वकील कैसे बने | लॉयर बनने के लिए क्या करे

लॉयर या वकील कैसे बने: हमारे भारत देश में ऐसे कई लड़के और लड़कियां हैं, जो कानून से संबंधित जानकारी प्राप्त करने में इंटरेस्टेड रहते हैं या फिर जो कानून की पढ़ाई कर के वकील बनना चाहते हैं और वकील बन कर अपना कैरियर सवारना चाहते हैं।

ऐसे विद्यार्थी जो लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की इच्छा रखते हैं वह वकील या फिर अधिवक्ता बन कर यह काम कर सकते हैं। वकील बन कर आप अपने साथ-साथ दूसरों के अधिकारों के लिए भी कानूनी लड़ाई लड़ सकते हैं और लोगों को न्याय दिला सकते हैं।

अगर आप वकील बनना चाहते हैं और इसके लिए आप ने इंटरनेट पर वकील कैसे बने इसके बारे में सर्च किया है, परंतु आपको अभी तक सही जानकारी नहीं मिली है तो चिंता बिल्कुल भी ना करें क्योंकि आज हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं।

वकील कैसे बने

लॉयर बनने के लिए क्या करे

vakil kaise bane

आज के इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि वकील कैसे बनते हैं, वकील बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है, वकील की महीने की सैलरी कितनी होती है तथा अन्य जानकारियां, तो चलिए चलते हैं मुख्य मुद्दे पर।

1. वकील बनने के लिए शैक्षिक योग्यता

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर आप वकील अथवा अधिवक्ता बनना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको एलएलबी का कोर्स करना होता है और एलएलबी का कोर्स 2 तरह से होता है।

इसके पहले प्रकार के कोर्स में 5 साल का कोर्स और दूसरे कोर्स में 3 साल का कोर्स होता है। अगर आप 12वीं कक्षा पास करने के बाद कानून की पढ़ाई करना चाहते हैं|

तो इसके लिए आपको 5 वर्षों का पाठ्यक्रम पढ़ना होगा और यदि आप इस पाठ्यक्रम को ग्रेजुएशन करने के बाद करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको 3 साल का पाठ्यक्रम पढ़ना होगा।

2. वकील बनने के लिए उम्र सीमा

जो अभ्यर्थी वकील बनना चाहता है, उसकी कम से कम उम्र 20 साल होनी चाहिए।

3. एलएलबी का फुल फॉर्म

एलएलबी का फुल फॉर्म होता है “बैचलर ऑफ लो” एलएलबी में भारत के कानून से संबंधित पढ़ाई करवाई जाती है और कानून की पढ़ाई करने के लिए सबसे पहले आपको 12वीं कक्षा को पास करना होता है।

आप 12वीं कक्षा में कोई भी विषय चुन सकते हैं, परंतु अगर आपके 12वी कक्षा में आर्ट्स विषय हैं, तो यह आपके लिए और भी अच्छा रहेगा, क्योंकि इसमें आपको थोड़ी बहुत जानकारी कानून के बारे में भी पढ़ाई जाती है।

इसके अलावा जैसे ही आप उस 12वीं कक्षा पास कर लेते हैं और इसके बाद वकील बनने की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको एक एंट्रेंस एग्जाम देनी होती है।

इस एंट्रेंस एग्जाम को शार्ट में CLAT कहा जाता है और इसका फुल फॉर्म होता है “कॉमन लो एडमिशन टेस्ट” इस टेस्ट में कौन-कौन से सवाल पूछे जाते हैं तथा यह टेस्ट कितने अंको का होता है, इसकी जानकारी हम आपको नीचे दे रहे हैं।

4. कॉमन लॉ ऐडमिशन टेस्ट

कॉमन लॉ ऐडमिशन टेस्ट में अभ्यर्थी से इंग्लिश, लॉजिकल रीजनिंग, लीगल एप्टीट्यूड, गणित और जनरल अवेयरनेस से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं और इस परीक्षा में सफल होने के बाद आप किसी भी लॉ कॉलेज में एडमिशन पा सकते हैं और 5 साल का कानून का कोर्स कर सकते हैं।

5. एलएलबी कोर्स की लिस्ट

  • एलएलबी: तीन वर्ष
  • बीए एलएलबी (ऑनर्स): पांच वर्ष
  • बीएससी एलएलबी (ऑनर्स): पांच वर्ष
  • बीकॉम एलएलबी (ऑनर्स): बीकॉम एलएलबी (ऑनर्स)
  • एलएलएम: दो वर्ष

