सोमवार का व्रत कैसे करे: हिंदू धर्म में भगवान शिव देवो के देव महादेव माने जाते हैं। भोलेनाथ शिव जी शंकर, जटाधारी, भोले नाथ, भोला भंडारी, हिमालय बासी जैसे कई नामो से जाने जाते हैं।
भोलेनाथ पर श्रद्धा रखने वालो के लिए सोमवार का व्रत बहुत ही लाभकारी और गुणकारी होता है। खास करके कुंवारी कन्याओ के लिए तो यह व्रत और भी खास होता है।
कहा जाता है कि सोमवार का व्रत रखने से भक्त की हर एक मनोकामना भगवान शिव पूर्ण करते हैं। वही कुंवारी कन्याओ को उनका मन चाहा सुयोग्य जीवनसाथी मिलता है।
इसीलिए बहुत से लोग सोमवार के व्रत विधि के बारे में जानना चाहेंगे और इस व्रत को करना चाहते होंगे। आज हम उनके लिए इसी विषय में जानकारी लेकर आए हैं। आज के इस पोस्ट में हम आपको सोमवार के व्रत विधि के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं।
सोमवार का व्रत कैसे करे सही तरीका
सोमवार व्रत की पूजा विधि
सोमवार के व्रत करने के लिए इस दिन सुबह सुबह सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करके व्रत करने का संकल्प लेकर शिव मंदिर में जाए और शुद्ध जल से शिवलिंग को अभिषेक करते हुए ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
शिवलिंग पर कच्चा दूध अर्पित करने का विधान माना जाता है, कहा जाता है कि शिवजी को कच्चा दूध चढ़ाने से मनुष्य के तन मन और धन से जुड़ी सभी परेशानिया दूर होती है।
सोमवार का व्रत करने के दौरान आप शिवलिंग पर कच्चा दूध जरूर अर्पित करें। इसके बाद शिवलिंग पर शहद, गन्ने का रस, मधु इत्यादि चढ़ाएं और कपूर, फूल, धतूरा और भस्म चढ़ाएं, लाल चंदन से भगवान शिव का श्रृंगार करें।
कहा जाता है कि शिवलिंग पर चंदन लगाने से जीवन में सुख शांति आती है। शिवजी की पूजा करने के बाद माता गौरी की पूजा करें और सोमवार व्रत कथा का पाठ करें और फिर भगवान शिव की आरती करें।
भगवान शिव के ऊपर चढ़ाए गए दूध, शहद इत्यादि को थोड़े से परिमाण में लेकर उसे चरणामृत के रूप में ग्रहण करें और चंदन लगाकर मनोकामना पूरा होने के लिए भगवान शिव से प्रार्थना करें।
पूजा सम्पन्न होने के बाद आप अपने मन की कामना पूर्ति के लिए शिवजी के सामने प्रार्थना करें। इस व्रत में आपको खास करके सफेद रंग का ज्यादा महत्व माना जाता है व्रत करने वाले को इस दिन सफेद कपड़े पहनकर शिवलिंग पर सफेद फूल चढ़ाना चाहिए।
सोमवार व्रत करने के दौरान केवल एक समय और बिना नमक वाला भोजन करना चाहिए। सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा का बहुत महत्व होता है।
भोलेनाथ शिव को तो केवल एक लोटा जल से भी प्रसन्न किया जा सकता है। सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से व्यक्ति की हर एक मनोकामना पूर्ण होती है।
सोमवार व्रत विधि:
सोमवार व्रत तीन प्रहर तक रहता है। इस व्रत में फलाहार करने का या पारन करने का कोई खास नियम नहीं होता। इस व्रत में आप दिन रात मिलाकर केवल एक समय ही आप भोजन करें, और जिसमें नमक वर्जित हो।
इस व्रत में शिव जी और माता पार्वती की पूजा करके पूरा दिन उपवास रहना चाहिए और केवल एक समय भोजन करना चाहिए। सोमवार का व्रत तीन तरह के होते हैं एक साधारण प्रति सोमवार एक सौम्य प्रदोष सोमवार और एक होता है 16 सोमवार इन तीनों प्रकार के व्रत में पूजा विधि और उपवास रहने का नियम एक ही होता है।
सोमवार का व्रत करने के फल:
कहते हैं जो भक्त सोमवार का व्रत करता है उनका चंद्र ग्रह मजबूत होता है, जिससे फेफड़े के रोग, दमा और मानसिक रोगो से मुक्ति मिलती है। और व्यवसाय व नौकरी, रोजगार से संबंधित परेशानियां दूर होती है।
अविवाहित लड़किया जो विवाह करने वाली होती है। उनके लिए 16 सोमवार का व्रत उत्तम होता है।
पुराणो के अनुसार जो भक्त सच्चे मन से सोमवार का व्रत रखके शिवजी की पूजा करता है उसे जीवन और मृत्यु के चक्र से मुक्ति मिलती है और उसके सभी पाप नष्ट होते हैं।
शादी के बाद जिन विवाहित महिलाओं को बच्चा नहीं होता उनके लिए भी सोमवार का व्रत फलदाई माना जाता है। विधि पूर्वक सोमवार का व्रत करके भगवान शिव को धतूरा चढ़ाने से संतान सुख की प्राप्ति होती है।
विधि पूर्वक सच्चे मन से सोमवार का व्रत करने से भगवान शिव अपने भक्तों की अकाल मृत्यु और दुर्घटनाओं से स्वयं रक्षा करते हैं।
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आपकी और दोस्तों:
तो दोस्तों ये था सोमवार का व्रत कैसे करे, हम उम्मीद करते है की इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको सोमवार का व्रत रखने की विधि और तरीका पता चल गया होगा.
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