MLA विधायक कैसे बने: दुनिया के किसी भी देश को सही ढंग से चलाने के लिए सरकार का होना बहुत ही जरूरी होता है, क्योंकि सरकार ही किसी भी देश के संविधान के अनुसार उस देश में कानून व्यवस्था को लागू करती है और उसका अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के द्वारा पालन करवाती है।
सरकार ही किसी भी देश को कैसे आगे बढ़ाना है, इसके लिए नीति और योजनाएं तैयार करती है और उसके अनुरूप काम करके अपने देश को आगे बढ़ाने का प्रयत्न करती है। सरकार चलाने के लिए अक्सर व्यक्तियों का चुनाव किसी ना किसी राजनीतिक पार्टी से ही होता है।
अगर हम भारत की बात करें तो हमारे भारत में ऐसी कई राजनीतिक पार्टियां हैं, जिनकी कई राज्यो में सरकार है, वहीं कई ऐसी क्षेत्रीय पार्टियां भी हैं, जो उनके स्टेट में एक मजबूत पार्टी का होल्ड रखती है।
हमारे भारत देश में दो ऐसी राजनीतिक पार्टियां हैं, जिनका इस समय पूरे देश के सबसे अधिक राज्यों पर कब्जा है, जिसमें पहली पार्टी है भारतीय जनता पार्टी और दूसरी राजनीतिक पार्टी है इंडियन नेशनल कांग्रेस, जिसे हिंदी में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भी कहा जाता है।
यह दोनों पॉलिटिकल पार्टियां हमारे भारत देश की काफी पुरानी राजनीतिक पार्टियां है।इसमें से इंडियन नेशनल कांग्रेस का गठन आजादी के पहले ही हो गया था और भाजपा पार्टी का गठन भी आजादी के पहले या उसके आसपास हुआ था।
जहां पहले राजनीति सिर्फ जनता की सेवा करने के लिए और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए होती थी, वहीं अब राजनीति में ग्लैमर का तड़का भी लग गया है। हमारे भारत देश में आम से लेकर खास लोग राजनीति में कोई ना कोई पद रखते हैं।
जैसे बॉलीवुड की अभिनेत्री जयाप्रदा मथुरा से भारतीय जनता पार्टी की सांसद है, इसके अलावा कॉमेडियन नवजोत सिंह सिद्धू भी पंजाब से मंत्री के पद पर रह चुके हैं। इसके अलावा भी अन्य फील्ड से जुड़े हुए ऐसे कई व्यक्ति हैं, जो राजनीति में कोई ना कोई पद पर विराजमान है।
आज के समय में राजनीति में पद, पैसा और पावर तीनों चीजें हैं, इसीलिए यह आज के समय में हमारे भारत देश के युवा वर्ग के बीच लोकप्रिय बनती जा रही है। चाहे युवा लड़के हो या लड़कियां अधिकतर लोग अब राजनीति को एक कैरियर की निगाहों से देखते हैं।
क्योंकि अगर किसी व्यक्ति को राजनीति में कोई पद प्राप्त हो जाता है, तो उसकी लाइफ सेटल हो जाती है, क्योंकि राजनीति में कोई पद प्राप्त होने के बाद उसे इतने सारे लाभ और फायदे मिलने लगते हैं, कि उसे किसी भी चीज की चिंता करने की आवश्यकता नहीं होती है।
आपने वह कहावत तो सुनी होगी कि भारत की गली गली में एक युवा नेता रहता है, ऐसे में अगर आप राजनीति में इंटरेस्टेड है और राजनीति में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो आज हमारे इस आर्टिकल को पूरा अवश्य पढ़ें, क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको विधायक कैसे बने, इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं।
आज के इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि विधायक क्या होता है, विधायक कैसे चुना जाता है, विधायक बनने के लिए कौन सी योग्यताएं चाहिए होती हैं, विधायक की सैलरी कितनी होती है, विधायक कौन कौन से काम करता है, विधायक की पावर कितनी होती है इत्यादि, तो चलिए जानते हैं कि विधायक कैसे बना जाता है।