बीए एलएलबी का कोर्स करते हुए उम्मीदवार को किसी स्पेशलाइज फील्ड जैसे कि पेटेंट लॉ, साइबर लॉ, क्रिमिनल लो, फैमिली लो, बैंकिंग लो, टैक्स लो, इंटरनेशनल लेबर लॉ, रियल एस्टेट लो, कॉन्ट्रैक्ट लो, कॉर्पोरेट लो में विशेष योग्यता प्राप्त करनी पड़ती है। ऐसा करने से उम्मीदवार आगे चलकर उस विषय की विशेष रूप से वकालत कर सकता है।

6. इंटर्नशिप

कानून की पढ़ाई समाप्त करने के बाद आपको इंटर्नशिप करना जरूरी होता है। जब आप इंटर्नशिप करते हैं, तो इसके दरमियान आपको कोर्ट कचहरी के बारे में विस्तार से बताया या सिखाया जाता है।

इसमे यह बताया जाता है कि कोर्ट में किसी केस की सुनवाई कैसे होती है और वकालत करने वाले वकील किसी पक्ष की वकालत किस लिए करते हैं और कैसे करते हैं।यह सभी जानकारी आपको इंटर्नशिप के अंतर्गत प्रदान की जाती है।

7. स्टेट बार काउंसिल के लिए इनरोल

जब आप अपने इंटर्नशिप पूरी कर लेते हैं, तो इसके बाद आपको भारत के किसी भी बार काउंसिल में अपने आप को इनरोल करवाना होता है।इसमें इनरोल करवाने के बाद आपको ऑल इंडिया बार एग्जामिनेशन को पास करना होता है।

यह एग्जाम बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा करवाई जाती है।जब आप इसमें सफल हो जाते हैं, तो आपको प्रैक्टिस का सर्टिफिकेट मिलता है।

इस तरह से आपकी एलएलबी कोर्स अर्थात वकील या अधिवक्ता बनने की प्रक्रिया पूरी हो जाती है। इस कोर्स को करने के बाद आप अपनी प्रैक्टिस को शुरू कर सकते हैं और आगे की पढ़ाई करने के लिए मास्टर इन लो कर सकते हैं।

8. ऑल इंडिया बार एग्जाम पाठ्यक्रम

ऑल इंडिया बार एग्जामिनेशन में टोटल 100 सवाल पूछे जाते हैं और यह सवाल बार काउंसिल द्वारा 3 और 5 साल के एलएलबी के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम से पूछे जाते हैं।

इसमें सभी प्रश्न बहुविकल्पी होते हैं और इस परीक्षा को देने के लिए अभ्यर्थी को 3 घंटा 30 मिनट का समय दिया जाता है। इस परीक्षा में आने वाले पूरे पाठ्यक्रम को दो भागों में बांटा जाता है।

दोनों विभागों में पूरे पाठ्यक्रम को एक से 20 चैप्टर में डिवाइड किया जाता है, जिसमें प्रथम कैटेगरी में 1 से लेकर 11 तक के चैप्टर रखे जाते हैं और सभी चैप्टर से 7 प्रश्न पूछे जाते हैं।

इसके अलावा दूसरी कैटेगरी में 12 से लेकर 20 चैप्टर रखे जाते हैं, जिसमें से 23 प्रश्नों के उत्तर देने होते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऑल इंडिया बार काउंसिल की परीक्षा भारत की 9 भाषाओं में होती है, जिसमें हिंदी तमिल तेलुगू मराठी कन्नड़ बंगाली गुजराती उड़िया और अंग्रेजी भाषा शामिल है।

9. वकालत के पेशे में नए कैरियर

#1 एन्वॉयरनमेंटल लॉयर

एनवायरमेंट कानून के तहत उन वस्तुओं को खत्म होने से बचाने की बात की जाती है, जो हमें पर्यावरण से प्राप्त होती हैं।ऐसे मामलों में कई बार पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन दायर की जाती है, जिसे शार्ट भाषा में पीआईएल कहा जाता है।

इसके लिए एनवायरमेंटल कानून में महारत हासिल किए हुए लोगों की मांग होती है। इसके अलावा जो एनजीओ पर्यावरण से संबंधित काम करते हैं या फिर पर्यावरण के संरक्षण के लिए काम करते हैं, उनमें भी ऐसे लोगों की बहुत अधिक डिमांड होती है।

#2 साइबर लॉयर

जैसा कि आप जानते हैं कि आज का जमाना टेक्नोलॉजी का जमाना है और टेक्नोलॉजी से हमें कई फायदे भी हो रहे हैं, परंतु जैसे हर चीज के फायदे होते हैं, वैसे ही हर चीज के कुछ न कुछ नुकसान भी होते हैं।

आजकल ऑनलाइन इंटरनेट का इस्तेमाल करके किसी को भी धमकी भरे ईमेल भेजना काफी आसान हो गया है।

