कंपनी का CEO कैसे बने | CEO बनने के लिए क्या करे

कंपनी का CEO कैसे बने: हम सभी अपनी जिंदगी में कुछ ना कुछ बड़ा करने की अवश्य सोचते हैं, परंतु बहुत कम ही ऐसे लोग होते हैं, जो मेहनत करके अपनी मंजिल को प्राप्त कर पाते हैं।

आज के समय में ऐसे कई लोग हैं, जो किसी न किसी कंपनी में सीईओ का पद पाना चाहते हैं, परंतु वह उसके लिए मेहनत नहीं करते और इसके अलावा कभी-कभी जानकारी ना होने के कारण भी वह सीईओ के पद को प्राप्त नहीं कर पाते हैं। वैसे तो दोस्तों आपने कभी ना कभी सीईओ ऑफिसर के बारे में सुना ही होगा

अगर आपने नहीं सुना या फिर आप सीईओ के बारे में नहीं जानते, तो चिंता बिल्कुल भी ना करें, क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको सीईओ क्या होता है और सीईओ ऑफिसर कैसे बनते हैं, इसके बारे में जानकारी प्रदान करने वाले हैं।

आज के इस आर्टिकल में आप सीईओ कैसे बने, इसके बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार से पाने वाले हैं, तो चलिए चलते हैं मुख्य मुद्दे पर और जानते हैं कि सीईओ कैसे बना जाता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किसी भी कंपनी में सबसे बड़ा पद सीईओ का ही होता है और इस पद को हासिल करने के लिए उस कंपनी में काम करने वाले विभिन्न कर्मचारी काफी प्रयास करते हैं।

कुछ तो इस पद को पाने के लिए अपनी योग्यता का सहारा लेते हैं और कुछ लोग इस पद को पाने के लिए मैनेजिंग डायरेक्टर की चाटुकारिता करते हैं, परंतु चाटुकारिता से अच्छा है कि आप इस पद को अपनी योग्यता के दम पर पाए।

किसी भी कंपनी में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को हैंडल करने का काम एक सीईओ अधिकारी ही करता है। कहने का मतलब है कि किसी भी कंपनी में जितने भी कर्मचारी काम करते हैं, वह सभी कर्मचारी सीईओ के अंतर्गत ही काम करते हैं।

सीईओ का पद जितना बड़ा है, उतना ही कठिन है इसे हासिल करना क्योंकि जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि सीईओ का पद किसी भी कंपनी में सबसे बड़ा पद होता है और इसीलिए इस पद को पाने के लिए आपको काफी मेहनत करने की आवश्यकता होती है।

साथ ही इस पद को पाने के लिए आपके अंदर एक जुनून भी होना चाहिए, इसके अलावा आपको सीईओ कैसे बनते हैं, इसके बारे में जानकारी भी होनी चाहिए। इसलिए आज के इस आर्टिकल में हमने उन लोगों को टारगेट करते हुए यह पोस्ट लिखी है, जो सीईओ बनने की इच्छा रखते हैं।

कंपनी का CEO कैसे बने

किसी कंपनी का CEO बनने के लिए क्या करे

CEO kaise bane

1. सीईओ क्या है

अगर हम सीईओ के बारे में बात करें तो सीईओ का पद किसी भी कंपनी, संस्था, इंस्टिट्यूट या संगठन का सबसे बड़ा पद होता है और एक सीईओ ऑफिसर ही किसी भी कंपनी, संस्था, संगठन या इंस्टिट्यूट का मुख्य अधिकारी और कर्ताधर्ता होता है।

कंपनी को किस तरह चलाना है, यह सीईओ अधिकारी ही निश्चित करता है और कंपनी से जुड़े हुए सभी निर्णय लेने का अधिकार भी सीईओ अधिकारी के पास ही होता है।

अगर हम यह कहें कि सीईओ अधिकारी किसी भी कंपनी या संस्था का आधा मालिक होता है, तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी, क्योंकि कंपनी का मुख्य मालिक सारा काम सीईओ के भरोसे ही छोड़ता है और सीईओ ऑफिसर की यह जिम्मेदारी होती है कि वह कंपनी को सही ढंग से चलाएं और कंपनी को ऊंचाइयों तक ले जाए।

इसके अलावा कंपनी को कैसे काम को करने से ज्यादा फायदा होगा, इसका निर्णय भी सीईओ अधिकारी भी लेता है।इसके अलावा कंपनी को किसके साथ डील करनी है, किसके साथ काम करना है, किसे पार्टनरशिप देनी है,इसका निर्णय भी सीईओ अधिकारी ही लेता है।

