पैरा कमांडो कैसे बने | पैरा कमांडो बनने के लिए क्या करे

पैरा कमांडो कैसे बने: हमारी भारतीय आर्मी के इतिहास में साल 2016 का 29 सितंबर का दिन स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा, क्योंकि इस दिन सुबह-सुबह ही भारतीय सेना की उत्तरी कमान की चौथी और नवी बटालियन की स्पेशल फोर्स पैरा कमांडो ने लाइन ऑफ कंट्रोल सीमा को पार करके पाकिस्तान में घुसकर के सर्जिकल स्ट्राइक के द्वारा पाकिस्तान के कई आतंकवादी ठिकानों को तबाह कर दिया था।

भारत द्वारा किए गए इस हमले में पाकिस्तान के कई आतंकवादी मारे गए और पाकिस्तान के कई सैनिक भी मारे गए।आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत ने यह हमला भारत में हुए पुलवामा और उरी अटैक का बदला लेने के लिए किया था। भारत के इस हमले के बाद विश्व के कई देशों ने भारत द्वारा पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर की गई इस कार्यवाही की प्रशंसा की थी।

जब भारत ने पाकिस्तान के कई ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की तो, उसके बाद एक नाम काफी चर्चा में आया जो था पैरा कमांडो का नाम और इस नाम के बारे में बहुत से लोगों ने इंटरनेट पर काफी कुछ सर्च किया।बहुत से लोगों ने इंटरनेट पर यह भी सर्च किया कि आखिर भारत में पैरा कमांडो कैसे बनते हैं।

अगर आप भी वैसे लोगों में से हैं जो यह जानना चाहते हैं, कि पैरा कमांडो कैसे बनते हैं या पैरा कमांडो बनने के लिए क्या करना पड़ता है, तो आज आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं|

क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको पैरा कमांडो कैसे बनते हैं, पैरा कमांडो बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है, पैरा कमांडो की ट्रेनिंग, पैरा कमांडो की सैलरी कितनी होती है, के बारे में जानकारी देने वाले हैं। तो चलिए चलते हैं हमारे आज के इस आर्टिकल पर हैं और जानते हैं कि पैरा कमांडो कैसे बना जाता है।

पैरा कमांडो कैसे बने

पैरा कमांडो बनने के लिए क्या करे

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1. पैरा कमांडो बनने के लिए योग्यता

जो व्यक्ति पैरा कमांडो बनना चाहता है, उसे इसके लिए भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या इंस्टिट्यूट से 12वीं अथवा ग्रेजुएशन पास होना जरूरी है।

इसके अलावा व्यक्ति को भारतीय नागरिक होना जरूरी है, साथ ही उसकी उम्र 20 साल से अधिक होनी चाहिए और वह शारीरिक और मानसिक रूप से बिल्कुल फिट होना चाहिए।अभ्यर्थी को अपनी आंखों से बिल्कुल साफ साफ दिखना चाहिए।

2. पैरा कमांडो क्या है

इंडियन आर्मी के बाद हमारे देश की सबसे खतरनाक सेना में पैरा कमांडो की गिनती होती है। दोस्तो आपको याद होगा कि जब साल 2016 में 29 सितंबर को भारत ने पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर उरी हमले का बदला लेने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की थी, तो उसमें पाकिस्तान के कई आतंकवादी और सैनिक मारे गए थे। यह सर्जिकल स्ट्राइक पैरा कमांडो ने ही की थी।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पैरा कमांडो की गिनती दुनिया की सबसे स्पेशल फोर्स में होती है। अगर हम भारत के पैरा कमांडो के बारे में बात करें, तो भारतीय पैरा कमांडो की स्थापना साल 1966 में 1 जुलाई को की गई थी।

इस समूह को बनाने के पीछे यह उद्देश्य था कि अगर कोई आतंकवादी हमारे भारत देश को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है, तो पैरा कमांडो उसका सामना करेंगी।पैरा कमांडो में टोटल 9 बटालियन होती है।

पैरा कमांडो का इस्तेमाल किसी विशेष ऑपरेशन को अथवा मिशन को अंजाम देने के लिए किया जाता है। पैरा कमांडो का इस्तेमाल अधिकतर डायरेक्ट एक्शन के लिए, सर्जिकल स्ट्राइक करने के लिए, किसी आतंकवादी ने किसी विमान को हाईजैक कर लिया है तो उसे छुड़ाने के लिए, आतंकवादियों का खात्मा करने के लिए, किसी सर्च ऑपरेशन के लिए, विदेश में आंतरिक सुरक्षा के लिए,विद्रोह को कुचलने के लिए, दुश्मन को ढूंढ कर मारने के लिए किया जाता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पैरा कमांडो की तरह हमारी भारतीय नौसेना के पास मारकोस कमांडो होते हैं और हमारी भारतीय एयर फोर्स के पास गरूड कमांडो होते है।

यह स्पेशल फोर्स सिर्फ हमारे भारत देश में ही नहीं बल्कि किसी विशेष मिशन को अंजाम देने के लिए विदेशों में भी जाती है और सफलतापूर्वक उस मिशन को पूरा करके वापस अपने देश लौट आती है।

आमतौर पर पैरा कमांडो की पहचान गुप्त रखी जाती है, यहां तक कि उनके घर वालों को भी नहीं पता होता कि पैरा कमांडो किस समय कहां पर रहते हैं।

4. पैरा कमांडो कैसे बनते हैं

पैरा कमांडो बनने के लिए दो प्रक्रिया है। इसमें पहली प्रक्रिया में आप डायरेक्ट भर्ती हो सकते हैं तथा दूसरी प्रक्रिया में आप इंडियन आर्मी के द्वारा पैरा कमांडो बन सकते हैं।

सीधी भर्ती के तहत जवानों को सिविल से आर्मी रैली के द्वारा भर्ती किया जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पैराशूट कमांडो की ट्रेनिंग बेंगलुरु में कराई जाती है तथा वहां पर सिलेक्ट हुए अभ्यर्थियों को पैरा कमांडो की बहुत ही कठिन ट्रेनिंग से गुजरना होता है।

अगर कोई भारतीय सेना में सर्विस कर रहा जवान पैरा कमांडो में शामिल होना चाहता है, तो इसके लिए वह वालंटियर होकर एप्लीकेशन दे सकता है।इसमें एप्लीकेशन देने के लिए जवान को अपने कमांडिंग ऑफिसर की रिकमेंडेशन लेनी जरूरी होती है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किसी भी यूनिट का कमांडिंग ऑफिसर हमेशा ऐसे ही जवान को पैरा कमांडो के लिए रिकमेंड करता है, जो शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत ही मजबूत होता है तथा जिसके अंदर डर नाम की चीज नहीं होती।

सीधी भर्ती और भारतीय आर्मी से आए हुए सभी जवान पैरा कमांडो नहीं बनते हैं, बल्कि उस में से मात्र 2% से लेकर 5% तक ही जवान पैरा कमांडो बन पाते हैं, क्योंकि पैरा कमांडो की ट्रेनिंग बहुत ही कठिन होती है।

5. पैरा कमांडो बनने के लिए क्या जरूरी है

पैरा कमांडो स्पेशल फोर्स में शामिल होने से पहले किसी भी जवान का पैराट्रूपर होना जरूरी होता है। पैराट्रूपर बनने के लिए जवान को पैराट्रूपर की ट्रेनिंग लेकर पैराट्रूपर का टेस्ट पास करना होता है।पैराट्रूपर बनने के बाद ही पैरा कमांडो स्पेशल फोर्स एडवांस ट्रेनिंग के लिए एप्लीकेशन दे सकता है।

6. पैरा कमांडो की ट्रेनिंग

पैरा कमांडो के लिए जवानों का सिलेक्शन पैरा की खुद की यूनिट और सेना की अन्य यूनिटों से लिए जाते हैं।आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पैरा कमांडो की सिलेक्शन प्रोसेस पूरे 3 महीने तक चलती है और इन तीन महीनों के दौरान मानसिक और शारीरिक यातना तथा थकावट जैसी अनेक प्रकार की कठिनाइयों से जवानों को गुजरना होता है।

जब पैरा कमांडो की ट्रेनिंग होती है, तो उन्हें अपने दिन की शुरुआत अपने शरीर पर 60 से 65 किलो का वजन और 20 किलोमीटर की लंबी दौड़ के साथ करनी होती है।यह उनका रोजाना का रूटीन होता है। एक पैरा कमांडो की ट्रेनिंग काम के साथ लगभग साढे 3 साल तक चलती है और इसके बाद भी वक्त के हिसाब से पैरा कमांडो को अपडेट किया जाता रहता है।

पैरा कमांडो को लगभग साढे 33000 फुट की ऊंचाई से कम से कम 50 बार छलांग लगानी पड़ती है।इसके अलावा पैरा कमांडो को ट्रेनिंग एयर फोर्स के पैरा ट्रेनिंग स्कूल, आगरा में दी जाती है, साथ ही पैरा कमांडो को पानी में लड़ने की ट्रेनिंग नौसेना डाइंग स्कूल कोच्चि में दी जाती है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, पैरा कमांडो की ट्रेनिंग मे लगभग 90 प्रतिशत जवान मानसिक रूप से हताश हो जाते हैं और इसको छोड़ कर चले जाते हैं। कभी-कभी इस ट्रेनिंग के जवानों की मौत भी हो जाती है। इसीलिए अगर आप पैरा कमांडो बनना चाहते हैं, तो आपको मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत होना बहुत ही जरूरी है।

7. पैरा कमांडो का मुख्य हथियार

पैराशूट एक पैरा कमांडो का सबसे मुख्य हथियार होता है। पैरा कमांडो को पैराशूट को आसमान में सही समय पर खोलने की ट्रेनिंग भी प्रदान की जाती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, एक पैराशूट कमांडो के पास दो पैराशूट होते हैं जिसमें पहले पैराशूट का वजन 15 किलो होता है, जबकि दूसरे पैराशूट का वजन 5 किलो होता है और इसकी कीमत लगभग एक लाख से लेकर ₹200000 तक की होती है।

8. पैरा कमांडो की ट्रेनिंग में क्या सिखाया जाता है

जब पैरा कमांडो की ट्रेनिंग होती है, तब उस ट्रेनिंग के दरमियान पैरा कमांडो को हर प्रकार के हालत से निपटने के बारे में जानकारी दी जाती है।इसके अलावा पैरा कमांडो को एक और सबसे अहम ट्रेनिंग दी जाती है।

इस ट्रेनिंग में पैरा कमांडो को दुश्मन के पास जाकर दुश्मन को खत्म करने की ट्रेनिंग दी जाती है, जिसे सर्जिकल स्ट्राइक भी कहा जाता है।यह पैरा कमांडो की सबसे खतरनाक ट्रेनिंग होती है और इस ट्रेनिंग को पैरा कमांडो को घने जंगलों में सिखाया जाता है, क्योंकि अधिकतर आतंकवादी ठिकाने जंगलों में ही होते हैं।

इस ट्रेनिंग में पैरा कमांडो को दुश्मन को नजदीक से गोली मारने की ट्रेनिंग दी जाती है। अगर हम पैरा कमांडो के पैराशूट और हथियारों के वजन के बारे में बात करें तो दोनों का वजन मिलाकर 40 से 50 किलो होता है।जब पैरा कमांडो को किसी स्पेशल ऑपरेशन को अंजाम देने जाते है, तो उसके लिए काफी तैयारी की जाती है।

9. पैरा कमांडो की सैलरी

अक्सर बहुत से लोग एक दूसरे से यह पूछते रहते हैं कि पैरा कमांडो की सैलरी कितनी होती है और जब उन्हें इस बात का जवाब नहीं मिलता तो, वह इंटरनेट का सहारा लेते हैं।

अगर आप भी ऐसे लोगों में से हैं, जिन्हें यह नहीं पता कि आखिर पैरा कमांडो को महीने की कितनी सैलरी मिलती है, तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक पैरा कमांडो को महीने की सैलरी के तौर पर सातवें वेतन आयोग के लागू होने के बाद 70 से ₹80000 की सैलरी मिलती है।

इसके अलावा पैरा कमांडो को अलाउंस भी दिया जाता है तथा इन्हें पीएफ और ग्रेजुएटी का लाभ भी मिलता है।आमतौर पर पैरा कमांडो को साल भर में बहुत कम ही काम करना पड़ता है, क्योंकि इनका अधिकतर इस्तेमाल किसी विशेष ऑपरेशन को पूरा करने के लिए किया जाता है और ऐसा तो है नहीं कि हर साल कोई ना कोई स्पेशल ऑपरेशन होता ही रहे।

पैरा कमांडो बनने के लिए वही जवान आवेदन कर सकते हैं, जिनकी शादी ना हुई हो। ऐसे लोग जिनकी शादी हो चुकी है वह लोग पैरा कमांडो के पद के लिए आवेदन नहीं कर सकते, फिर चाहे वह पुरुष हो या फिर महिला हो। पैरा कमांडो की स्थापना साल 1966 में की गई थी।

10. भारत में पैरा कमांडो ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट

  • कवार्टर बैटल ट्रेनिंग
  • अनआर्म्ड एवं कमांडो कंबाट एकेडमी
  • कमांडो ट्रेनिंग एकेडमी हैदराबाद
  • एयर फोर्स एकेडमी डुंडीगल
  • गार्ड कमांडो फोर्स नई दिल्ली
  • दी काउंटर इंसर्जेंसी एवं जंगल वेलफेयर स्कूल मिजोरम

11. भारत के कुछ अन्य स्पेशल फोर्स

स्पेशल फ्रंटियर फोर्स , कमांडो बटालियन फॉर रिजोल्यूट एक्शन (कोबरा),आईटीबीपी, विदेशों में भारतीय मिशनों की सुरक्षा करती है, एनएसजी, आतंकवाद रोधी इकाई, स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप,ब्लैक केट कमांडो

आपकी और दोस्तों

तो मेरे प्यारे मित्रों यह था एक पैरा कमांडो कैसे बने, हम उम्मीद करते हैं कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप सभी लोगों को यह पता चल गया होगा कि एक पैरा कमांडो बनने के लिए क्या करना पड़ता है|

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क्योंकि हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोगों को यह पता चल पाए कि एक पैरा कमांडो बनने की तैयारी कैसे करते हैं धन्यवाद दोस्तों|