MLA विधायक कैसे बने
विधायक बनने के लिए क्या करे
1. विधायक अर्थात क्या होता है
सबसे पहले हम आपको विधायक के बारे में जानकारी दे देते हैं। दोस्तों विधायक को एमएलए भी कहा जाता है। एमएलए का फुल फॉर्म होता है मेंबर ऑफ लेजिसलेटिव असेंबली।
एक विधायक विधानसभा या फिर विधानमंडल का मेंबर होता है और विधायक का चुनाव वोटिंग के द्वारा जनता करती है। जनता ही किसी विधायक को अपने वोट के द्वारा जीता कर विधानसभा में भेजती है। किसी भी राज्य का मुख्यमंत्री बनने के लिए या फिर राज्य मंत्री बनने के लिए विधायक होना जरूरी है।
अगर हम राज्य सरकारों के बारे में बात करें तो, किसी भी राज्य सरकार को टीके रहने के लिए विधायकों की आवश्यकता पड़ती है, क्योंकि विधायक ही राज्य सरकार बनाने में मदद करते हैं।
जिस सरकार के पास सबसे अधिक विधायकों का समर्थन होता है, वहीं सरकार राज्य प्रशासन चलाती है। जो भी व्यक्ति मुख्यमंत्री बनना चाहता है, उसे मुख्यमंत्री बनने से पहले किसी जिले की किसी भी सीट से विधायक बनना जरूरी है।
2. विधायक बनने के लिए योग्यता की जानकारी
विधायक बनने के लिए पढ़ाई के साथ-साथ आपके अंदर कुछ व्यक्तिगत योग्यताएं भी होनी चाहिए, तभी आप विधायक बनने के लिए उपयुक्त व्यक्ति होंगे। आइए जानते हैं कि विधायक बनने के लिए आपके अंदर कौन-कौन सी योग्यता होनी चाहिए।
जो व्यक्ति विधायक बनने की इच्छा रखता है, उसे विधायक बनने के लिए 25 साल से अधिक की उम्र का होना जरूरी है। जो लोग 25 साल से कम उम्र के हैं, वह लोग विधायक नहीं बन सकते।
इसके अलावा भारत में किसी भी राज्य की किसी भी सीट से विधायक बनने के लिए व्यक्ति का भारतीय नागरिक होना जरूरी है और उसके पास भारतीय नागरिक होने के वैध दस्तावेज होने चाहिए।
विधायक बनने के लिए यह भी आवश्यक है कि, जो व्यक्ति विधायक बनना चाहता है, वह किसी भी सरकारी ऑफिस में किसी भी पद पर काम ना करता हो अर्थात वह सरकारी कर्मचारी नहीं होना चाहिए।
इसके अलावा विधायक बनने के लिए व्यक्ति का शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना जरूरी है, जो व्यक्ति विधायक बनना चाहता है, उसे किसी भी प्रकार की कोई भी बीमारी नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा उसका मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक होना चाहिए।
इसके साथ ही व्यक्ति के ऊपर किसी भी प्रकार का कोर्ट केस नहीं होना चाहिए। अगर उसके ऊपर किसी भी प्रकार का कोई भी कोर्ट केस है, तो उसे इसकी जानकारी चुनाव आयोग को अपना नामांकन भरते समय देनी चाहिए।
विधायक बनने के लिए कोई शैक्षिक योग्यता निर्धारित नहीं है, फिर भी सामान्य तौर पर व्यक्ति को दसवीं कक्षा का पास होना आवश्यक है।
3. विधायक की शक्तियां
हमारे भारत देश में विधायक का पद सिर्फ पद ही नहीं बल्कि एक स्टेटस आइकॉन भी माना जाता है। आपने चाचा विधायक है हमारे,यह डायलॉग कई बार सुना होगा।
इसी बात से आप इस चीज का अंदाजा लगा सकते हैं, कि एक विधायक के पास कितनी शक्ति होती हैं, आइए जानते हैं कि विधायक के पास कितनी शक्ति होती है या फिर एक विधायक कितना पावरफुल होता है।
