सुसाइड करने के कारण | लोग आत्महत्या क्यों करते है

हेलो दोस्तों क्या आप जानना चाहते हैं सुसाइड के कारण आत्महत्या करने के कारण टॉप बिल्कुल सही लेख पर हैं कृपया आज हम आपको बताएंगे कि आखिरकार लोगे सुसाइड क्यों करते हैं और क्यों अपनी इस प्यारी सी जिंदगी को खत्म करने के बारे में सोचते हैं. दोस्तों यह केवल हमारी ही नहीं बल्कि पूरे दुनिया की प्रॉब्लम है न जाने कितने मासूम लोग इसी प्रॉब्लम के शिकार हो करके अपनी जान देने पर राजी हो जाते हैं

हम अगर आप से कहें तो हम कभी इन लोगों के दर्द के बारे में कभी सोच नहीं सकते कि यह लोग कितने दर से गुजरते हैं पर फिर भी हम लोग इनको पता नहीं क्यों बेवकूफ कहते हैं या लाचार कहते हैं या कमजोर कहते हैं. दोस्तों सिचुएशन कभी किसी के हाथ में नहीं होती यह कब बदल जाए कब किसको पता नहीं कौन आदमी एक पल में बहुत ज्यादा खुश रहता है और वह दूसरे पल में इतना ज्यादा दुखी हो जाता है कि क्या बताएं

यह तो सब ऊपर वाले की देन है उसकी मर्जी के बगैर यहां पर कुछ नहीं होता। हमारे देश में आए गए दिन कितने लोग अपनी जान ले लेते हैं और छोड़ जाते हैं वह दर्द का समंदर अपने घर परिवार वालों पर और अपने बीवी बच्चों का. अगर देखा जाए तो इसमें केवल मर्जी नहीं औरतों की भी संख्या बहुत ज्यादा है.

तो यह हमारे लिए बहुत ही दुखद बात अक्सर जो लोग सुसाइड करते हैं या आत्महत्या करते हैं बाहर के लोग उनके सुसाइड करने का यह जान देने का सही कारण जान नहीं पाते और ना जाने उनके बारे में कैसी कैसी बातें बनाने उन्होंने वह किया होगा तब उसने सुसाइड कर लिया उन्होंने वह किया होगा तब उसने आत्महत्या कर लिया होगा पर दोस्तों हमें कोई हक नहीं बनता कि हम इसके बारे में कुछ भी बोल दे बिना कोई ठोस वजह के

हम किसी की लाइफ के बारे में जानते हैं क्या वह अपने लाइफ में कितनी प्रॉब्लम में है वह की स्थिति से गुजर रहा है हम लोग नहीं जान सकते जब तक वह स्थिति में आप नहीं जाओगे तब तक हम उस दर्द का एहसास भी नहीं कर पाएंगे वह लोग उस दर्द का एहसास कर पाते हैं जो लोग उस स्थिति में है

पर हम ऐसे लोगों से तो यह कहना चाहेंगे जो लोग इतना भयानक कदम उठाने के लिए अपने लाइफ में राजी हो जाते हैं सुसाइड करने बाद में जान देने की बात अपने दिमाग में डालते हैं तो हम उनसे यह रिक्वेस्ट करेंगे कि आप थोड़ा सा हिम्मत रखिए थोड़ा सा अपने में साहस बनाएंगे की सुसाइड करना एक परमानेंट सलूशन होगा आपके टेंपरेरी प्रॉब्लम का

दोस्तों इससे पहले हमने एक लेख लिखा था जो कि हमने उस में बहुत अच्छी-अच्छी बातें कही हैं और हम आपसे यह रिक्वेस्ट करते हैं कि आप उस लिए कुछ ज़रूर पढ़िए उसका लिंक हम नीचे दे रहे हैं

सुसाइड कैसे करें

दोस्तों वैसे देखा जाए तो सुसाइड करने के कारण बहुत से और लोग क्यों आत्महत्या करते हैं इसके भी कारण बहुत हैं पर आज हम उन कारणों के बारे में बात करेंगे जिसकी वजह से ज्यादा से ज्यादा लोग अपनी जान गवाने पर उतर आते हैं. दोस्तों इस लेख से हम किसी को मैसेज नहीं कर रहे हैं या प्रोत्साहन नहीं दे रहे हैं कि आप ऐसे भयंकर कदम उठाएं

यह बस आपकी जानकारी के लिए है आपकी इंफॉर्मेशन के लिए गए हम से काफी लोग पूछते हैं कि आखिर यह लोग सुसाइड करने पर क्यों तैयार हो जाते हैं और इनके आत्महत्या करने के कारण क्या है. तो हमने भी यह सोचा कि क्यों ना इस टॉपिक पर एक लेख लिखा जाए ताकि सबको पता चल पाए कि आखिर सबसे बड़ी प्रॉब्लम क्या है किन प्रॉब्लम की वजह से लोगों की समस्या के वजह से लोग आत्महत्या करने पर राजी हो जाते हैं

