला नही करते
अगर तू नही है पास हमारे
तो हम राज किसी के खोला नही करते।।
76
जब भी मुसीबत आती है
तू हमेशा मेरा साथ निभाता है
पराए तो चले जाते है छोड़कर
तू हमे अपना बनाता है।।
77
अब किसी से कुछ नही लेंगे
हम किसी को अब कुछ नही देंगे
लोग कहे हमे लाख बुरा
हम उनसे कभी बैर नहीं लेंगे।।
78
दोस्त की दोस्ती पर नाज है
कामिना ही सही लेकिन सर का ताज है
उसके बिना जिंदगी कुछ नही
वो हमारी महफिल की शान है।।
79
जब भी बात कभी तेरी आती है
दिल से हमेशा जुड़ जाती है
लोग कहे हमे पागल
पर वो दोस्ती की ही क्या
जो साथ तोड़ जाती है।।
80
कभी साथ छोड़कर नहीं जाना
कभी दिल तोड़कर नही जाना
दोस्त है तू हमारा
दोस्ती को फर्ज निभाना।।
81
दोस्ती तेरी सारे गमों को भुला देती है
हमे प्यार से वो गले लगा लेती है
हम दोनों दोस्त है हमेशा
इसलिए जिंदगी भी खुशनुमा रहती है।।
82
तू हमेशा मुझे अपने पास रखना
कभी गम का अंधेरा मत रखना
लोग क्या कहते है फर्क नही पड़ता
तू मुझे कभी अकेला मत करना।।
83
अब दोस्ती हो गई है
तो साथ जन्मों तक निभायेंगे
तू दोस्त है हमारा
हम तुझे छोड़कर कभी नही जाएंगे।।
84
इस दोस्ती को किसी की नजर ना लग जाएं
हमारे प्यार की किसी को खबर ना लग जाए
दोस्त मेरा सलामत रहे
उसे चाहे मेरी भी उम्र लग जाएं।।
85
उम्र की आखिर पड़ाव में हूं
फिर भी दोस्त ने साथ नही छोड़ा
सब चले गए छोड़कर
पर कभी दोस्त ने हाथ नही छोड़ा।।
86
कुछ हम भी कहते है कुछ वो भी कहता है
वो हमारा हम उसके रहता है
मैं बुलाता हूं उसकी मां को अपनी मां
वो मेरे पापा को पापा कहता है।।
87
मौत से डर नही लगता
तेरे दूर जाने से डर लगता है
तू अगर नही रहेगा मेरे पास
तो मुझे तेरी कमी से डर लगता है।।
88
अब कुछ नाही चहिए मुझे तेरे सिवा
तेरी दोस्ती के सिवा
अब तू हमेशा साथ रहना
मेरे साए की तरह।।
89
चल कही दूर जाकर आते है
थोड़ा जश्न मानकर माते है
आखिर हम भी तो देखे लोगो मैं कितना दम है
उनके घर खाना खाकर आते ही।।
90
बहुत सारी पागलपंती की है
मेने बहुत सारी गलतियां की है
पर दोस्त हमेसा मेरे साथ रहा है
मेने कभी दगाबाजी नही की बज।।
91
जब भी यारी दोस्ती का नाम आता है
मुझे मेरा दोस्त याद आता है
लोग कहते है वो बुरा है
पर मुझे तेरा प्यार याद आता है।।
92
तू हमेशा रहे या ना रहे
पर तेरी दोस्ती हमेशा साथ रहेगी
तेरा हाथ सर पर रहेगा
तो हर बला मुझसे दूर रहेगी।।
93
तू मेरा दोस्त है तू मेरा रास्ता है
जो निकाल लाए हर मुसीबत से
तू वो फरिश्ता है।
94
जब भी कभी उदास हुआ हू
तूने मुझे हमेशा हसाया है
तेरे बिना कोई नही है मेरा
तूने जब से गले लगाया है।।
95
स्कूल की दोस्ती भी न्यारी थी
हमे सबसे प्यारी थी
चार दोस्त थे जिगरी