किसी भी विधायक की शक्तियों को 4 विभागों में बांटा जाता है, जिसमें पहला विभाग विधान शक्तियों का होता है। विधान शक्तियां अर्थात वह शक्तियां जो भारतीय संविधान के द्वारा इन्हें प्राप्त होती हैं।
इस शक्ति के तहत विधायक व्यक्तिगत राज्य, व्यापार,वाणिज्य, विकास, सिंचाई और कृषि के महत्व, शादी, एजुकेशन, गोद लेने, जंगल इत्यादि पर काम कर सकता है और आवश्यकता पड़ने पर सरकार से इनके लिए कोई कानून या कोई योजना बनाने के लिए आग्रह कर सकता है।
विधायक की दूसरी शक्ति में वित्तीय शक्ति शामिल है, यानी कि एक विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए पैसों की मांग कर सकता है और सरकार को अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास से संबंधित कार्य को करवाने के लिए फंड के लिए निवेदन कर सकता है।
विधानसभा क्षेत्र में ऐसे कई कार्य हैं जो विधायक करवा सकता है।जैसे की रोड का निर्माण करवाना, पानी की टंकी का निर्माण करवाना, लोगों को फ्री में हैंडपंप देना, लोगों को सरकारी आवास देना इत्यादि।
इसके अलावा विधायक को हर साल राज्य सरकार के द्वारा 10 करोड़ का फंड उनके जिले में विकास कार्यों को करवाने के लिए दिया जाता है।
विधायक के पास बहुत सी कार्यकारी शक्तियां होती हैं, जैसे कि वह अपने क्षेत्र में होने वाली किसी भी प्रकार की समस्याओं के निवारण के लिए डीएम और एसपी को समन कर सकता है।
हालांकि डीएम और एसपी स्वतंत्र रूप से अपना काम करते हैं और वह विधायक का आदेश मानने के लिए बाध्य नहीं होते हैं। एक विधायक अपने विधानसभा के क्षेत्र में काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों और विभिन्न संगठनों से जानकारी भी मांग सकता है।
एक विधायक के पास चुनाव से जुड़ी शक्तियां भी होती है जैसे विधायक राज्यसभा के मेंबर का सिलेक्शन कर सकता है, यानी कि विधायक राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव करने के लिए वोटिंग भी करवा सकता है। इसके अलावा विधायक राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वोटिंग भी कर सकता है।
4. विधायक की महीने की सैलरी
जब कोई व्यक्ति विधायक का पद प्राप्त
करने में सफलता प्राप्त कर लेता है, तो उसे सरकार के द्वारा बहुत सी सुविधाएं दी जाती हैं।जैसे विधायक का पद प्राप्त करने के बाद व्यक्ति को फ्री मेडिकल सुविधा, बीमा से संबंधित सुविधा, मुफ्त यात्रा की सुविधा, सरकारी गाड़ी, घर का काम करने के लिए नौकर,वाहन खर्चा, पेट्रोल खर्चा, राशन खर्चा, लाइट बिल, आवास खर्चा मिलता है।
इसके अलावा विधायकों की सुरक्षा के लिए उन्हें सरकार द्वारा सुरक्षा गार्ड या फिर पुलिस अफसर भी दिए जाते हैं। यह सुरक्षा गार्ड अथवा पुलिस ऑफिसर 24 घंटे विधायक की सुरक्षा में अपनी ड्यूटी करते रहते हैं।
अगर हम विधायक की सैलरी के बारे में बात करें तो विधायक को महीने की सैलरी के रूप में 300000 से लेकर ₹400000 मिलते हैं।
आइए अब हम आपको यह बताते हैं कि विधायक बनने के लिए आपको क्या करना है। इसे हम स्टेप बाय स्टेप समझेंगे।
#1 किसी पॉलिटिकल पार्टी में शामिल हो
अगर आप विधायक बनना चाहते हैं, तो इसके लिए सबसे पहले आप को चुनाव लड़ना होगा और चुनाव लड़ने के लिए आपको भारत की किसी भी पॉलिटिकल पार्टी में शामिल होना होगा। अगर आप बिना किसी पॉलिटिकल पार्टी के चुनाव लड़ना चाहते हैं, तो आप निर्दलीय चुनाव भी लड़ सकते हैं, परंतु निर्दलीय चुनाव लड़ने पर सफलता की गारंटी कम होती है।