तो आज का लेख हमारा इसी टॉपिक पर है जिसमें हम सबसे ज्यादा सुसाइड करने के कारण जो बनते हैं उनके बारे में डिस्कस करेंगे और देखेंगे कि किन परिस्थितियों से यह लोग गुजरते हैं जिनकी वजह से यह लोग आत्महत्या करने मैं मजबूर हो जाते हैं

आत्महत्या या सुसाइड करने के कारण

लोग क्यों आत्महत्या या सुसाइड करते हैं

suicide karne ke karan

१. प्यार में धोखा खाना

दोस्तों अक्सर कॉलेज में जाने वाले लड़के लड़की आपस में प्यार कर बैठते हैं और यह होता है कि यह जो प्यार होता है ना यह कह सकते हैं हम की बचपन वाला प्यार होता है एक अट्रेक्शन होता है जो आजकल के नवयुवको मैं बहुत ज्यादा देखा गया

हम भी जब कॉलेज पढ़ते थे तो हमें भी यह लगता था कि हम भी लव स्टोरी चलाएं हम भी गर्लफ्रेंड बनाएं हम भी बॉयफ्रेंड बनाएं कॉलेज में जाने वाले बच्चों की मानसिक स्थिति सेट हो जाती है यहां हम कॉलेज जा रहे हैं तो हमें love story चलानी है हमें बॉयफ्रेंड बनाना है हमें गर्लफ्रेंड बनाना है इत्यादि

इसके बाद क्या होता है जैसे वो रिश्ता आगे बढ़ता है पर कुछ लोग होते हैं जो लोग टाइमपास के लिए सिर्फ प्रेम मोहब्बत करते हैं और जैसे उनका मन भर जाता है तो वह एक दूसरे से अलग होने की पूरी कोशिश कर देते हैं

अब हम इसमें किसी को दोष नहीं देंगे कि लड़के बेवफा होते हैं या लड़की बेवफा होती हैं इसमें से कोई भी हो सकता है. और हमें इस सिचुएशन में लड़के को या लड़की को दोष देना ही ज्यादा लड़कियां बेवफा होती हैं या ज्यादा लड़के बेवफा होते हैं तो हम यह बात कह नहीं सकते क्योंकि हम नहीं जानते

अब इसके बाद यह होता है कि जैसे उनकी कॉलेज लाइफ खत्म हो जाती है तो उनका समय आ जाता है कि अपने जीवन में आगे बढ़े और नए कैरियर की तरफ जाएं। स्थिति में यह होता है कि यह बच्चों का लाइफ में एक बदलता हुआ दौर होता है जिसमे उन लोग एक नई शुरुआत करना चाहते हैं तो ऐसे में अक्सर प्रेमी जोड़े के बीच में टकराव लड़ाई झगड़े शुरू हो जाते हैं

या तो लड़का लड़की को छोड़ना चाहता है या फिर लड़की लड़के को छोड़ना चाहती है कुछ भी हो सकता है पर जो अगला आदमी हो या अगला इंसान हो उसके दिल पर तो बिल्कुल ऐसे खंजर चलने लग जाते हैं कि वह धोखेबाज है उसने मेरा इस्तेमाल किया उसने मेरे साथ खेला उसने मेरी फीलिंग को हर्ट किया और मैं बेवकूफ बना रहा या बनती रही

दोस्तों तो यह सबसे बड़ा रीजन है कॉलेज या स्कूल में जाने वाले बच्चों की आत्महत्या करने का कारण बन जाता है. और 50% बच्चे जो आत्महत्या करते हैं इसके शिकार होते हैं

हमारी सलाह

दोस्तों अब जैसे कि हमने आपको एक कारण तो बता दिया कि लोग क्यों आत्महत्या करते हैं अब हम आपको इस विषय पर एक बात कहना चाहेंगे यह तो लाइफ है आप किसी को जीवन में जकड़ कर नहीं रख सकते यह बात गलत है कि किसी से प्रेम मोहब्बत में धोखा करना या बेवफाई करना सरासर गलत है और करना भी नहीं चाहिए किसी को आप जैसे कर्म करोगे वैसा फल मिलेगा

अगर आप भी प्रेम मोहब्बत बेवफाई का शिकार बने हैं आपको धोखा मिला है तो आपको अपने आप को संभालना है और सुसाइड करना आया आत्महत्या करना इस प्रॉब्लम का सलूशन नहीं है. हम आपके दिल की फीलिंग को पूरी तरह से समझने दोस्तों अगर आप सोच रहे होंगे कि हम आपको सलाह दे रहे हैं मुस्कुरा दे रहे हैं तो दोस्तों हम आपकी फीलिंग को बिल्कुल समझते हैं कि आपकी इस दर्द से गुजर रहे हो और आप को तो बस एक ही जुनून सवार है कि मुझे मरना है किसी भी हाल में कुछ मुझे धोखा मिला है और आप कुछ इंसान के बगैर एक पल भी जीना नहीं चाहते