और उनसे हमारी यारी थी।।
96
अब कुछ नही करना है
अब कुछ नही चाहना है
दोस्त अगर साथ हो
तो पीछे सारा जमाना है।।
97
थोड़ा सा रुक जाओ
अपनी बेईमानी का प्रसाद लेते जाओ
आ रहा है मेरा दोस्त अभी
तुम अभी उससे मिलकर तो जाओ।।
98
लड़ने मैं किसी से भी लड़ जाता है
कभी किसी से डरा नहीं करता
लोग कहते है उसे शेर
वो अपनी बात से कभी पीछे हटा नही करता।।
99
दोस्ती भी कितनी अजीब होती है
जो नही होती उससे ही होती है
रिश्ता कोई नही होता खास
फिर भी कितनी दिल्लगी होती है।।
100
अब कुछ इस तरह से हमे कुछ करना है
जो अधूरा रह गया था वो काम करना है
लोग कहे चाहे कुछ भी
हमे दोस्ती को सलामत रखना है।।
101
दोस्त तुझे छोड़कर नहीं जाएंगे
हमेशा दोस्ती को फर्ज निभाएंगे
जब भी तू याद करेगा हमे
आधी रात को हाजिर हो जाएंगे।।
102
अब तुम्हे बस इतना करना है
हमेशा साथ चलना है
दोस्ती मैं तेरा मेरा नही होता
सब कुछ आधा आधा करना है।।
103
जो साथ नही देता वो दोस्त किस काम का
और जो गलत सही ना बता सके
वो हमसफर किस काम का।।
104
अब तुम्हे बस इतना करना है
हमेशा हमारे साथ चलना है
अगर दोस्ती मैं लिखा हैं मरना
तो फिर साथ मरना है।।
105
दोस्ती हमेशा निभाना
बीच राह में मत छोड़ जाना
अगर नही कर सकते दोस्ती
तो फिर कभी शकल मत दिखाना।।
106
जब भी कभी तेरा कॉल आता है
मैं हमेशा दौड़ा चला आता हूं
तेरी हर मुसीबत में मैं अपना साथ निभाता हूं।।
107
जब से तू मेरा दोस्त बना है
मुझ पर गम का साया नहीं आया है
तेरी दोस्ती ने मुझे हमेशा हर बुरी नजर से बचाया है।
108
तू कभी अगर मुझ छोड़कर जाएगा
पर मेरे जैसा दोस्त भी कहीं नहीं मिल पाएगा
अगर मैं एक बार चला गया तो तू बहुत पछताएगा।।
109
एक बात को हमेशा याद रखना
मुझे कभी धोखा मत देना
क्योंकि बहुत दोस्ती में धोखा खा चुका हूं मैं
अब तू मुझे दगा मत देना।।
110
तेरी किसी बात का बुरा नहीं लगता
जब तू कहता है मुझे कमीना तो अच्छा लगता है
तू साथ रहे हरदम यही चाहता हूं मैं
तेरे मुंह से सब कुछ सुनना अच्छा लगता है।।
111
तेरे लिए मोहब्बत छोड़ दी हमने
तेरे लिए सब कुछ किया है हमने
बस तू साथ रहे हरदम
इसीलिए तुझसे दोस्ती किया है हमने।।
112
जिंदगी में कुछ नहीं चाहिए
जब तेरे जैसा दोस्त साथ होता है तो
फिर किसी का साथ नहीं चाहिए।।
113
जब भी कॉलेज जाया करते थे
दोनों लड़ जाया करते थे
पर फिर भी कभी दोस्ती में
दरार नहीं आया करती थी।
114
तू अब पास नहीं रहा तो क्या हुआ
तेरी दोस्ती हमेशा साथ रहेगी
वह मुलाकात आज भी याद है
ऐ मेरे दोस्त तेरी याद दिल में रहेगी।
115
जिंदगी का दिया हुआ अनमोल तोहफा है तू
मेरे लिए रब से मांगा हुआ कोई दुआ है तू
तेरी दोस्ती ना हो साथ अगर मेरे