इसलिए हो सके तो किसी पार्टी के झंडे के तले ही चुनाव लड़े। अगर आप किसी पार्टी में शामिल होकर चुनाव लड़ते हैं, तो वह पार्टी चुनाव लड़ने में तथा चुनाव का प्रचार करने में आपकी मदद करेगी और आपके लिए जगह-जगह रैलियां करके लोगों से वोट मांगेगी।
#2 समाज सेवी बने
जब आप कोई पॉलिटिकल पार्टी में शामिल हो जाएंगे,तो उसके बाद आपको अपनी पार्टी के लिए तन मन धन से काम करना होता है। इसके अलावा आपको सामाजिक कामों में भी सहयोग करना होता है।
अगर आप सामाजिक काम करते हैं, तो इससे समाज के लोगों में आपकी अच्छी छवि बनती है और आपकी पार्टी के उच्च अधिकारियों को लगता है कि, आप उनकी पार्टी के लिए पूर्ण रूप से समर्पित होकर काम कर रहे हैं।वैसे तो समाज सेवा करने के लिए पैसे की आवश्यकता होती है, परंतु अगर आपके पास पैसा नहीं है, तब भी आप समाज सेवा कर सकते हैं।
बिना पैसे के समाज सेवा करने के लिए आप कई काम कर सकते हैं।जैसे आप अपनी पहुंच का इस्तेमाल करके किसी गरीब व्यक्ति का कोई भी काम करवा सकते हैं। इसके अलावा किसी के मृत्यु कार्यक्रम में जा सकते हैं। लोगों को सरकारी योजना के बारे में बता सकते हैं तथा लोगों के सुख दुख में शामिल होकर उनका दुख बटा सकते हैं।
#3 लोकप्रियता बढ़ाएं
जब आप किसी पॉलिटिकल पार्टी में शामिल हो जाएं और समाज सेवा करना भी शुरू कर दें, तो इसके बाद आपको अपनी लोकप्रियता बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए।
लोकप्रियता से हमारा मतलब यह नहीं है कि, आप चिल्ला चिल्ला कर लोगों को यह बताएं कि आप कौन हैं तथा आप कौन कौन से काम करते हैं और आपका उद्देश्य क्या है, बल्कि लोकप्रियता से हमारा मतलब है कि, आप जो भी काम करें उसका प्रचार प्रसार अवश्य करें क्योंकि ऐसा करने से लोग आपके तथा आपके कामों के बारे में धीरे-धीरे जानने लगेंगे।
अगर आप जल्दी से लोकप्रिय होना चाहते हैं तो, आप प्रसिद्ध होने के लिए अखबारों का सहारा ले सकते है।इसके लिए आप जो भी सामाजिक सेवा के काम करें जैसे कि ठंडी में गरीबों को कंबल का वितरण, गर्मियों में गरीबों को पंखा बांटना, गर्मियों के मौसम में निशुल्क पानी की व्यवस्था करना इत्यादि को अखबारों में अवश्य छपवाए।
ऐसा करने से आप बहुत कम समय में ही काफी लोकप्रिय हो जाएंगे और आपके शहर के लोग आपको जानने लगेंगे। जब आप ये सब करेंगे, तो लोगो को पता चलेगा की हमारे यहाँ भी एक अच्छा नेता है, जो अगर चुनाव लड़ेगा तो लोग उसे समर्थन करेंगे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आपकी लोकप्रियता सिर्फ समाज में ही नहीं होनी चाहिए, बल्कि आपने जिस पार्टी को ज्वाइन किया है, उस पार्टी के बड़े नेताओं तक भी होनी चाहिए, क्योंकि जब विधायक बनने के लिए टिकट का वितरण किया जाएगा, तब उस पार्टी के नेता आपका सपोर्ट करेंगे
#4 पार्टी से टिकट मांगे
अगर आप विधायक बनना चाहते हैं और विधायक का चुनाव लड़ना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको पार्टी से टिकट की भी आवश्यकता पड़ेगी। इसीलिए आपको अपनी पार्टी के नेताओं से लगातार संपर्क में रहना चाहिए।