दोस्तों हम यहां पर आप से एक रिक्वेस्ट करेंगे कि थोड़ा सा वक्त दीजिए अपने आपको थोड़ा घर परिवार वालों के साथ रहिए देखना सब कुछ धीरे-धीरे सब कुछ ठीक हो जाएगा। और यह हम आपसे बात करना चाहते हैं कि अगर आपके साथ किसी ने कभी भी बुरा किया तो उस इंसान का जिंदगी में कभी भी अच्छा नहीं होगा।

दोस्तो हमारा यकीन कीजिएगा यह भगवान की लड़की देखी है की अगर कोई इंसान आपको दुख पहुंचाता है तो उसका बदला आपको नहीं देना है उसका बदला ऊपरवाला उससे अपने आप मिलेगा तो आपको ऐसा कुछ करने की कोई जरूरत नहीं है बस अपने आप को संभाल लिए अपने फीलिंग को संभालिए और ऐसे कदम उठाने की कोई जरूरत नहीं है लाइफ बहुत बड़ी है दोस्तों एक प्यार करने वाला छोड़कर क्या चला गया यार एक प्यार करने वाली छोड़ कर चले गए या वह बेवफा निकला या वह बेवफा निकली इससे कुछ भी फर्क नहीं पड़ना चाहिए आपको

आपको अपने मन में यह सोच कर चलना है कि अरे उसने मुझे धोखा दे दिया कोई बात नहीं यह मेरे और भी अच्छा हो गया कि मैं एक धोखेबाज के साथ अपनी जीवन बिताने के बारे में सोच रहा था क्या सोच रही थी

अब मेरी आंखे खुल गई है और मैं अब ऐसा जिंदगी में कुछ नहीं करूंगा आज एक नहीं हजार है हमारे घर परिवार वाले हमारे लिए बहुत अच्छा रिश्ता ढूंढ लेंगे और हम बहुत ज्यादा खुश नसीब है कि हमें शादी के बंधन में बनने से पहले हमको पता चल गया कि वह बेवफा है और उसकी आदत सही नहीं जिसे कि आपकी आने वाली जिंदगी खराब ना हो दोस्तो आप इस बात को लेकर के परेशान ना हो करके खुश रहो कि मुझे बुरा होने से पहले मेरे को भगवान ने सही ट्रैक पर ला दिया

२. डिप्रेशन का शिकार होना

डिप्रेशन एक ऐसी बीमारी है ऐसी मानसिक रोग है जिसकी वजह से ना जाने कितने लोग आत्महत्या सुसाइड करने पर मजबूर हो जाते हैं. क्योंकि अगर आपको बुखार है जुखाम है कोई भी प्रॉब्लम हो रही है आपको उसका इलाज कर सकते हो एक-दो दिन में ठीक हो जाता है

पर दोस्तो डिप्रेशन इतनी भयानक मानसिक रोग है जिसमें इंसान एक बार अगर फस जाता है तो उसे बाहर निकलने मे बहुत समय लग जाता है. कुछ लोग तो साहसी होते हैं वह तो डिप्रेशन से लड़के अपने आपको संभाल लेते हैं पर कुछ लोग जो मानसिक रूप से थोड़े कमज़ोर होते हैं या बातों को अपने दिल पर ज्यादा ले लेते हैं वह लोग सुसाइड करने पर या आत्महत्या करने जैसी स्थिति तक पहुंच जाते हैं

डिप्रेशन में अक्सर जो लोग होते हैं उनको बाहरी दुनिया बिल्कुल खत्म सी महसूस होने लगती है वह हरदम उदासी के घेरे में घिरे हुए होते हैं. फिर चाहे वह इंसान कहीं पर भी हो कितनी भी प्यारी जगह हो या आसपास में कितनी भी ख़ुशी हो वह इंसान हरदम डिप्रेस्ड रहता है. उसको यह फील होता है कि मतलब की यह दुख से तो अच्छा है कि मैं एक बार मैंने जिंदगी को खत्म कर दूं

वह सोचते हैं कि रोज यह तिल तिल कर मरना अंदर से घुटना उनको लगता है कि हम सही तरीके से सांस नहीं ले पा रहे हैं तो सोचने की इससे छतों में अपनी जिंदगी को ही खत्म कर देता हूं मैं आत्महत्या कर लेता हूं ताकि मैं इस दर्द भरे डिप्रेशन से छुटकारा पा सकूं

दोस्तों अगर कोई इंसान हो जो डिप्रेशन में है तो उनको समझ पाना बहुत ही मुश्किल होता है क्योंकि कोई बाहरी बीमारी हो तो इंसान पहचान जाएगा कि इसको यह हो रहा है इसको हो रहा है. कोई इंसान पागल है तो उसको देखकर पहचान जाएगा कि यह इंसान पागल है क्योंकि उनके हरकते उस तरीके की होती है

लेकिन यहां पर जो लोग डिप्रेशन के शिकार हैं वह बाहर से किसी को पता भी नहीं चलेगा कि वह लोग डिप्रेशन के शिकार हैं और वह लोग अंदर से अपने आप को कितना दुखी महसूस करते हैं तो ऐसे में इन डिप्रेशन के शिकार लोगों को पहचानना बड़ा मुश्किल हो जाता है