इसके अलावा कंपनियों के साथ धोखाधड़ी करना, सॉफ्टवेयर की चोरी करना, एसएमएस के द्वारा हैकिंग करना, मोबाइल की क्लोनिंग करना, किसी के फेसबुक अकाउंट को हैक करना, किसी के अकाउंट से अनाधिकृत रूप से पैसे निकालना, ऑनलाइन किसी की छवि को खराब करना काफी आसान हो गया है|

और ऐसे मामलों को देखते हुए साइबर वकील की डिमांड काफी बढ़ गई है। एक साइबर वकील ऊपर बताए गए सभी मामलों की अदालत में वकालत करता है।

#3 पेंटेट एंड कॉपीराइट लॉयर

जब कोई भी व्यक्ति किसी नई चीज की खोज करता है, तब वह उसका पेंटेट कराता है।पेंटेट एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके अंतर्गत जब कोई नई चीज खोजी जाती है|

तो उस पर उसका खोज करने वाला व्यक्ति अपना अधिकार जमाता है और यदि कोई व्यक्ति किसी के पेटेंट कराए हुए प्रोडक्ट, सर्विस या किसी अन्य चीज का बिना उसकी अनुमति के इस्तेमाल करता है, तो ऐसे मामलों की सुनवाई करने के लिए तथा वकालत करने के लिए पेटेंट एंड कॉपीराइट लॉयर काम में आता है।

#4 लेबर लॉयर

कई बार किसी कंपनी में कंपनी के उच्च अधिकारियों द्वारा कंपनी के कर्मचारियों के साथ गलत व्यवहार किया जाता है अथवा उन्हें अकारण नौकरी से निकाल दिया जाता है|

तो ऐसी अवस्था में सरकार ने कर्मचारियों और उनके अधिकारों से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए लेबर कानून बनाया है। वर्तमान में इस क्षेत्र से संबंधित कई समस्या अदालत में है और इन समस्याओं की वकालत अदालत में लेबर वकील करता है। लेबर लॉयर को हिंदी में कर्मचारी वकील भी कहा जाता है।

#5 इंटरनेशनल लॉयर

इंटरनेशनल कानून के अंतर्गत किसी भी राष्ट्र के राष्ट्रीय हितों के बीच पैदा होने वाली समस्याओं का कानून के द्वारा निस्तारण किया जाता है। इसके लिए इंटरनेशनल लॉयर की जरूरत पड़ती है।

#6 कॉरपोरेट लॉयर

कई बार विभिन्न प्रकार के उद्योग और व्यापार को टैक्स से संबंधित अनेक समस्याओं का सामना करते हैं और ऐसी अवस्था में उन समस्याओं का समाधान करने के लिए कॉरपोरेट लॉयर की आवश्यकता पड़ती हैं। इस प्रकार के वकीलों की कॉरपोरेट सेक्टर में काफी डिमांड होती है और इसमें वकीलों की फीस भी अच्छी होती है।

10. वकील के अधिकार

एक वकील के कई अधिकार होते हैं। वकील अदालत में किसी अन्य व्यक्ति की ओर से बहस कर सकता है, हालांकि यह तभी संभव है, जब उस व्यक्ति ने किसी वकील को बहस करने के लिए रखा हो।इसके अलावा वकील किसी अन्य व्यक्ति की दलील प्रस्तुत कर सकता है।

आमतौर पर सभी लोगों के पास अपनी बातों को सही ढंग से कहने की या पेश करने की क्षमता नहीं होती है। इसके अलावा कई लोग स्पष्ट नहीं बोल पाते हैं,|

इसीलिए वह एक वकील को अपना केस लड़ने के लिए हायर करते हैं और इसके बदले वह वकील को उचित फीस देते हैं। इससे वकील की कमाई होती है।

जो वकील उच्च न्यायालय में वकालत करता है, वह हमारे भारत देश के किसी भी कोर्ट में वकालत करने का अधिकार रखता है।

वकील संपत्ति से संबंधित मामले, आपराधिक मामले, धोखाधड़ी के मामले एवं पारिवारिक मामले के केस लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

11. वकील बनने के लिए आवश्यक गुण

वकील बनने के लिए पढ़ाई बहुत ही जरूरी होती है, परंतु इसके अलावा आपके पास कुछ ऐसी योग्यताएं भी होनी चाहिए, जो आपको एक अच्छा वकील बनने में मदद करेंगी।नीचे हमने उन योग्यताओं के बारे में जानकारी दी है।

जो विद्यार्थी कानून की पढ़ाई करता है, उसे स्पष्ट बोलने की आदत होनी चाहिए और उसकी बोली में किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं होनी चाहिए अर्थात वह जो कहे वह सामने वाले व्यक्ति को एक ही बार में समझ आ जाना चाहिए

वकील बनने के लिए वकील बनने की किताबों और वर्तमान में जो घटनाएं हो रही हैं उसके बारे में जानकारी रखनी चाहिए एवं करंट अफेयर पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि सिर्फ वकील ही नहीं बल्कि अन्य परीक्षाओं में भी करंट अफेयर से जुड़े सवाल जरूर आते हैं।

जो व्यक्ति वकील बनना चाहता है, उसे किसी भी सवाल का जवाब तुरंत देना आना चाहिए अर्थात उसे तुरंत प्रतिक्रिया देनी आनी चाहिए क्योंकि जब आप अदालत में वकील बन कर बहस करते हैं, तो आपको समय के हिसाब से अपना पक्ष रखने के लिए कहा जाता है।

वकील बनने के लिए विद्यार्थी के अंदर तर्कपूर्ण बात रखने की क्षमता, धैर्य, एकाग्रता और लगातार बहस करने की क्षमता होनी चाहिए। इसके अलावा उसके अंदर आत्मविश्वास भी होना चाहिए।

एक अच्छा वकील बनने के लिए आपकी भाषा मीठी होनी चाहिए तथा आपके लीडरशिप के गुण होने चाहिए।

इसके अलावा आपको रिसर्च और एनालिस करना आना चाहिए, क्योंकि कई बार किसी केस के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको इसकी जरूरत पड़ सकती है।

आपके अंदर किसी भी घटना या केस के संदर्भ से बाहर जाकर सोचने का हुनर होना चाहिए तभी आप एक अच्छे और कामयाब वकील बन पाएंगे। इसके अलावा आपको कानून की सभी धाराओं के बारे में जानकारी होनी चाहिए।

12. वकीलों का ड्रेस कोड

आप कभी ना कभी अपने किसी काम के लिए अपने जिले की अदालत में अथवा हाईकोर्ट में जरूर गए होंगे और वहां पर आपने काले कोट पहने हुए कई व्यक्ति दिखाई दिए होंगे, बस यही वकीलों की ड्रेस कोड होती है। एक वकील वकालत के समय सफेद कमीज और उसके ऊपर काला कोट पहनता है।

13. कानून की पढ़ाई के लिए हमारे देश के इंस्टिट्यूट

  • फैकल्टी ऑफ लॉ, यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली
  • गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
  • नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, जोधपुर
  • अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी
  • नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी(बेंगलुरु)
  • बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी
  • गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी

14. वकीलो की सैलरी

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जो लोग सरकारी वकील होते हैं, उन्हें ही महीने की सैलरी मिलती है। सरकारी वकील को महीने की सैलरी के रूप में 42,000 रुपए के आसपास मिलते हैं।

इसके अलावा जो लोग सरकारी वकील नहीं होते, वह अपनी कमाई किसी केस की वकालत करके उसकी फीस के रूप में करते हैं। अगर इसे उदाहरण के रूप में समझे तो जब आप अपनी किसी समस्या या फिर अपने किसी केस के लिए अदालत में याचिका दायर करते हैं|

तो आपका केस कोई ना कोई वकील ही लड़ता है और फिर आप अपने केस को लड़ने के लिए उस वकील को फीस देते हैं। इस तरह से उस वकील की कमाई होती है।

15. भारत के सबसे ज्यादा फीस लेने वाले वकीलों की लिस्ट

  • राम जेठमलानी
  • फली नरीमन
  • केके वेणुगोपाल
  • हरीश साल्वे
  • गोपाल सुब्रमण्यम
  • पी चिदंबरम
  • अभिषेक मनु सिंघवी
  • अरयाना सुंदरम
  • सलमान खुर्शीद
  • केटीसी तुलसी

आपकी और दोस्तों

दोस्तों यह था लॉयर या वकील कैसे बने, हम उम्मीद करते हैं कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप सभी लोगों को पता चल गया होगा कि एक वकील या लॉयर बनने के लिए आपको क्या करना पड़ता है|

यदि आपको हमारी यह पोस्ट हेल्पफुल लगी हो तो प्लीज इस पोस्ट को एक लाइक अवश्य करें और अपने दोस्तों के साथ फेसबुक और व्हाट्सएप पर भी शेयर करना ना भूले|

क्योंकि हम चाहते हैं कि इस पोस्ट की मदद से ज्यादा से ज्यादा लोगों को लॉयर या वकील बनने की तैयारी कैसे करते है उसके बारे में पूरी जानकारी मिल पाए. धन्यवाद दोस्तों|

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