आप अपने दिमाग का इस्तेमाल करिए और कोशिश करिए कि आप कैसे पार्टी से टिकट पा सकते हैं। आप अपने आप को विभिन्न सोशल मीडिया साइट पर एक्टिव रखिए और हमेशा लोगों से जुड़े रहने की कोशिश करिए। विधायक, सांसद का टिकट पाना कोई मुश्किल काम नहीं है, परंतु इसके लिए आपको मेहनत करनी पड़ेगी।
#5 नामांकन भरे
जब आपको पार्टी से टिकट मिल जाए या फिर जब आप निर्दलीय चुनाव लड़े, तो उसके बाद आपको किसी निश्चित दिन अपने विधानसभा क्षेत्र में आने वाले डीएम के कार्यालय में जाकर अपना नामांकन फॉर्म भरना होता है और सिक्योरिटी डिपॉजिट जमा करना होता है।
इस नामांकन फॉर्म में आपको अपने बारे में कुछ व्यक्तिगत जानकारियां डीएम के माध्यम से चुनाव आयोग को देनी होती है।इन जानकारियों में आपके पास कितनी संपत्ति है,आपके पास कितनी गाड़ियां है,आप के नाम पर कितनी जमीन है, आप के नाम पर कितने घर हैं, आपकी टोटल प्रॉपर्टी कितनी है,आप पर कितने पुलिस केस हैं, इत्यादि जानकारी शामिल होती है।
#6 चुनाव लड़िये
दोस्तों विधायकों का टिकट कैसे प्राप्त होगा, इसकी जानकारी हमने आपको ऊपर बताइ है, परंतु अगर आपको किसी भी पार्टी से विधायक का टिकट नहीं मिलता है, तो चिंता करने की कोई बात नहीं है। आप बिना टिकट के ही निर्दलीय चुनाव भी लड़ सकते हैं।
हालांकि निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए आप की लोगों के बीच लोकप्रियता अधिक होनी चाहिए। चुनाव लड़ना ज्यादा कठिन काम नहीं है, परंतु चुनाव जीतना कठिन काम है, क्योंकि इसमें जीतने के लिए कई दांवपेच चलने पड़ते हैं।
चुनाव जीतने के लिए आपको जिन दो चीजों की आवश्यकता होगी, वह है पैसा और लोकप्रियता। जब आपके पास यह दोनों चीजें उपलब्ध होंगी, तो आप एक दमदार चुनाव प्रत्याशी बन सकते हैं और विधायक बनने का ख्वाब देख सकते हैं।
क्योंकि आपको अपना प्रचार करवाने के लिए कुछ लोगों की आवश्यकता पड़ेगी और आप तो यह जानते ही हैं कि, बिना पैसे के कोई भी व्यक्ति कोई भी काम नहीं करता। आपको अपना प्रचार करने के लिए रैलियों का आयोजन भी करवाना पड़ सकता है और रैलियों में खर्च लगता है।
अगर आपको किसी बड़ी पार्टी से विधायकी का टिकट मिल जाता है तो फिर आपका विधायक बनने का सपना और भी आसान हो जाएगा क्योंकि आजकल लोग उम्मीदवार को नहीं बल्कि पार्टी को वोट देते हैं।
इसलिए हो सके तो आप किसी पार्टी से ही टिकट लेने का प्रयास करें, परंतु अगर आपको बहुत प्रयास करने के बाद भी पार्टी का टिकट नहीं मिलता है, तब आप निर्दलीय चुनाव लड़ने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं
किसी भी तरह के चुनाव लड़ने से पहले उस चुनाव की प्रक्रिया में जानना अति आवश्यक है, जैसे कि चुनाव में आचार संहिता क्या होती है, पार्टी सिंबल क्या होता है, चुनाव लड़ने के लिए कितने रुपए चाहिए।
इसीलिए इन सबकी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप चुनाव आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जा सकते हैं और वहां पर चुनाव से संबंधित सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
5. इलेक्शन कैसे जीते
अभी तक हमने आपको बताया कि चुनाव लड़ने के लिए आपको क्या-क्या करना होता है।अब हम आगे आपको बताते हैं कि, चुनाव कैसे जीते, आइए जानते हैं।
विधायकी का चुनाव लड़ने के लिए, आपको आप जिस विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते हैं, उसके बारे में सभी जानकारी प्राप्त होनी चाहिए।
जैसे कि आप के विधानसभा के क्षेत्र में कितने गांव हैं, आपकी विधानसभा के क्षेत्र में किस गांव में किस जाति के कितने लोग रहते हैं, वह कौन से धर्म को मानते हैं तथा किस पार्टी को सपोर्ट करते हैं।
इसके अलावा आपको अपनी विधानसभा क्षेत्र की लोकल समस्याओं के बारे में भी पता होना चाहिए। जैसे कि आपके विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले लोगों को क्या-क्या समस्याएं हैं तथा उन्हें कैसे दूर किया जा सकता है। उनकी व्यक्तिगत समस्या, विकास से संबंधित समस्या इत्यादि।
अगर आप उनकी समस्याओं को दूर करते हैं, तो वह आप पर भरोसा करने लगेंगे और वह यह सोचेंगे कि यह बंदा सही है। यह हमारे सभी काम करवाता है, इसे हम चुनाव में समर्थन देंगे।
चुनाव जीतने के लिए एक रणनीति बनाना जरूरी है। जैसे कि आपको अपने चुनाव का प्रचार किस तरह करना है, आपको अपना प्रमोशन कैसे करना है, लोगों से आपको किस तरह मिलना है, आपको लोगों से किस तरह व्यवहार करना है, चुनाव घोषणा पत्र किस प्रकार से बनाना है इत्यादि।
हालांकि आप जब भी प्रचार करने के लिए निकले तो चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित आचार संहिता का पालन करें। अगर आप चुनाव आयोग की आचार संहिता का पालन नहीं करते हैं, तो चुनाव आयोग आप को चुनाव लड़ने से भी मना कर सकता है।इसके अलावा चुनाव के समय आप किसी चुनाव विशेषज्ञ से अपने लिए रणनीति भी बनवा सकते हैं।
6. विधायक का चुनाव कौन करवाता है
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में विधायक सहित सभी प्रकार के चुनाव भारतीय इलेक्शन कमीशन, जिसे हिंदी में भारतीय चुनाव आयोग कहां जाता है, करवाता है और यही संस्था चुनाव के समय आचार संहिता की नोटिफिकेशन जारी करती है।
आचार संहिता में चुनाव आयोग के द्वारा कुछ ऐसी बातों पर रोक होती है, जो प्रत्याशी नहीं करते। अगर कोई प्रत्याशी चुनाव आयोग की आचार संहिता का उल्लंघन करता है , तो उस पर चुनाव आयोग कठोर कार्यवाही करता है और कभी-कभी चुनाव अयोग प्रत्याशी को चुनाव लड़ने से मना कर सकता है।
हमारे भारत देश में बहुत सी राजनीतिक पार्टियां हैं, जो समय-समय पर सत्ता में आती रहती है।वर्तमान में तो भारतीय जनता पार्टी भारत के सबसे अधिक राज्यों में सत्ता में है और इसके बाद इंडियन नेशनल कांग्रेस का नंबर आता है। इसके अलावा भारत में अन्य कौन सी पार्टीया है, उसकी जानकारी हम आपको नीचे दे रहे हैं।
7. भारत की कुछ प्रसिद्ध पार्टियों की लिस्ट
- भारतीय जनता पार्टी
- इंडियन नेशनल कांग्रेस
- अकाली दल
- जनता दल यूनाइटेड
- राष्ट्रीय जनता दल
- डीएमके
- ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन
- पीस पार्टी
- राष्ट्रीय समाज पार्टी
- जनसत्ता दल
आपकी और दोस्तों
दोस्तों यह था एमएलए या विधायक कैसे बने, हम उम्मीद करते हैं कि इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप सभी को पता चल गया होगा कि एक विधायक बनने के लिए क्या करना पड़ता है|
अगर आपको हमारी यह पोस्ट अच्छी और हेल्पफुल लगी हो तो प्लीज इसे अपने दोस्तों के साथ फेसबुक और व्हाट्सएप पर अवश्य शेयर करें|
क्योंकि हम चाहते हैं कि इस पोस्ट के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को यह पता चल पाएगी विधायक बनने की तैयारी कैसे करते हैं धन्यवाद दोस्तों|