पर दोस्तों जितना आप दुनिया में कोई भी बीमारी हो डिप्रेशन उतना ही ज्यादा खतरनाक होता है क्योंकि आंकड़ों के मुताबिक डिप्रेशन में मरने वालों की संख्या बहुत ज्यादा होती है क्योंकि एक समय डिप्रेशन में आ जाता है डिप्रेशन इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि वह फिर उसको एक दिन भी खेलना पसंद नहीं करते

हमारी सलाह

तो दोस्तों यह हमने देखा कि डिप्रेशन कैसे सुसाइड करने के कारण और आत्महत्या करने के कारण बनता है लेकिन अगर आप भी सुसाइड करने के मूड में हो डिप्रेशन के कारण तो हम आपको रुकने के लिए कहेंगे। डिप्रेशन ऐसी कोई जानलेवा बीमारी तो नहीं किया जा सकता हमारे यहां पर बहुत से ऐसे मनोचिकित्सक है जो लोग आपको डिप्रेशन से संबंधित दवाइयां देंगे और उसे ठीक करने की आपको ट्रीटमेंट देंगे जिससे कि आपका डिप्रेशन धीरे धीरे कम हो जाएगा खत्म हो जाएगा

दोस्तों पर हमने यह भी देखा है कि जो लोग डिप्रेशन के शिकार होते हैं उनका डिप्रेशन तो खत्म हो जाता है पर उनके अंदर यह वहम रहता है कि हम अभी डिप्रेशन के शिकार हैं. ऐसा क्यों होता है देखिए हम आपको बताते हैं अक्सर लोगों की लाइफ में प्रॉब्लम होती हैं चाय आपकी लाइफ में ले लो या हमारे लाइफ में ले लो ऐसा दुनिया में कोई इंसान बना नहीं है जिसकी लाइफ में प्रॉब्लम नहीं है.

तो यहां पर यह होता है कि हम तो डिप्रेशन के शिकार नहीं है ना ही आप डिप्रेशन के शिकार हो और जो लोग डिप्रेशन के शिकार होते हैं वह लोग प्रॉब्लम को भी डिप्रेशन से कनेक्ट करने लग जाते हैं और वह सोचते हैं कि मेरा डिप्रेशन ठीक नहीं हुआ और मेरे लाइफ में प्रॉब्लम ही प्रॉब्लम आती जा रही है

और दोस्तों हर प्रॉब्लम को आप डिप्रेशन से मत छोड़ा करो आपका डिप्रेशन ठीक भी हो जाएगा तो प्रॉब्लम तो आपके लाइफ में आती रहेगी पर उसको डिप्रेशन के साथ मत जोड़ा करो

डॉक्टरों का मानना है कि हम अगर डिप्रेशन का सही सही इलाज करेंगे डिप्रेशन पूरी तरह से खत्म हो सकता है और हो भी जाता है तो आपको क्या करना है किसी अच्छे साइकोलॉजिस्ट के पास जाना है उनके साथ अपनी प्रॉब्लम शेयर करनी है आप कैसा फील करते हो आपको डिप्रेशन कितना हाई है तो आप उनको बताएं और उसके हिसाब से वह आप का ट्रीटमेंट चालू करेंगे और दोस्तों हम पर यकीन कीजिए डिप्रेशन ठीक होने वाली बीमारियों में से

तो आप इसको अपने जिंदगी खत्म करने का कारण ना बनेंगे इलाज कीजिए और डिप्रेशन को अपनी जिंदगी से हटा दीजिए

३. रेप होना

हमने देखा है और आपने भी देखा है कि अखबारों में समाचारों में अक्सर हम देखते हैं कि यहां पर रेप हो गया यहां पर गैंगरेप हो गया यहां पर एक लड़की के साथ बलात्कार हो गया यहां पर एक लड़की के साथ कितने जनों ने बलात्कार कर दिया सामूहिक बलात्कार कर दिया। तो ऐसी अनगिनत कहानियां हमको रोज अखबारों में और समाचारों में सुनने को मिलती है.

यह बात सुनकर तो हमें बहुत गुस्सा आता है कि जो लोग ऐसे हरकत करते हैं उनको तो फांसी के तख्ते पर चढ़ा देना चाहिए क्योंकि जिनके साथ वह लोग रेप कर रहे हैं जिनके साथ हम लोग बलात्कार कर रहे हैं वह भी तो किसी की मां और बहन है. तो ऐसे लोगों पर तो हम एक ही बात कहना चाहेंगे उनके मुंह पर थूकना चाहेंगे फिर चाहे वह कोई भी हो हमें कोई लेना देना नहीं है क्योंकि यह इतनी शर्मनाक चीज है कि वह लोग ऐसे काम करते हैं

तो दोस्तों यहां पर यह होता है कि जो लोग रेप के बलात्कार के शिकार होते हैं कुछ लोग तो उनमें से साहसी होते हैं जो पुलिस के पास कंप्लेन कर देते हैं और कुछ लोग ऐसे होते हैं कि उस बातों को किसी से शेयर नहीं करते क्योंकि वह बदनामी से डरते हैं और अपने मन ही मन में रख देते हैं और कुछ लड़कियां तो ऐसी होती हैं जो अपने मां बाप तक से यह बात छुपा देती है