2. सीईओ का फुल फॉर्म

अगर हम अंग्रेजी में सीईओ के फुल फॉर्म के बारे में बात करें, तो इसका अंग्रेजी में फुल फॉर्म होता है चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर तथा इसे हिंदी में मुख्य कार्यकारी अधिकारी कहा जाता है।

3. सीईओ कैसे बने

अगर आप किसी कंपनी का सीईओ बनने के बारे में सोच रहे हैं, तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यहां तक पहुंचने के लिए आपको विभिन्न चरणों से गुजरना होगा।

जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया है कि सीईओ किसी भी कंपनी का सबसे बड़ा पद होता है, इसीलिए सीईओ बनना कोई मजाक की बात नहीं है। इसके लिए आपको विभिन्न प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है। सीईओ बनने के लिए आप डायरेक्ट इस पर नहीं पहुंच सकते बल्कि आपको धीरे-धीरे इसे प्राप्त करना होगा।

हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आप किसी भी कंपनी का डायरेक्ट सीईओ नहीं बन सकते, बल्कि किसी भी कंपनी का सीईओ बनने के लिए सबसे पहले आपको उस कंपनी में किसी भी पद पर काम करने के लिए भर्ती होना पड़ेगा और अपनी अच्छी परफॉर्मेंस देकर कंपनी के नजर में अपने आप को लाना होगा। मतलब कुल मिलाकर आपको कंपनी के अंदर अपनी एक अच्छी इंप्रेशन बनानी होगी।

आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि किसी भी कंपनी के सीईओ का सिलेक्शन उस कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर करते हैं।बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की टीम में चार पांच ऐसे लोग होते हैं, जिन्होंने उस कंपनी को स्थापित करने में अपना योगदान दिया होता है।

जब आप बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की नजर में आते हैं, तो वह आपके काम करने के तरीके, आपके अंदर के गुण और कंपनी के प्रति आपके समर्पण को देखते हुए आप का चुनाव कंपनी के सीईओ के पद के लिए करते हैं और इस तरह से आप कंपनी के सीईओ बन जाते हैं।

जब आप एक बार किसी कंपनी के सीईओ बन जाते हैं, तब आपको उस कंपनी को अधिक से अधिक फायदा पहुंचाने के लिए अच्छा काम करना पड़ता है और इसके बाद अगर कभी आप उस कंपनी को छोड़ देते हैं, तो आपको दूसरी किसी कंपनी में आपके पिछले सीईओ के पद के परफॉर्मेंस को देखते हुए आसानी से नौकरी मिल जाएगी।

4. सीईओ की सैलरी

कई ऐसे लोग हैं, जो इंटरनेट पर यह सर्च करते रहते हैं कि आखिर एक सीईओ को कितनी सैलरी मिलती है, तो हम जैसे लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि हमारे भारत देश सहित दुनिया के सभी देशों के किसी भी कंपनी में काम करने वाले सीईओ को बहुत ही अच्छी सैलरी मिलती है।

क्योंकि यह बहुत ही बड़ा पद होता है, इसलिए इसमें काम के हिसाब से सैलरी भी अधिक होती है।

किसी भी कंपनी के सीईओ ऑफिसर की सैलरी इस बात पर भी निर्भर करती है कि, उस कंपनी का सालाना टर्नओवर कितना है या फिर वह कंपनी कितने फायदे में चल रही है।

वैसे सामान्य तौर पर देखा जाए तो, एक सीईओ को वार्षिक तौर पर सैलरी के रूप में 3500000 रुपए से लेकर 1 करोड रुपए मिलते हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल कंपनी के सीईओ भारतीय मूल के सुंदर पिचाई है जिनकी सालाना सैलरी 5 करोड से भी अधिक है। चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर को सैलरी के अलावा कंपनी की तरफ से घर, गाड़ी, फ्री, एजुकेशन और भी अन्य सुविधाएं प्राप्त होती हैं।

5. चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर का काम

किसी भी कंपनी अथवा संस्था का चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर उस कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के प्रति जिम्मेदार होता है। आमतौर पर किसी भी कंपनी अथवा संस्था के सीईओ का सबसे मुख्य काम होता है कि वह जिस कंपनी में काम कर रहा है,वह उस कंपनी को अच्छे से चलाएं और उस कंपनी को हमेशा फायदे में रखें।

एक सीईओ अधिकारी अपनी टीम के लिए विभिन्न प्रकार की रणनीति तैयार करता है और अपनी टीम को लीड करता है।

इसके अलावा चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर अपनी कंपनी में काम करने वाले सभी कर्मचारियों का बॉस होता है। चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के पास अपनी कंपनी के किसी भी कर्मचारी को निकालने का अधिकार होता है।