तो मेरी जिंदगी का अंधेरा है तू।।
116
जब से मैंने तुझसे दोस्ती की है
सब अच्छा हो रहा है
अब तू मुझे प्यारा हो रहा है।।
117
वह सारी शरारतें आज भी याद है
वह स्कूल से घर जाना आज भी याद है
दोस्ती तो करते हैं लाखों से मगर
तू दिल में आज भी याद है।।
118
अब बस तू इतना सा काम करना
कि मुझ पर फिर कोई एहसान मत करना
तेरा दिया हुआ बहुत कुछ है मेरे पास
बस अब तू कभी धोखेबाजी मत करना।।
119
मेरे घर वालों के सामने तू शरीफ बन जाता है
पर तेरी आदतो का पता किसी को कहां लग पाता है
मैं जानता हूं तुझे अच्छे से
पर तू मेरी बात कहां मानता है।।
120
जब भी कभी घर से बाहर जाना होता है
तु मुझे लेने आता है
अपनी जिम्मेदारी पर मुझे घर से बाहर ले जाता है।।
121
सब यकीन करते हैं तुझ पर
मैं भी बहुत विश्वास करता हूं
इस विश्वास की लाज रखना ए दोस्त
मैं तुझे अपनी जान से ज्यादा प्यार हूं।।
122
तू अगर साथ नहीं होता
तो फिर मेरा कुछ भी नहीं होता
तूने ही दिया है सब कुछ
तेरे बिना तो मेरी जिंदगी में उजाला नहीं होता।।
123
लड़की की दोस्ती भी सबसे अच्छी होती है
क्योंकि वह बहुत प्यारी होती है
कभी बहुत सताती है हमको तो कभी बहुत डांटती है
पर उसकी दोस्ती में कभी दगाबाजी नहीं होती है।।
124
हजारों रिश्तेदारों से एक दोस्त बेहतर है
क्योंकि वह हमें अच्छे से जानता है अच्छे से पहचानता है और मुसीबत आने पर कभी भी साथ नहीं छोड़ता है।।
125
आज भी याद है वह दिन जब स्कूल में हम मिले थे
तो पहली बेंच पर मैं और लास्ट बेंच पर तुम थे
पर जब से दोनों में दोस्ती हुई
हम दोनों एक दूसरे के दिल में थे।।
126
वो टीचर के साथ मस्ती
क्लास छोड़ कर भाग जाना
आज कि मुझे याद है हम दोनों का याराना।।
127
अब कुछ इस तरह बाकी की जिंदगी बिताना है
तू नहीं साथ फिर भी तेरे लिए दुआ करते जाना है
ए दोस्त तू जहां रहे खुश रहना
तेरी दोस्ती में अभी भी मुझे साथ निभाना है।।
128
अब कुछ इस तरह से दोस्ती निभाऊंगा
अगर तू याद नहीं करेगा मुझे
तो मैं भी तुझे कॉल नहीं लगाऊंगा।।
129
जब से वह आखिरी पेपर हुआ है
तब से कुछ दोस्त दिखाई नहीं देते
नंबर तो है उनका मेरे पास
मगर वह साथ दिखाई नहीं देते।।
130
कुछ दोस्त अब व्हाट्सएप स्टेटस देखने के लिए ही बचे हैं उनसे अब बात नहीं हुआ करती
और जो नहीं रहते अब साथ मेरे
मेरी उनसे मुलाकात नहीं हुआ करती।।
131
नए दोस्त बन जाने पर
वह पुराने को भूल गया पर
जब याद आए उस पर मुसीबत
तो इस दोस्त का याराना भूल गया
उसने बुलाया मुझे मगर में नहीं गया
क्योंकि वह दोस्ती का उसूल भूल गया।।
132
अब तेरे साथ इस कदर दोस्ती निभाऊंगा
जब तक तू नहीं आएगा मुझसे मिलने को
मैं भी तेरे घर पर नहीं आऊंगा।।
133
धीरे-धीरे जिम्मेदारियों का बोझ इतना बढ़ गया है
कि दोस्तों के साथ मिलना जुलना कम हो गया है
वह कहीं मशरूफ रहता है अपने काम में
मैं कहीं बिजी रहता हूं अपने काम में।।
134
यह जिंदगी ऐसे ही चलती जाएगी
इसे ऐसे ही चलाते जाना है
अरे दोस्त तेरे बिना तो मेरा कहां ठिकाना है।।
135
खुदा हमेशा साथ नहीं रह सकता
इसीलिए उसने मां बनाई है
और जिनके भाई नहीं होता पास
उनके लिए खुदा ने दोस्ती बनाई है।।
136
कुछ दोस्त ऑनलाइन मिल जाते हैं
पर वह दिल में इस कदर बस जाते हैं
उनसे बात होती है रोजाना
और वह हमारे करीबी हो जाते हैं।।
137
अब मुझे कुछ नहीं सुनना
मुझे अब तेरी कोई बात नहीं सुनना
अगर तुम नहीं रहता मेरे पास तो ना सही
पर मुझे अब तुझे दर्द में नहीं देखना।।
138
यहां से वहां तक सारे जहां में चर्चे हैं
तू मेरा दोस्त है इसीलिए मेरे बहुत खर्चे हैं।।
139
जब भी गर्लफ्रेंड की बात आती है
तू मुझे हमेशा चीढ़ाया करता है
तेरी नहीं है कोई बंदी
इसीलिए तु हर एक को पटाया करता है।।
140
अब जरा संभल कर रहना
मैं तेरे साथ नहीं रहने वाला
मैं जा रहा हूं तुझे छोड़कर
तुझे मुसीबत से नहीं बचाने वाला।।
141
वादा किया था मैंने कि साथ नहीं छोड़ कर जाऊंगा
पर क्या करूं जब तूने साथ नहीं निभाया
तो मैं कैसे निभाऊंगा।।
142
दोस्ती जब से तुझ से की है मैंने
फिर किसी को दोस्त नहीं बनाया है
दोस्त बस तू एक अकेला ही काफी है
मैंने और किसी को मुंह नहीं लगाया।।
143
दोस्त एक हो वही अच्छा है
मगर ऐसा रखो जो हर दम सच्चा है
लाखों में एक हो उसकी दोस्ती
और लोग कहे यह दोनों तो एक ही मां का बच्चा है।।
144
जब तक तू मेरे साथ है मुझे किसी बात का गम नहीं है
मुझे लगा दे कोई हाथ सी में इतना दम नहीं है
तुम मुझे बचा लेना याद है मुझे
क्योंकि तेरी दोस्ती में धोखेबाजी नहीं है।।
145
जब हम शहर में निकला करते हैं
हर तरफ़ हमारी दोस्ती के चर्चे हुआ करते हैं
लोग खाते हैं हमारे नाम की कसमें
क्योंकि हम दोस्ती में सच्चे हुआ करते हैं।।
146
कुछ इस तरह से जिंदगी बिताई जाएगी
उनके बिना ही अब दोस्ती निभाई जाएगी
वह तो चला गया छोड़कर मगर
किसी और से अब उम्मीद नहीं लगाई जाएगी।।
147
उसने सोचा था मैं टूट कर बिखर जाऊंगा
जब मोहब्बत से मैं दिल हार जाऊंगा
पर उसे पता नहीं था
मेरे पास सोने जैसे यार हैं
जिनकी होने से मैं फिर से उठ जाऊंगा।।
148
जब मोहब्बत धोखा देती है
तो दोस्त याद आते हैं
दोस्त धोखा देते हैं तो दिल ही टूट जाते हैं।।
149
दोस्ती दोस्ती होती है
वह धर्म और मजहब नहीं देखती
हिंदू मुस्लिम हो या सिख इसाई
वह दोस्तों में जात पात नहीं दिखती।।
150
जिनके बहुत सारे दोस्त हुआ करते हैं
वक्त पर एक भी काम नहीं आया करते हैं
इतनी बड़ी फौज रखने से क्या फायदा
जब वह सिर्फ इंसान से ही डर जाया करते हैं।।
151
अब यह मत कहना कि मैं चला जाऊंगा
अगर चला भी गया तो भी तुझे बचाऊंगा
क्युकी मैं धोखेबाज नही हूं में मेरे
मैं दोस्ती का फर्ज निभाउनगा।।
152
सुबह सुबह तेरा मुझे याद करना
और फिर गाली देकर वह बात करना
वह चाय वाली टापरी याद है मुझे
और तेरा मिलना अभी तक याद है मुझे।।
153
साथ में चाय पीने जाना
और फिर वह हसीन लम्हे बिताना
कॉलेज के हॉस्टल में आकर मस्ती करना
बारिश में भी भीग जाना
क्या दोस्ती थी वो यार
और कितना अच्छा था वो जमाना।।
154
दिल से बस एक ही दुआ करता हूं
तू साथ रहे मेरे यही इबादत करता हूं
खुदा से मानता हूं तेरी खुशी हर रोज
ए दोस्त मैं तुझे अपने दिल में रखता हूं।।
155
जब पहली बार मोहब्बत हुई थी तू ने मुझे समझाया था लड़की छोड़ कर चली जाएगी भाई
मत कर मोहब्बत पर मैं नहीं माना था
जब वह गई छोड़कर तो मैं बहुत पछताया था
पर तू था ना मेरे पास
तूने मुझे फिर भी गले से लगाया था।।
156
हमेशा भाई भाई कहता है
पर भाई से ज्यादा साथ निभाता है
आजकल भाई तो हो जाते हैं पैसों के लिए दूर
पर दोस्त हर मुसीबत में काम आता है।।
156
जब भी मुझे उसकी जरूरत पड़ी है
उसने कभी मना नहीं किया
अगर पैसे मांगे मैंने उससे तो
उसने उसका दुगना ही दिया।।
157
तेरी दोस्ती को हम दिल में बसा कर रखेंगे
तेरी याद को हम दुनिया से छुपा कर रखेंगे
क्योंकि अब दिखा नहीं सकते किसी को दर्द
ऐ दोस्त तेरे जाना हम किसे बर्दाश्त करेंगे।।
158
मेरे साथ ना सही पर मेरे बाद मुझे याद रखना
तूने नहीं निभाई दोस्ती तो क्या हुआ
जब जरूरत पड़े तो मुझे याद करना।।
159
कुछ दोस्त इतने निकम्मे होते हैं
वक्त पर कभी नहीं आते और
जब हम कह देते हैं उन से लड़ाई हो गई है भाई
तो वह चार जनों को और ले आते हैं।।
160
अब तू जहां भी जाएगा
हमेशा मुझे साथ पाएगा
तूने की है दोस्ती किसी यार दिलदार से
इसीलिए तू कभी खुद को अकेला महसूस नहीं कर पाएगा।।
161
तेरी यादों को इस कदर दिल में बसाना है
तू चला जाएगा छोड़कर
फिर भी हर रोज तुझे फोन लगाना है
बातें बताऊंगा तुझे अपने सारे दिन की
तू जहां भी रहेगा तुझे बहुत सताना है।।
162
स्कूल बदले घर बदले कॉलेज बदले
वह कहीं और चला गया हमने बहुत सारे यार बदले
पर वह आज भी दिल में है हमेशा
हमने चाहे कितने भी शहर बदले।।
163
नए दोस्त आ जाने से पुरानी की जगह कोई नहीं ले सकता और जो दिल में बसता है
उसे कभी कोई नहीं निकाल सकता
दोस्ती हमेशा जिंदा रहती है
तेरे जाने के बाद भी
क्योंकि दोस्ती को कभी कोई मार नहीं सकता।।
164
तेरी यादें आज भी है मेरे पास
तू ना हुआ तो क्या हुआ
कुछ तस्वीरें आज भी है मेरे पास।।
165
वह स्कूल की विदाई आज भी याद है मुझे
कहीं चेहरे नहीं दिखे उसके बाद आज भी याद है मुझे
और तू चला गया किसी दूसरे शहर में पड़ने
पर वह आखिरी मुलाकात आज भी याद है मुझे।
166
जब भी कभी दोस्ती तेरी याद आयेगी
हर वक्त हमारी मिसाल दी जाएगी
लोग कहेंगे दोस्ती तो उन्होंने की थी
हमने तो बस सिर्फ आग लगाई थी।।
167
कभी जान भी देनी पड़े तेरे लिए तो वह भी दे देंगे
तू तो मेरा यार है तेरे लिए कुछ भी कर देंगे।।
168
अब ज्यादा एहसान मत गिना
अगर तूने किया है मेरे लिए बहुत कुछ तो
मैंने भी बहुत कुछ किया होगा
पर तू निकला दगाबाज
तो अब अपनी औकात में दिखा।।
169
कुछ लोग कितने भी बुरे हो जाएं
और वह हमसे ज्यादा बुरे नहीं हो सकते
हमारे दोस्त हैं हमारे साथ इसीलिए
वह हमसे ज्यादा ऊपर नहीं हो सकते।।
170
किसकी बात कर रहे हो इसको मार डालोगे
उसका दोस्त अभी जिंदा है तुम उसे कैसे हाथ लगा लोगे।।
171
जो हाथ तेरी तरफ उठाया जाएगा
वह उसी वक्त तोड़ दिया जाएगा
क्योंकि दोस्ती की है तूने हमसे
तो फिर दोस्ती में दोस्त फर्ज निभाया जाएगा।।
172
तेरी यारी कुछ इस तरह असर कर गई
मैं था बहुत ही बुरा
पर वह मुझे सच्चा दोस्त कर दे गई।।
173
अब जब तुझसे वादा किया है
तो फिर सारे गलत काम छोड़ देंगे
पर जब भी बात तुझ पर आएगी
तेरी दुश्मन की हड्डी तोड़ देंगे।।
174
दोस्ती दोस्ती का खेल हम नहीं खेलते
हम दोस्त के लिए जान दे देते हैं
दोस्त है कैसा भी हो
हम उसे फिर भी पागल कह देते हैं।।
175
जरा मेरी बात को याद रखना
मैं चला जाऊंगा एक दिन तुझे छोड़कर
पर जब भी कभी मुसीबत हो तो
मेरा नंबर अपने फोन में रखना।।
176
दोस्त वही सच्चे होते हैं
जो व्हाट्सएप पर नहीं हकीकत में बात किया करते हैं और जब भी कभी समय मिलता है
तो हमें याद किया करते हैं।।
177
मैं और मेरा दोस्त दोनों एक जैसे हैं
दोनों हड्डियां तोड़ने में यकीन रखते हैं
अगर कोई तोड़ता है हमारी दोस्ती
तो हम उसकी छाती तो होने का दम रखते हैं।।
178
अब तो क्या मुझे डर दिखा रहा है
तो खुद अपनी औकात बता रहा है
याद रखना मेरे पास भी दोस्तों की टोली है
और तुम मुझे इन बच्चों से डरा रहा है।।
179
तू अपनी औकात भूल जाया करते हैं
और हमें सबक सिखाएं करते हैं
पर हम भी हैं उनके बाप
यह वह भूल जाया करते हैं।।
180
दोस्ती जिगर के टुकड़े होते हैं
जिगर के छल्ले होते हैं
और उनकी यादें ही काफी होती हैं पास रहने को
क्योंकि वह हमारे सबसे सच्चे यार होते हैं।।
181
अब तुम हमारा क्या बिगाड़ लोगे
बात करने से कुछ हुआ नहीं करता
और तू आजा कितने को भी लेकर
मैं तेरे बाप से डरा नहीं करता।।
182
दोस्ती दोस्ती होती है चाहे वह लड़की से हो या लड़के से क्योंकि दोस्ती में मतलब नहीं होता
और जहां मतलब होता है वहां याराना नहीं होता।।
183
तेरे जन्मदिन की बड़े धूमधाम से मनाते हैं
तेरी हर याद को सेलिब्रेट करते हैं
तो दोस्त हमारा है जान
हम तुझे हमेशा दिल की गहराइयों में बसा कर रखेंते है।।
184
अब अगर छोड़कर जाने की बात करेगा
तो बहुत मार खाएगा फिर
क्योंकि तूने दोस्ती हम से की है
जब तू इस तरह डर जाएगा,।
185
हम भी अब किसी से डरा नहीं करते
किसी की बात का बुरा माना नहीं करते
जब दोस्ती हमारे साथ
हम और किसी से रिश्ता रखा नहीं करते।।
186
तेरे लिए क्या लिख पाऊंगा दोस्त
तू तो खुदा का दिया हुआ और कोहिनूर हीरा है
जिसकी फर्क सिर्फ एक जौहरी ही कर सकता है।।
187
तेरी खुशी से बढ़कर हमने तो कुछ नहीं चाहा
और तेरी दोस्ती को ही हमने खुदा माना है
तो दे सकता है हमें धोखा
पर हमने तेरे साथ सच्चा रिश्ता निभाया है।।
188
अब तू कहां भी ले जाएगा तो क्या फर्क पड़ता है
तेरे साथ कहीं भी जाने को तैयार हैं
हमारी दोस्ती तो मौत तक रहेगी
हम नरक में भी तेरे भागीदार है।।
189
तुम पर क्या शायरी लिखूं
लिखते लिखते खुबिया कम पड़ जाएंगे
इतनी खूबियां इतनी है
बताते बताते मेरे हाथ थक जाएंगे।।
190
जरा संभल कर हमारी बुराई किया करो
हर तरफ हमारे दोस्त रहा करते हैं
तुम हमें मार नहीं पाओगे चारो तरफ
जिगर के टुकडे रहा करते हैं।।
191
जिनको दिल दिया था वह तो दिल तोड़ कर चले गए
पर जिन से दोस्ती की थी वह भी साथ छोड़ कर चले गए।।
192
कुछ लोगों से बात करना अब मैंने भी बंद कर दी है क्योंकि उनकी दोस्ती में भी मैंने मतलबी देख ली है
और मैं अब दोस्ती नहीं रखता
क्योंकि मैंने उनकी असलियत देख ली।।
193
जानता हूं तूने दोस्ती नहीं निभाई है
यह भी जानता हूं तूने किसी और की दुश्मनी निभाई है फिर भी तुझे माफ करता हूं मैं ए मेरे दोस्त
क्योंकि मैंने तो सच्ची यारी निभाई है।।
194
तूने दिया है धोखा पर मैं नहीं दूंगा
जब भी जरूरत पड़े याद कर लेना हर वक्त तेरा साथ दूंगा।।
195
दोस्ती में कुछ भी अलग नहीं होता
दोस्ती को पैसों से तोला नहीं जा सकता
दोस्ती तो एक अनमोल रिश्ता है मेरे दोस्त
उसे इस तरह निभाया नहीं जा सकता।।
196
तेरे साथ कुछ हसीन यादें थी मेरी
पर उन्हें भुला दूंगा मैं
जब तू ने दिया है धोका
तो फिर किसी और से दोस्ती निभा लूंगा मैं।।
197
बस तू इतना याद रखना तू मेरा यार है
तेरी सलामती की दुआ करते हैं हम
तेरी जिंदगी में ना आए कोई गम
और तू मेरा दोस्त रहे हरदम।।
198
यारा तेरी यारी तो मौत तक साथ जाएगी
और ये दोस्ती हर दम निभाई जाएगी।।
199
अब तेरे साथ दोस्ती हो गई
दूरियां मिट गई है
और दिल्लगी हो गईं हैं।।
200
तेरी दोस्ती की कसम खाते है
हम सच्चे यार हैं
हमेशा साथ निभाते हैं।।