और उसके बाद हर दिन उनके लिए नरक जैसा होता है वह अंदर ही अंदर दबते जाती है और उस भयंकर सिचुएशन से बाहर निकल नहीं पाती सिचुएशन में उनको आत्महत्या करना ही सही लगता है क्योंकि ना तो वह अपने माता पिता से बात बता सकते हैं ना ही वह बदनामी के डर से पुलिस के पास जा सकते हैं वह लोग यह सोचते हैं कि बस करना ही सबसे अच्छा सलूशन

हमारे शहर में कितनी लड़कियों की जिंदगी बर्बाद हो जाती है घरों की बहन बेटियों के साथ रेप हो जाते हैं बलात्कार हो जाते हैं यह लोग बदनामी के डर से अपना मुंह खोलते हैं

हमारी सलाह

दोस्तों हम यहां पर कहना चाहते हैं कि जो भी लड़की इस को पड़ रही है जो अगर रेप का शिकार है या आत्महत्या की शिकार है तो आप डरिए मत आप के साथ पूरी जनता है और आपका हर एक साथ देगा अगर जिसने आपके साथ रेप किया है वह आपको धमकी भी दे रहा है तो वह आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता आपको पूरा शहर झूठा करके अपने घर परिवार वालों के सामने यह बात रखी है कि जो हमारे साथ हुआ है

पुलिस की मदद लेनी है तो पुलिस की मदद लीजिए और पुलिस भी आपका पूरा साथ देगी और पूजन करने वाले इंसान को याद व्यक्ति को आप सलाखों के पीछे जरूर डालें। क्योंकि दोस्तों जो होना था वह तो हो गया अब आप इसके लिए अपनी जान तो नहीं दे सकते हैं इसके लिए सुसाइड करना सही नहीं होगा दोस्तों तो आप लड़िए जो हो गया अब उस से लड़ने में ही समझदारी होगा

हम यह नहीं कह रहे हैं कि उस इंसान को बख्श दो हरगिज़ मत पक्षों लड़ो पुलिस का सहारा लो और उनको सलाखों के पीछे डाल दो और पर अपनी जिंदगी को ठेस ना पहुंचाएं

४. रैगिंग का शिकार

हां दोस्तों अब हमारा चौथा पॉइंट आता है रैगिंग का शिकार यह भी बहुत बड़ा कारण है स्कूल और कॉलेज में जाने वाले लड़कों के साथ या लड़कियों के साथ होता है

अक्सर जो लड़के या लड़कियां अपने फर्स्ट इयर के लिए कॉलेज ज्वाइन करते हैं उनके साथ जो एक्सपीरियंस स्टूडेंट होते हैं वह लोग रैकिंग करते है. हालांकि हमारे सरकार ने इस पर बहुत ज्यादा रोक लगा दी है पर फिर भी आज के टाइम में ऐसे बहुत से स्कूल और कॉलेज हैं जहां पर रैली होती है और न जाने कितने विद्यार्थी स्टूडेंट रैगिंग के शिकार हो जाने के कारण सुसाइड कर लेते हैं

दोस्तों यहां पर यह जो बच्चे रहेंगे शिकार होते हैं यह जो बच्चे रैगिंग के शिकार होते हैं यह लोग की इतनी बेज्जती हो जाती है कि यह लोग सोचते हैं कि अब हमें सुसाइड करना ही सही होगा और हम आत्महत्या कर लेते हैं और यह लोग आत्महत्या करके अपनी जान खत्म कर देते हैं

पर दोस्तों यह बिल्कुल भी गलत बात है कि एक रैगिंग हो जाने के कारण आप अपनी जान ले लोगे यह तो समझदार लोग तो नहीं करते हैं. और हम तो समझते कि आप पढ़े लिखे हो स्कूल जाते हो पढ़ाई करते हो कॉलेज जाते हो पढ़ाई करते हो तो आप एक सिर्फ रैगिंग होने के कारण आप अपनी जिंदगी को खत्म नहीं कर सकते

हमारी सलाह

हमारी सलाह जो लोग रैगिंग के शिकार होकर सुसाइड करने के बारे में सोचते हैं या सुसाइड कर लेते हैं इनको हम यह कहना चाहेंगे कि आप इतनी सी छोटी सी बात के लिए अपनी इतनी अच्छी जिंदगी को खत्म ना कीजिए। क्योंकि यह तो सिर्फ स्कूल कॉलेज है आप एक स्कूल में हादसा घटने के कारण आप अपनी लाइव दे दोगे क्या आपके घर परिवार वालों को क्या होगा जो लोग आपसे इतना प्यार करते हैं

क्या आपने कभी हिम्मत करके सास करके जो आपके साथ घटना घटी उसके बारे में स्कूल या कॉलेज के प्रिंसिपल से बात की आपको अकेले जाने में डर लगता है तो अपने माता-पिता को साथ ले जाओ या पुलिस वाले को साथ ले जाओ और प्रिंसिपल से उनकी शिकायत करो कि इन लोगों ने हमारे साथ ऐसा ऐसा किया।
और हमें पूरा विश्वास स्कूल के प्रिंसिपल होंगे कॉलेज के जो प्रिंसिपल होंगे वह लोग उन लोग पर सत्य कार्यवाही करेंगे पर आपको अपनी जान नहीं देनी है आप को सुसाइड नहीं करना है

५. प्रेमी की मृत्यु हो जाना

दोस्तों यह नंबर वन कारण है जिस में ज्यादातर लोग आत्महत्या सुसाइड कर लेते हैं क्योंकि वह जिंदगी भर अपने प्रेमी के साथ हर एक दुख सुख जीने की कसम खाते हैं और उन्हीं के साथ जीना चाहते हैं अपनी पूरी लाइफ पर जब अचानक ही उनकी मृत्यु हो जाती है या मौत हो जाती है तो फिर वह लोग बिल्कुल टूट जाते हैं उनको लगता है कि हमारे जिंदगी में अब जीने के लिए कुछ बचा ही नहीं

तो वह लोग सुसाइड कर लेते हैं या सुसाइड करने की प्लानिंग कर लेते हैं. दोस्तों अगर आप लोग यह पढ़ रहे हैं तो आपने भी तो कभी किसी से मोहब्बत की होगी तो यह जो दर्द यह जो फीलिंग है यह हम लफ्ज़ में भी बयान नहीं कर सकते क्योंकि एक प्रेमी अपने प्रेमिका को खो देता है या प्रेमिका अपने प्रेमी को खो देती है तो इससे बड़ा दुख उनके लिए कुछ नहीं होता फिर चाहे उनके पास कितनी भी धन-दौलत हो या उनकी लाइफ कितनी बेहतरीन क्यों ना हो पर उसे एक इंसान की कमी दूसरा कोई इंसान पूरा नहीं कर सकता

हम आपकी फीलिंग से पूरी तरह से सहमत हैं कि आपकी दुख के सागर में गिर गए हो और आप कैसा महसूस करते हो पर दोस्तो हम तो आप लोगों से आओ उन तमाम लोगों से यह कहना चाहते हैं कि यह तो भगवान का बुलावा होता है जितना जिसको जीना होता है वह उतना ही जीता है ना एक मिनट कम ना एक सेकंड ज्यादा

जब जिसका बुलावा लिखा होता है फिर चाहे वह आपको हम हो या फिर कोई भी हो जिसको जितना जीना लिखा होता है वह उतना ही जीता है. तो हम तो यह कहना चाहते हैं ऐसे लोगों से जो लोग सुसाइड करने पर आत्महत्या करने का इसको कारण बना देते हैं कि अब जो इंसान गुजर गया तो उसमें भगवान की मर्जी थी कहीं ना कहीं उसके जीवन में उतना ही जीना लिखा था आप आप चाह कर भी कुछ नहीं कर पाते

अगर यह शक्ति हमारे पास होती तो हम तो अपने चाहने वालों को कभी मर नहीं ना दें तो दोस्तों यह हमारे हाथों में नहीं होता यह सब कुछ होता है ऊपर वाले के हाथों में

हमारी सलाह

तू जो लोग अपने प्रेमी या अपनी प्रेमिका को या बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड जो लोग एक दूसरे से बिछड़ जाते हैं और सुसाइड कर लेते हैं तो हम तो सोचेंगे यह बहुत ही नादान की होगी क्योंकि हम समझदार हैं हमें भी पता है कि यह सब ऊपर वाले की मर्जी है और इसको हम चाह कर भी उन की लकीरे चेंज नहीं कर सकते या उनकी जिंदगी को बना सकते हैं दुआ जरुर दे सकते हैं पर हम भगवान की जो मर्जी है उसके खिलाफ नहीं जा सकते

तो ऐसा जिसके साथ भी अगर जो हुआ हो तो हम तो उनके साथ यह कहना चाहेंगे कि अपना ध्यान रखें और अपना साथ ना खोए अपने आप को संभाल है कि जो अब हो गया सो हो गया अब हम उसको कभी वापस नहीं ला सकते यह सब कुछ ऊपर वाले की मर्जी के मुताबिक ही हुआ है किसी ने उनको जबरदस्ती आपसे दूर करने की कोशिश नहीं की है

६. नाजायज संबंध

दोस्तों यह भी बहुत बड़ा कारण है रीजन है आत्महत्या करने का सुसाइड करने का हमारे भारत में हमारे समाज में नाजायज संबंध बहुत ज्यादा मात्रा में बढ़ चुके हैं. अक्सर शादीशुदा पुरुष शादीशुदा महिला के साथ नाजायज संबंध रखते हैं या शादीशुदा महिला किसी नौजवान के साथ शारीरिक संबंध बनाती है

तो इसमें यह होता है कि अक्सर जब उनके पति या पत्नी को पता चल जाता है तो दो सिचुएशन होती है या तो सामने वाला उस इंसान को छोड़ देता है या फिर उनको इतना परेशान करता है इतना जलील करता है कि वह आत्महत्या कर लेते हैं