इसके अलावा कर्मचारियों की सैलरी कब और कितनी बढ़ानी है, इसका निर्णय भी चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर ही लेता है।

6. चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर की क्वालिटी

चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर का पद जितना बड़ा होता है, उतनी ही बड़ी इसकी जिम्मेदारी भी होती है। किसी भी कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर को बहुत सारे गुणों को देखकर चुना जाता है।

चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर का यह कर्तव्य होता है कि वह अपनी कंपनी में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को एक समान सम्मान दें, चाहे कोई कर्मचारी छोटा हो चाहे बड़ा हो। इसके अलावा वह सभी कर्मचारियों को हमेशा खुश रखने का प्रयास करता है।

चीफ एग्जीक्यूटिव अधिकारी का सबसे पहला और मुख्य करतब होता है कि, वह जिस भी कंपनी में काम कर रहा है, उसके प्रति पूरी जिम्मेदारी और ईमानदारी के साथ अपना काम करें और उस कंपनी को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने के लिए विभिन्न प्रकार की रणनीति बनाएं और उस पर अमल करें।

एक चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के अंदर काम करने की लगन होनी चाहिए। इसके अलावा उसके अंदर मेहनत करने का जज्बा भी होना चाहिए, ताकि उसकी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी उससे कुछ सीख सकें।

किसी भी कंपनी के सीईओ अधिकारी का अपने कंपनी में काम करने वाले सभी लोगों के साथ सम्मान का व्यवहार होना चाहिए, क्योंकि यह बात आप अच्छे से जानते हैं कि जब किसी कंपनी के कर्मचारी खुश होते हैं तभी वह कंपनी तरक्की कर पाती है।

इसके लिए सीईओ अधिकारी का यह कर्तव्य होता है कि वह अपनी कंपनी में काम करने वाले सभी कर्मचारियों के हित का ध्यान रखें।

सीईओ अधिकारी की बात करने की कला अच्छी होनी चाहिए, उसे किसी भी बात को अन्य व्यक्ति को समझाने में माहिर होना चाहिए।

चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर या मुख्य कार्यकारी अधिकारी के अंदर बोलने से ज्यादा सुनने का गुण होना चाहिए, क्योंकि जब उसके अंदर यह गुण होंगे, तब वह अन्य लोगों के द्वारा कही जाने वाली बातों पर ध्यान दे पाएगा और कभी-कभी ऐसा होता है कि कोई छोटे से छोटा व्यक्ति भी बड़ी बात कह जाता है।

एक अच्छा चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर हमेशा अपनी टीम को प्रोत्साहित करता रहता है क्योंकि इससे टीम के अंदर अच्छा काम करने का माहौल बनता है।

एक अच्छे चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर को हमेशा मीठी भाषा ही बोलनी चाहिए, क्योंकि इससे उसका प्रभाव अपने कर्मचारियों पर पड़ता है।

7. एक सफल सीईओ की सोच

गूगल कंपनी के सीईओ भारतीय मूल के सुंदर पिचाई है, जिनका कहना है कि सफलता अपने आप ही नहीं मिलती, बल्कि सफलता को पाने के लिए हमें कुछ बड़ा करना पड़ता है।

दुनिया के सबसे महंगे फोन बनाने वाली कंपनियों में से एक एप्पल के सीईओ टिम कुक का कहना है कि, ऐसी चीजों का निर्माण करें जिसे लोग दिल से चाहे ना कि ऐसी वस्तु का निर्माण करें, जिसे लोग देखकर आगे चले जाएं।

माइक्रोसॉफ्ट के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर भारतीय मूल के सत्या नडेला हैं। इनका कहना है कि, अगर आप लोगों को प्रेरित करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपके दिल से आवाज निकलनी चाहिए।

दुनिया की सबसे बड़ी शॉपिंग वेबसाइट के मालिक जैफ बेजॉस का का कहना है कि, जब व्यक्ति हारने लगता है तो, वह अच्छे काम करना छोड़ देता है।

दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर मार्क जुकरबर्ग का कहना है कि, जो इंसान जैसा सोचता है, वह वैसा ही बन जाता है।

आपकी और दोस्तों

तो दोस्तों यह था कंपनी का सीईओ कैसे बने, हम आशा करते हैं कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप सभी को पता चल गया होगा कि किसी भी कंपनी का सीईओ बनने के लिए क्या करना पड़ता है|

अगर आपको हमारा यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो प्लीज इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को पता चल पाए कि किसी भी कंपनी का सीईओ कैसे बनते हैं धन्यवाद दोस्तों|

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *