नमस्कार दोस्तों, आज के हमारे इस आर्टिकल में हम आपको ” यूपीए की फुल फॉर्म” के बारे में जानकारी देने वाले हैं। अगर आप इंटरनेट पर यह सर्च करते रहते हैं कि, यूपीए का फुल फॉर्म क्या होता है या फिर यूपीए का मतलब क्या होता है तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं।क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको यूपीए की फुल फॉर्म के बारे में तथा यूपीए के बारे में सभी जानकारियां प्रदान करने वाले हैं।
दुनिया में लगभग 150 से अधिक देश हैं और इतने देश होने के कारण उन देशों को अच्छे ढंग से चलाने के लिए हर देश में एक राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री का पद होता है, क्योंकि कोई भी देश तभी अच्छे से चल पाता है, जब
उसे संभालने वाला कोई मुख्य व्यक्ति होता है उस व्यक्ति को प्रशासनिक भाषा में प्रधानमंत्री या फिर राष्ट्रपति कहा जाता है।
हमारा भारत देश एक लोकतांत्रिक देश है, हालांकि साल 1947 के पहले हमारा भारत देश अंग्रेजों का गुलाम था। हमारे भारत मे अंग्रेजों के आने के पहले राजतंत्र चलता था अर्थात हमारे भारत के सभी राज्यों को विभिन्न राजा संभालते थे, जिसमें महाराणा प्रताप,बप्पा रावल,महाराजा जयसिंह, महाराजा मानसिंह, महाराज वासुदेव इत्यादि प्रमुख थे।
परंतु अंग्रेजों के आने के बाद अंग्रेजो ने हमारे भारत देश के बहुत से राज्यों पर अपना अधिकार जमा लिया था, परंतु हमारे भारत देश के लोग भी शांति से नहीं बैठे और वह लगातार अंग्रेजों का प्रतिकार करते रहे जिसके फलस्वरूप साल 1947 में 15 अगस्त को हमारा भारत देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हो गया और उसके बाद हमारे भारत देश में राज तंत्र को समाप्त करके लोकतंत्र की व्यवस्था की गई।
जिसके तहत हमारे भारत देश में प्रधानमंत्री, विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री जैसे पदों का चुनाव होने लगा। हमारे भारत देश में प्रथम नागरिक भारत के राष्ट्रपति को माना जाता है परंतु हमारे भारत देश में राष्ट्रपति
से ज्यादा प्रधानमंत्री के पद का महत्व होता है।
क्योंकि हमारे भारत देश में देश के हितों से जुड़े हुए सभी महत्वपूर्ण फैसले प्रधानमंत्री ही लेता है। किसी भी देश में प्रधानमंत्री का पद प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को सबसे पहले छोटे स्तर से शुरुआत करनी होती है और उसके बाद धीरे धीरे अगर उसे जनता का साथ मिलता है, तो वह भारत का प्रधानमंत्री बन पाता है।
हमारे भारत देश में 28 से अधिक राज्य हैं और उन सभी राज्यों को अच्छे से चलाने के लिए उन सभी राज्यों में किसी न किसी पार्टी का मुख्यमंत्री है। वैसे तो हमारे भारत देश में असंख्य पार्टियां हैं, जो अलग-अलग राज्यों में सत्ता पर काबिज हैं, परंतु अगर हम भारत की बात करें तो हमारे भारत देश में मुख्य तौर पर दो पार्टी नेशनल पार्टी मानी जाती है जिसमें से एक है एनडीए और दूसरी है यूपीए।
इन दोनों पार्टियों से समय-समय पर हमारे भारत के प्रधानमंत्री उम्मीदवार चुने जाते है। वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी से हमारे भारत देश के प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी हैं। श्रीमान नरेंद्र मोदी जी साल 2014 में हमारे भारत देश के प्रधानमंत्री बने थे और तब से यह लगातार हमारे भारत देश के हितों के लिए अच्छा काम कर रहे हैं।
■ यूपीए का फुल फॉर्म क्या है
सबसे पहले तो आइए जान लेते हैं कि यूपीए का फुल फॉर्म क्या होता है। यूपीए का फुल फॉर्म होता है United Progressive Alliance.
यूनाइटेड प्रोगेसिव एलाइंस का नेतृत्व हमारे भारत देश की राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के द्वारा किया जाता है, वही एनडीए का नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी के द्वारा किया जाता है।
■ यूपीए को हिंदी में क्या कहते हैं
यूपीए को अंग्रेजी में यूनाइटेड प्रोगेसिव एलाइंस कहते हैं और इसे हिंदी में “संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ” कहते हैं।
यूपीए की मुखिया भारतीय नेशनल कांग्रेस पार्टी है शायद आपको पता ना हो तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंडियन नेशनल कांग्रेस पार्टी हमारे भारत देश की पुरानी पार्टियों में से एक पार्टी है
जब हमारा भारत देश आजाद हुआ था, तो उससे पहले ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी का उदय हो गया था। इसके कई सदस्यों ने हमारे भारत देश की आजादी में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और इसके काफी सदस्यों ने हमारे भारत देश की आजादी के लिए अपनी जान निछावर की थी।
अगर हम वर्तमान की बात करें, तो वर्तमान में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी हैं।इसके अलावा इस पार्टी की संरक्षक सोनिया गांधी है।
■ UPA के सदस्य
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी
- राष्ट्रीय जनता दल
- द्रविड़ मुनेत्र कझागम
- इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग
- झारखंड मुक्ति मोर्चा
- जनता दल (सेक्युलर)
- केरल कांग्रेस (एम)
- राष्ट्रीय लोक दल
- क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी
- कम्युनिस्ट मार्क्सवादी पार्टी (जॉन)
- केरल कांग्रेस (जैकब)
- भारत की शांति पार्टी
- महान दल
■ एनडीए क्या है
एनडीए का पूरा नाम है नेशनल डेमोक्रेटिक एलाइंस। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नेशनल डेमोक्रेटिक एलाइंस का गठन साल 1998 में हमारे भारत के महान नेता अटल बिहारी बाजपेई के द्वारा किया गया था।
साल 1998 में जब एनडीए का गठन हुआ तो उसके बाद एनडीए की सरकार आई परंतु इस गठबंधन के 1 साल के बाद ही ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कजागम पार्टी ने एनडीए से अपना समर्थन वापस ले लिया,जिसके कारण एनडीए की सरकार गिर गई।
परंतु साल 1999 में भाजपा सरकार ने छोटे-छोटे क्षेत्रीय दलों का समर्थन हासिल किया और हमारे देश में भाजपा की सरकार बन गई।आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शुरुआत में जब एनडीए बना था, तब इसमें 13 सदस्य पार्टियां थी।
अगर हम एनडीए के वर्तमान अध्यक्ष की बात करें तो वर्तमान में एनडीए के अध्यक्ष हमारे भारत देश के गृह मंत्री अमित शाह है। एनडीए के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने भारत के कई राज्यों में अपनी सरकार बनाई है और वह वर्तमान में कई राज्यों में अपना शासन चला रही है।
■ एनडीए के सदस्य
- भारतीय जनता पार्टी
- शिवसेना
- तेलुगु देशम पार्टी साइकिल
- लोक जनशक्ति पार्टी
- शिरोमणि अकाली दल
- जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी
- राष्ट्रीय लोक समता पार्टी
- अपना दल
- नागा पीपुल्स फ्रंट
- ऑल इंडिया एन॰आर॰ कांग्रेस
- नेशनल पीपुल्स पार्टी
- पाट्टाली मक्कल कॉची
- स्वाभिमानी पक्ष
- रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया (ए)
- इण्डिया जननायगा काच्ची
- ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन
- कामतापुर पीपुल्स पार्टी
- केरल कांग्रेस (थॉमस)
- केरल कांग्रेस (नेशनलिस्ट)
- कोंगुनाडु मक्कल देसिया कच्ची
- गोरखा जनमुक्ति मोर्चा
- गोवा विकास पार्टी
- जन सेना पार्टी
- जम्मू और कश्मीर पीपुल्स कांफ्रेंस
- देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कड़गम
- नार्थ-ईस्ट रीजनल पोलिटिकल फ्रंट
- पुथिया नीधि काची
- बहुजन रिपब्लिकन एकता मंच
- मणिपुर पीपुल्स पार्टी
- महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी
- यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट
- राष्ट्रीय समाज पक्ष
- रेवोलुशनरी सोशलिस्ट पार्टी (बोल्शेविक)
- शिव संग्राम
- हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर)
■ यूपीए का मतलब क्या होता है
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यूपीए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी को ही कहा जाता है। साल 2004 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी को नया नाम यानी कि यूपीए दिया गया। इस पार्टी की संरक्षक सोनिया गांधी है और वर्तमान में इस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी हैं,जो अमेठी लोकसभा सीट से पूर्व सांसद रह चुके हैं।
फिलहाल अमेठी सीट से स्मृति ईरानी सांसद है,जो कि भारतीय जनता पार्टी से संबंध रखती है। स्मृति ईरानी ऐसी पहली भाजपाई सांसद हैं जिन्होंने अमेठी में राहुल गांधी को हराकर सांसद का चुनाव जीता और अमेठी में गैर कांग्रेसी सांसद बनी।
यूपीए का गठन लगभग 10 राजनीतिक दलों के गठबंधन के साथ किया गया था, इसलिए यूपीए भारत से केंद्र-वाम राजनीतिक दलों का एक गठबंधन कहा जाता है, जिसे 2004 में आम चुनावों के बाद बनाया गया था।
वहीं यूपीए के तहत सबसे बड़ी पार्टी
इंडियन नेशनल कांग्रेस यानी कि राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ही है। यूपीए का गठन साल 2004 के आम चुनावों के बाद किया गया था, जब यह पूर्ण रूप से स्पष्ट हो गया था कि किसी भी अन्य पार्टी को बहुमत नहीं मिला है।
यूपीए को हमारे भारत देश की क्षेत्रीय तथा राष्ट्रीय पॉलिटिकल पार्टियों का एक ग्रुप माना जाता है।इसका निर्माण इसलिए किया गया था, क्योंकि बहुत बार चुनाव में किसी भी पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर बहुमत की सीटें प्राप्त नहीं होती है और ऐसे में यह असमंजस होता है कि आखिर किस पार्टी को सत्ता सौंपी जाए, इसीलिए ऐसी अवस्था में एक या दो पार्टी आपस में गठबंधन करके सरकार बनाती थी,जिसे गठबंधन की सरकार कहा जाता था।
आपको याद होगा कि बिहार चुनाव में भी भाजपा पार्टी के विरोध में कई पार्टियों ने आपस में मिलकर गठबंधन किया था, जिसे महागठबंधन का नाम दिया गया था, परंतु फिर भी भाजपा पार्टी ने महागठबंधन को
बिहार चुनावों में हराकर बिहार में सत्ता हासिल की, जिसके कारण बिहार राज्य में भाजपा का मुख्यमंत्री बना।वर्तमान में बिहार राज्य के मुख्यमंत्री श्रीमान नीतीश कुमार है।
■ यूपीए का गठन कब हुआ था
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यूपीए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी को ही कहा जाता है। साल 2004 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी को नया नाम यानी कि यूपीए दिया गया। इस पार्टी की संरक्षक सोनिया गांधी है और वर्तमान में इस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी हैं,जो अमेठी लोकसभा सीट से पूर्व सांसद रह चुके हैं।
यूपीए का गठन लगभग 10 राजनीतिक दलों के गठबंधन के साथ किया गया था, इसलिए यूपीए भारत से केंद्र-वाम राजनीतिक दलों का एक गठबंधन कहा जाता है, जिसे 2004 में आम चुनावों के बाद बनाया गया था।
वहीं यूपीए के तहत सबसे बड़ी पार्टी
इंडियन नेशनल कांग्रेस यानी कि राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ही है। यूपीए का गठन साल 2004 के आम चुनावों के बाद किया गया था, जब यह पूर्ण रूप से स्पष्ट हो गया था कि किसी भी अन्य पार्टी को बहुमत नहीं मिला है।
यूपीए को हमारे भारत देश की क्षेत्रीय तथा राष्ट्रीय पॉलिटिकल पार्टियों का एक ग्रुप माना जाता है।
■ यूपीए के वर्तमान सदस्य की लिस्ट
- Janata Dal
- Mahan Dal
- Kerala Congress
- Socialist Janata
- Rashtriya Lok Dal
- Rashtriya Janata Dal
- Peace party of India
- Indian National Congress
- Indian Union Muslim League
- Revolutionary Socialist Party
■ इंडियन नेशनल कांग्रेस कौन है
हमारे भारत देश में 28 से अधिक राज्य हैं और उन सभी राज्यों को अच्छे से चलाने के लिए उन सभी राज्यों में किसी न किसी पार्टी का मुख्यमंत्री है। वैसे तो हमारे भारत देश में असंख्य पार्टियां हैं, जो अलग-अलग राज्यों में सत्ता पर काबिज हैं, परंतु अगर हम भारत की बात करें तो हमारे भारत देश में मुख्य तौर पर दो पार्टी नेशनल पार्टी मानी जाती है जिसमें से एक है एनडीए और दूसरी है यूपीए।
इन दोनों पार्टियों से समय-समय पर हमारे भारत के प्रधानमंत्री उम्मीदवार चुने जाते है। वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी से हमारे भारत देश के प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी हैं। श्रीमान नरेंद्र मोदी जी साल 2014 में हमारे भारत देश के प्रधानमंत्री बने थे और तब से यह लगातार हमारे भारत देश के हितों के लिए अच्छा काम कर रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के बाद वर्तमान में हमारे भारत देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी इंडियन नेशनल कांग्रेस है।इंडियन नेशनल कांग्रेस को हिंदी में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कहा जाता है।
इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष अमेठी से पूर्व सांसद राहुल गांधी है और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की संरक्षक सोनिया गांधी है, जो कि हमारे भारत देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की वाइफ है।
■ इंडियन नेशनल कांग्रेस की स्थापना कब हुई
इंडियन नेशनल कांग्रेस याने कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की स्थापना साल 1885 में में 30 दिसंबर को हमारे भारत देश के मुंबई राज्य में उस समय हुई जब भारत की विभिन्न प्रेसिडेंसीयो और प्रांतों के 72 सदस्य मुंबई में इकट्ठा हुए थे।
काशीनाथ त्रयम्बक तैलंग,फिरोजशाह मेहता,एस. सुब्रमण्यम अय्यर, एम. वीराराघवाचारी,,दादाभाई नैरोजी, एन.जी.चंद्रावरकर ,रह्मत्तुल्ला एम.सयानी, और व्योमेश चन्द्र बनर्जी उन कुछ महत्वपूर्ण नेताओं में शामिल थे जो गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज में आयोजित कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन में शामिल हुए थे।
■ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लक्ष्य और उद्देश्य
• जटिल समस्याओं पर शिक्षित वर्ग की राय को जानना
• देशवासियों के मध्य मैत्री को प्रोत्साहित करना
• जाति,धर्म प्रजाति और प्रांतीय भेदभाव से ऊपर उठकर राष्ट्रीय एकता की भावना का विकास करना
• राष्ट्रीय एकता की भावना को संगठित करना
• भविष्य के जनहित कार्यक्रमों की रुपरेखा तैयार करना
• जनमत को संगठित व प्रशिक्षित करना
• लोकप्रिय मांगों को याचिकाओं के माध्यम से सरकार के सामने प्रस्तुत करना
■ इंडियन नेशनल कांग्रेस के अभी तक के सभी अध्यक्ष की लिस्ट
- वयोमेश चन्द्र बनर्जी (1885, बम्बई अधिवेशन)
- दादा भाई नौरोजी (1886 कलकत्ता अधिवेशन)
- बदरुद्दीन तैयब जी (1887 मद्रास अधिवेशन)
- जॉर्ज यूल (1888 इलाहाबाद अधिवेशन)
- विलियम वेडरबर्न (1889 बम्बई अधिवेशन)
- फिरोजशाह मेहता (1890 कलकत्ता अधिवेशन)
- पी. आनन्द चार्लू (1891 नागपुर अधिवेशन)
- व्योमेश चन्द्र बनर्जी (1892 इलाहाबाद अधिवेशन)
- दादा भाई नौरोजी (1893 लाहौर अधिवेशन)
- अल्फ़्रेड बेब 1894 (मद्रास अधिवेशन)
- सुरेन्द्रनाथ बनर्जी (1895 पूना अधिवेशन)
- रहीमतुल्ला सयानी (1896 कलकत्ता अधिवेशन)
- सी. शंकरन नायर (1897 अमरावती अधिवेशन)
- आनन्द मोहन बोस (1898 मद्रास अधिवेशन)
- रमेश चन्द्र दत्त (1899 लखनऊ अधिवेशन)
- एन.जी. चन्द्रावरकर (1900 लाहौर अधिवेशन)
- दिनशा इदुलजी वाचा (1901 कलकत्ता अधिवेशन)
- सुरेन्द्रनाथ बनर्जी 1902 (अहमदाबाद अधिवेशन)
- लाल मोहन घोष 1903 (मद्रास अधिवेशन)
- हैनरी कॉटन 1904 (बम्बई अधिवेशन)
- गोपाल कृष्ण गोखले 1905 (बनारस अधिवेशन)
- दादा भाई नौरोजी 1906 (कलकत्ता अधिवेशन)
- रास बिहारी घोष 1907 (सूरत अधिवेशन)
- रास बिहारी घोष 1908 (मद्रास अधिवेशन)
- मदन मोहन मालवीय 1909 (लाहौर अधिवेशन)
- विलियम वेडरबर्न 1910 (इलाहाबाद अधिवेशन)
- बिशन नारायण धर 1911 (कलकत्ता अधिवेशन)
- आर.एन. मुधोलकर 1912 (बांकीपुरअधिवेशन)
- नवाब सैयद मोहम्मद बहादुर 1913 (कराची अधिवेशन)
- भूपेंद्र नाथ बोस 1914 (मद्रास अधिवेशन)
- सत्येन्द्र प्रसन्नो सिन्हा 1915 (बम्बई अधिवेशन)
- अम्बिका चरण मज़ूमदार 1916 (लखनऊ अधिवेशन)
- एनी बेसेंट 1917 (कलकत्ता अधिवेशन)
- मदन मोहन मालवीय 1918 (दिल्ली अधिवेशन)
- सैयद हसन इमाम 1918 बम्बई (विशेष सत्र)
- मोतीलाल नेहरू 1919 (अमृतसर अधिवेशन)
- लाला लाजपत राय 1920 कलकत्ता (विशेष सत्र)
- सी. विजय राघवा चारियर 1920 (नागपुर अधिवेशन)
- हकीम अजमल खां 1921 (अहमदाबाद अधिवेशन)
- चित्तरंजन दास 1922 (गया अधिवेशन)
- मोहम्मद अली जौहर 1923 (काकीनाडा अधिवेशन)
- अबुलकलाम आजाद 1923 दिल्ली (विशेष सत्र)
- महात्मा गांधी 1924 (बेलगाम अधिवेशन)
- सरोजिनी नायडू 1925 (कानपुर अधिवेशन)
- एस. श्रीनिवास आयंगार 1926 (गौहाटी अधिवेशन)
- मुख्तार अहमद अंसारी 1927 (मद्रास अधिवेशन)
- मोतीलाल नेहरू 1928 (कलकत्ता अधिवेशन)
- जवाहरलाल नेहरू 1929-30 (लाहौर अधिवेशन)
- सरदार पटेल 1931 (कराची अधिवेशन)
- मदन मोहन मालवीय 1932 (दिल्ली अधिवेशन)
- नेली सेनगुप्त 1933 (कलकत्ता अधिवेशन)
- राजेन्द्र प्रसाद 1934-35 (बम्बई अधिवेशन)
- जवाहरलाल नेहरू 1936 (लखनऊ अधिवेशन)
- जवाहरलाल नेहरू 1936-37 (फैजपुर अधिवेशन)
- सुभाष चंद्र बोस 1938 (हरिपुरा, गुजरात अधिवेशन)
- सुभाष चंद्र बोस 1939 (त्रिपुरी अधिवेशन)
- अबुलकलाम आजाद 1940-46 (रामगढ़ अधिवेशन)
- जे. बी. कृपलानी 1947 (मेरठ अधिवेशन)
- भोगराजू पट्टाभि सीतारामैया 1948-49 (जयपुर अधिवेशन)
- पुरुषोत्तम दास टंडन 1950 (नासिक अधिवेशन)
- जवाहरलाल नेहरू 1951-52 (दिल्ली अधिवेशन)
- जवाहरलाल नेहरू 1953 (हैदराबाद अधिवेशन)
- जवाहरलाल नेहरू 1954 (कलकत्ता अधिवेशन)
- यू.एन. ढेबर 1955 (अवादी अधिवेशन)
- यू.एन. ढेबर 1956 (अमृतसर अधिवेशन)
- यू.एन. ढेबर 1957 (इंदौर अधिवेशन)
- यू.एन. ढेबर 1958 (गौहाटी अधिवेशन)
- यू.एन. ढेबर 1959 (नागपुर अधिवेशन)
- इंदिरा गांधी 1959 (दिल्ली अधिवेशन)
- नीलम संजीव रेड्डी 1960 (बेंगळूरू अधिवेशन)
- नीलम संजीव रेड्डी 1961 (भावनगर अधिवेशन)
- नीलम संजीव रेड्डी 1962-63 (पटना अधिवेशन)
- के. कामराज 1964 (भुवनेश्वर अधिवेशन)
- के. कामराज 1965 (दुर्गापुर अधिवेशन)
- के. कामराज 1966-67 (जयपुर अधिवेशन)
- एस. निजलिंगप्पा 1968 (हैदराबाद अधिवेशन)
- एस. निजलिंगप्पा 1968 (गुजरात अधिवेशन)
- पी. मेहुल 1969 (फरीदाबाद अधिवेशन)
- जगजीवन राम 1970-71 (बम्बई अधिवेशन)
- शंकरदयाल शर्मा 1972-74 (कलकत्ता अधिवेशन)
- देवकान्त बरुआ 1975-77 (चंडीगढ़ अधिवेशन)
- इंदिरा गांधी 1978-83 (दिल्ली अधिवेशन)
- इंदिरा गांधी 1983-84 (कोलकाता अधिवेशन)
- राजीव गांधी 1985-91 (मुम्बई अधिवेशन)
- पी. वी. नरसिंहराव 1992-96 (तिरुपति अधिवेशन)
- सीताराम केसरी 1996-98 (कोलकाता अधिवेशन)
- सोनिया गांधी 1998-2017 (कोलकाता अधिवेशन)
- राहुल गांधी 2017-2019 (दिल्ली सत्र)
- सोनिया गांधी 2019- से अब तक अंतरिम अध्यक्ष
■ राहुल गांधी कौन है
राहुल गांधी का जन्म सन 1970 में 19 जून को हमारे भारत देश के दिल्ली राज्य में हुआ था। उनकी माता का नाम सोनिया गांधी और पिता का नाम राजीव गांधी था। सोनिया गांधी वर्तमान में जीवित हैं और राजीव गांधी की एक आतंकवादी हमले में मृत्यु हो गई थी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राजीव गांधी हमारे भारत देश के प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं और राहुल गांधी की दादी यानी कि इंदिरा गांधी भी हमारे भारत देश की प्रधानमंत्री रह चुकी है।
राहुल गांधी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से संबंध रखते हैं और इन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई दिल्ली से तथा आगे की पढ़ाई हार्वर्ड कॉलेज से की है।
आपकी और दोस्तों
तो दोस्तों ये था upa का फुल फॉर्म क्या है, हम उम्मीद करते है की इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको upa के फुल फॉर्म के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी.
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