कई बार तो ऐसा भी हमने देखा है कि पति को जब पता चलता है कि उसकी पत्नी का या उसकी बीवी का किसी और के साथ नाजायज तालुकात हैं या नाजायज संबंध हैं तो वह उसकी जान खुद ही ले लेते हैं. और उनको तो आत्महत्या करने का भी मौका नहीं देते

और कुछ महिलाएं ऐसी हैं जिनको जब पता चलता है कि उनके पति का किसी गैर औरत के साथ नाजायज संबंध है तो फिर वह खुद इसको अपने आत्महत्या का कारण बना देती है और सुसाइड कर लेती

हमारी सलाह

दोस्तों यहां पर हम सलाह यह देना चाहेंगे कि दुनिया में ऐसी कोई इंसान या इतना कोई सत्यवादी हरिश्चंद्र की औलाद तो पैदा नहीं हुआ तू अगर सामने वाला यह गलती कर रहा है तो आपके पास तलाक लेने का रास्ता है. हम आपसे यह नहीं कहेंगे कि जब आपको पता भी चल जाए कि वह आदमी या औरत आपके साथ धोखा किया है यह आपके पीछे नाजायज संबंध में गिरी हुई है या गिरा हुआ है तो आपको उनके साथ रहने के लिए हम नहीं कह रहे हैं

अगर आप उनको एक मौका देना चाहते हैं तो बेशक आप आप उनको दे सकते हैं क्योंकि किसी की गलती अगर माफ कर दें तो इसमें कोई बुराई नहीं है. पर हमारे समाज में ऐसा बहुत कम देखा जाता है कि कोई इंसान को जब पता चल जाए कि उसका साथी किसी और के साथ शारीरिक संबंध में इन्वॉल्व है तो माफी नहीं देते हैं

तो ऐसे सिचुएशन में आपको तलाक दे देना चाहिए अगर आप उनके साथ नहीं रहना चाहते हैं तो अगर रहना चाहते हैं तो समझ बूझ कर के एक मौका और दे दे अगर नहीं रहना चाहते हैं तो तलाक दे सकते हैं उनके जान के साथ खेले नहीं नहीं उनको इतना तकलीफ दे इतना परेशान करें कि वह खुद आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाए

७. कर्जे में डूब जाना

पैसे की कमी किस को नहीं होती आज के महंगाई के जमाने में सबको होती है हमें भी होती है हमें भी कभी किसी से पैसे लेने पड़ जाते हैं. कुछ लोग ऐसे होते हैं जो उधार लेने के बाद भूल सुधार को चुकाने में पूरी जान लगा देते हैं और उस उधार को चुका देते हैं. पर कुछ लोग ऐसे होते हैं जो उधार तो ले लेते हैं पर उसको चुकाने के बारे में बिल्कुल नहीं सोचते वह अपने खर्चे में कंट्रोल ही नहीं रख पाते हैं जिससे यह होता है कि उनका कर्जा जो है घटने के बजाय बढ़ता जाता है

और यह लोग सोचते हैं कि अरे दे देंगे फिर वह कर्जा और भी बढ़ता जाता है और एक समय ऐसा आ जाता है कि कर्जा इतना बढ़ जाता है कि उसको चुकाना नामुमकिन के बराबर हो जाता है और ऐसे में लोग आत्महत्या करने पर या सुसाइड करने पर उत्तर पढ़ते हैं

कई बार हमने देखा है कि लोग तो सामने वाले को धमकी तक दे देते हैं कि अगर तुमने हमारा कर्जा इतने दिनों में नहीं उतारा तो हम यह कर देंगे हम वह कर देंगे और इस के डर से भी बहुत से लोग सुसाइड कर लेते हैं क्योंकि उनको यह पता होता है कि कर्जा इतना बढ़ चुका है कर्जा सर के ऊपर इतना बढ़ चुका है कि अब इसको चुका पाना हमारे लिए नामुमकिन हो गया

और यह नंबर वन कारण है कि लोग ज्यादा कर सुसाइड कर लेते हैं

हमारी सलाह

दोस्तों जो लोग कर्जे में डूबे हुए हैं या कर्जे से परेशान हैं तो हम उनसे यही कहेंगे कि सबसे पहले तो आप इस स्थिति में पहुंच गई मत अपने खर्चे पर थोड़ा नियंत्रण रखें और किसी से ज्यादा कर्जा लेने की कोई जरूरत नहीं। क्योंकि यह कर्जा लेने की आदत इतनी खराब है लेते समय तो हम ले लेते हैं पर जब उसको चुकाने का वक्त आता है तो हम आनाकानी करते हैं और जिसकी वजह से यह कर्जा भरदे ही जाता है और अंत में सुसाइड का कारण बन जाता है

तो दोस्तो हम तो यही कहेंगे कि आपको अपने फाइनेंसियल स्टेटस को जानकर खर्चा करना है और आपको पूरी प्लानिंग बनानी है कि हम को अपने कर्जा को कैसे उतारना है और कितना पैसा हम को हर महीने शेविंग करना है ताकि हम अपने कर्जे को उतार नहीं पाओग

९. बदनाम होना

अक्सर लोग बदनामी से डरते हैं यह बात तो हकीकत है किसी के सामने जलील होना या किसी के सामने बदनाम हो जाना यह किसी भी इंसान के लिए बहुत शर्मनाक घटना होती है और इस घटना के वजह से बहुत से लोग सोसाइटी आत्महत्या कर लेते हैं.

वह यह सोचते हैं कि अब तो हम पूरी तरह से बदनाम हो चुके हैं अब किसी को हम मुंह दिखाने के लायक नहीं रहे तो हम सुसाइड कर लेते हैं यही बेस्ट तरीका है बदनामी से बचने का

दोस्तों अगर हम आपसे कहें कि आप अगर जो ऐसा फील कर रहे हो कि हम बदनाम हो चुके हैं हम किसी को मुंह दिखाने के लायक नहीं रहे हैं तो आप ऐसे अकेले इंसान नहीं हो क्योंकि जिंदगी में हर इंसान को कहीं ना कहीं कुछ ऐसे इंसान मिल जाते हैं जो किसी की बदनामी करने से कदम पीछे नहीं हटाते हैं

यह लोग ऐसा करते हैं क्योंकि यह पहले से खुद बदनाम होते हैं और सोचते हैं कि हम तो बदनाम है ही सामने वाले को भी बदनाम कर देते हैं तो दोस्तों यहां पर आपको यह करना है कि बदनाम आप नहीं है बदनाम वह लोग हैं बदतमीज वह लोग हैं जो आप लोग को बदनाम करने की कोशिश करता है

वह लोग खुद शर्म के चंगुल में फंसे हुए हैं दुनिया उनको बदनाम कहती है और वह आप पर इल्जाम लगाते हैं आप को बदनाम करने की कोशिश करते हैं

हमारी सलाह

दोस्तो आपने यह कहावत तो सुनी होगी ना कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम होता है कहना वह आपको अगर आप अपने लाइफ में कुछ अच्छा करना चाहोगे या फिर कुछ आप से गलती हो गई तो लोग आपकी बदनामी करने में 1 मिनट नहीं लगाएंगे।

गलती किस से नहीं होती गलती इंसान से ही होती है अब जो इंसान गलती नहीं करेगा तो परमात्मा नहीं खिलाएगा। आप हमें दुनिया में ऐसा कोई इंसान बता दो जिसने कभी भी अपने जीवन में कभी भी कोई गलती नहीं की हो ऐसा हो ही नहीं सकता

तो अगर कोई आप को बदनाम कर रहा है कि आपने यह गलती कर दी आप से यह गलती हो गई तो आप उनसे एक काम कर सकते हैं माफी मांग सकते हैं बेशक अगर आपकी गलती हो तो पर इसका मतलब यह नहीं कि आप सुसाइड कर लें या आत्महत्या कर लें

आपकी और दोस्तों

तो दोस्तों यह था हमारा लेट सुसाइड के कारण और आत्महत्या के कारण अब तो आपको पता लग गया होगा कि ज्यादातर लोग सुसाइड क्यों करते हैं और लोगों का सुसाइड करने का कारण क्या होता है. हमने तो हमारे इस लेख से उन सभी लोगों को उन सभी तमाम लोगों को यह सहारा देने की कोशिश की है कि अगर आप भी इन सब से जुड़े शन से जूझ रहे हो तो सुसाइड करना या आत्महत्या करना या अपनी जान दे देना कोई रास्ता नहीं है

बल्कि आप को लड़ना है हर सिचुएशन से क्योंकि लड़ने में ही बहादुरी है और सुसाइड करने में नागदा नदी है. हम यहां पर ऐसे लोगों को कायर नहीं बोल सकते क्योंकि के सामने पहले कहा कि हम किसी इंसान के दिल के दर्द को समझ नहीं पाएंगे हम यहां पर उनको कायम नहीं कह रहे हैं पर यहां पर हम उनको यह बात कहेंगे कि वह अपने दिमाग से काम नहीं ले रहे हैं. सिचुएशन को समझने की कोशिश नहीं कर रहे हैं और परेशान होकर बस अपनी जान देने के उतर पढ़ते हैं सुसाइड करने पर उधर पढ़ते हैं

दोस्तों हमारा इस लेख से यही उन सब लोग को मैसेज है या आप लोग को मैसेज है जो भी इस प्रॉब्लम से गुजर रहे हैं कि अपने आप को संभालो और अपनी प्रॉब्लम का सलूशन ढूंढने में लगाओ नाती सुसाइड करने में

दोस्तों आपको हमारा यह लेख अच्छा लगा होगा अगर अच्छा लगा है तो हम आपसे रिक्वेस्ट करेंगे कि आप हमारे इस ब्लॉक पर सब्सक्राइब कर लें सब्सक्राइब करने के लिए आप अपनी ईमेल id का उपयोग कर सकते हैं जिससे कि हम अपने नए लेख आप तक पहुंचा सके सीधे आपके ईमेल id पर धन्यवाद

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *