रुला देने वाली शायरी | दिल को रुला देने वाली शायरी
हेल्लो दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम आपके साथ बहुत ही सैड रुला देने वाली शायरी शेयर करने वाले है जिसको पढ़कर किसी भी लड़के या लड़की का दिल रो उठेगा.
आप ये सभी शायरी को किसी भी लड़के, लड़की, बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड को शेयर कर सकते हो और फिर देखना उनका दिल कितना रो उठेगा और हमको पक्का विश्वाश है की ये सभी शायरी उनके दिल को रुला देगी.
ये सभी शायरी में इतना दम है की ये किसी के भी दिल को रुला देगी तो फिर चलिए दोस्तों बिना कोई टाइम बर्बाद करते हुए सीधे इस पोस्ट को स्टार्ट करते है.
दिल को रुला देने वाली शायरी
1
वो शख्स बहुत याद आया मुझे
उस शख्स ने बहुत रुलाया मुझे
मैं बैठा रहा उसकी याद में
पर उसने कॉल तक नहीं लगाया मुझे
2
जब भी मुझे उस की सबसे ज्यादा जरूरत होती है
वह मेरे साथ नहीं होती
मैं हमेशा रोता रहता हूं उसकी याद में
पर वह मुझसे मुलाकात नहीं होती
3
पूरी रात में सोया नहीं
उसके ख्याल मुझे इस कदर तड़पाते रहे हैं
फिक्र करता हूं उसकी पर उसे मेरी परवाह नही है
ये सोचकर मेरे दिल में तूफान आते रहे
4
मैं कैसे बताऊं उसको
और कैसे अपने प्यार पर यकीन दिलाऊं
उसके लिए अब इससे ज्यादा और कुछ कर नहीं सकता मैंने सब कुछ किया उसके लिए हम भी मर नहीं सकता
5
जिंदगी हमेशा दर्द ही देती हैं
जिंदगी हमेशा अपनों से मुझे छीन लेती है
मैं कितना भी कोशिश करूं उसे अपने पास रखने की
वो मुझसे दूर चली ही जाती है
6
आखिर मेरी गलती क्या थी
आखिर मैंने किया किया था
मैंने तो कुछ भी नहीं कहा
मैंने तो हर समय से उसका साथ दिया था
फिर भी उसने मुझे छोड़ा
आखिर उसने ऐसा क्यों किया था
7
जी भर कर रो लिया हूं मैं आज
सब कुछ सही लिया हूं मैं
उसको भी देख लिया है मैंने
और आज फिर से खुद को बर्बाद कर लिया है मैंने
8
सब कुछ देखा है मैंने सब कुछ सुना है मैंने
सब कुछ चाहा है मैंने नहीं मिला मुझे प्यार
में सिर्फ बर्बादी के सिवा आंसू मिले और सिर्फ रोया हूं
9
कितना भी रोलो किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता
तुम मर भी जाऊं किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता
वह सिर्फ अपने आप से मतलब रखते हैं
उनको तुम्हारी याद से कोई फर्क नहीं पड़ता
10
मैंने कितनी मोहब्बत की थी उससे
मैंने कितना चाहा था उसे
मैंने हमेशा दुआओं में मांगा था उसे
फिर तो उसने मेरे साथ ऐसा किया
मुझे रुला कर चली गई वह
मेरे साथ रिश्ता तोड़ दिया
11
जब भी उसकी याद आती है
मेरी आंखों से आंसू आ जाते हैं
मैं हमेशा बैठा रहता हूं उसके इंतजार में
और ऐसे ही दरिया उठे समंदर सुख जाते हैं
12
अब तो मेरे आंसू भी नहीं आते
क्योंकि आंसू भी अब तो सूख चुके हैं
अब कोई नहीं रहा मेरी जिंदगी में अपने थे
वह भी मुझसे रूठ चुके हैं
13
मैंने उससे कितना प्यार किया
मैंने उसका कितना इंतजार किया
मैंने हर दफा मान रहा है
उसको खुदा से मैंने कितना चाहा और प्यार किया
14
मुझे मेरे प्यार का क्या सिला मिला
मुझे तो मेरा यार भी नहीं मिला
सिर्फ रोना ही आया मेरी किस्मत मैं
मुझे कभी उसका साथ नहीं मिला
15
सफर कुछ इस तरह जिंदगी काट रहे हैं
उनके बिना भी मोहब्बत हम किसी और से बांट रहे हैं
रो लेते हैं आप उनकी याद में
पर अब कभी उनसे बात नहीं होती
और हमने उनकी याद में जीवन काट रहे हैं
16
उसे अपने से मिलने जाऊंगा मैं
उसे अब कैसे मिल पाऊंगा
वह तो मिलना चाहता ही नहीं मुझसे
मैं अब उससे क्या बात कर पाऊंगा
17
वह चाहता था मैं उसे बहुत मानता था
मैं उसे बहुत मोहब्बत की थी मैंने
मुझसे बहुत प्यार किया था मैंने
उसे पर उसने सिर्फ मुझे रुलाया है
और हर वक्त उसने सिर्फ मेरा दिल दुखाया है।।
18
अब रोने से भी क्या फायदा
जो चला गया वह वापस आ नहीं सकता
हम कितनी निकालने की कोशिश उसे भुलाने की
हमसे कभी वो भुलाया नही जाता
19
हम किसी से जितना भी प्यार कर ले
उसे अपनी औकात दिखानी होती है
उसे जाना होता अगर छोड़ कर तो वह चली ही जाती है हमारे रोकने से नहीं रुकती वह वापस कभी नहीं आती है
20
मैंने उसे बहुत मनाया मैंने
उसका हर तकलीफ में साथ दिया
मैं बहुत दुखी था फिर भी
मैंने उसको हर वक्त सहारा दिया
21
जब मुझे उसके सहारे की जरूरत थी
वह मेरे पास नहीं आई
उसने हमेशा मेरा दिल दुखाया
वह चली गई मुझे छोड़कर उसने हर वक्त मुझे रुलाया
22
मोहब्बत के नाम पर सिर्फ मुझे रोना आता है
क्योंकि मोहब्बत में की गई है नहीं
इसलिए मुझे सिर्फ आप मरना आता है
उसके सिवा ख्याल मुझे किसी का नहीं होता है
उसने जो किया मेरे साथ
उसके बाद किसी पर ऐतबार नहीं होता है
23
मुझे अब किसी से प्यार नहीं है
मेरी तन्हाई के सागर में डूब चुका हूं
जहां से निकल नहीं सकता हूं
में रो-रो कर मैं अपनी जिंदगी गवा चुका हूं
24
मैंने सफर जिंदगी में बहुत सारी परेशानियां झेली है
मैंने सब कुछ किया है उसके लिए
मैंने उसे कुछ से ज्यादा चाहा है
पर मुझे क्या मिला दर्द के सिवा
उसने मुझे बहुत रुलाया है
25
हर वक़्त रोया हूं मैं हर वक्त मैंने उसका इंतजार किया है मैंने उसे प्यार भी बेशुमार किया है
फिर भी मुझे कुछ नहीं मिला मोहब्बत में रोने के सिवा चाहे मैंने उस पल का इंतजार किया है
26
ना मुझे उसकी मोहब्बत चाहिए
ना मुझे किसी और की मोहब्बत चाहिए
जब वो ही नहीं है मेरा तो ना मुझे उससे हमदर्दी चाहिए और ना मुझे उसका प्यार चाहिए
27
यह दुनिया ऐसी ही है सिर्फ हमदर्दी जताने करती है मोहब्बत नहीं करती किसी से
बस अपना मतलब निकालती है
28
अब मैं बस सबको यही सलाह दिया करता हूं
मोहब्बत से दूर रहो यही बताया करता हूं
दिल मेरा टूट चुका है अब मैं तमाशा नहीं करता
अकेला बैठकर कमरे में रो लिया करता हूं
29
मोहब्बत में क्या तमाशा करना
अब मोहब्बत में किसी को जा अपना करना
जब वह चला गया हमें छोड़कर
तो फिर क्या किसी को दिल से अपना मानाना
30
हमें किसी को भी दिल से अपना नहीं मानता
अब मैं किसी को भी अपनी मोहब्बत नहीं मानता
वह चाहे किसी के भी साथ रहे
अब मैं उसे कभी प्यार से बात नहीं करता
31
मैंने उसे बहुत प्यार जता दिया
मैंने उसे बहुत प्यार से बात कर लूं
उसने मुझे कुछ नहीं समझा
मैंने उससे हर मुलाकात कर ली
32
मैंने उससे मोहब्बत की बेशुमार कर दी
मैंने उसे अपनी चाहत भी बेशुमार बना दिया
मैंने सब कुछ किया उसके लिए
पर उसने सिर्फ मुझे रुला दिया
33
इतने भी मोहब्बत करूं मैं उससे
उसे मेरा साथ कभी नहीं चाहिए
मैं हमेशा रोता रहता हूं उसकी याद मैं
पर उसे कभी मेरी फिक्र नहीं होती
और उसे कभी मेरा प्यार नहीं चाहिए
34
जिंदगी अब उसके बिना कुछ इस कदर काट रहे हैं हम रोते रहते हैं और उसके बिना ही जीवन काट रहे हैं हम
अब हर रात मेरी गुजर जाती है गम में
और दर्द भरे लम्हे काट रहे हैं हम
35
इधर तो मेरी जिंदगी का हिस्सा बन चुका है
यह मेरी जिंदगी से अब जा नहीं सकता
कोई कितना भी कर ले मुझे उसे दूर करने की कोशिश
पर अब दर्द मेरे दिल से दूर हो नहीं सकता
36
कितनी ही कोशिश कर ली मैंने उसे बुलाने की
पर मैं उसे भूल नहीं पाया वह हमेशा मुझे याद आती है और रुलाती है,, मैं उसे खुशी कभी अलग नहीं कर पाया
37
मैंने उससे मोहब्बत बहुत की मैंने उसे चाहत बहुत की
मैंने उसको अपना इस कदर माना
मैंने उससे मुलाकात करने की कोशिश बहुत की
वह नहीं आई मेरे पास फिर भी
मैंने उसको मनाने की कोशिश बहुत की।।
38
सफर कुछ इस तरह जिंदगी का अब चल रहा है
मैं उसे कितना मनाया
फिर भी पता नहीं उसके मन में क्या चल रहा है
वह भी मुझसे बात नहीं कर रही सिर्फ मुझे रुला रही है पता नहीं उसके दिल में कौन सा चल रहा है
39
मैंने अपनी जिंदगी में कभी भी ऐसा इंसान नहीं देखा
उसने इतना रुलाया है मुझे
मैंने उसके जैसा इंसान नहीं देखा
हर वक्त बस वह अपने को ही सही समझती है
उसमें हमेशा मुझे गलत समझा
मैंने उसके जैसा कोई आज तक नहीं देखा
40
मैंने बहुत मोहब्बत की उससे मैंने बहुत चाहा उसे
पर उसने मुझे प्यार में कभी कुछ नहीं दिया
रोने के सिवा उसने मुझे क्या दिया
उसने मुझे मोहब्बत के दो पल नहीं दी
41
वो लड़की इतनी बेवफा निकलेगी
मैं सोच नहीं सकता था
जिसे मैंने मोहब्बत की वही मुझे रुलाएगी
मैं सोच नहीं सकता था
मैं उसका बहुत इंतजार किया
वह मुझे इस तरह छोड़ कर चली जाएगी
मैं सोच नहीं सकता था
42
मैं प्यार उसी से किया है
मैंने इंतजार उसका इतना किया है
मैंने मोहब्बत की है उससे
पर मैंने साथ उसका इतना दिया है
43
हर एक इंसान को अपने से दूर कर चुका हूं मैं
उसे भी बता चुका हूं और खुद को भी बता चुका हूं मैं
अब मुझे कोई नहीं चाहिए
अपने आप को मार चुका हूं मैं
44
मैं तो कब से अंदर से टूट कर बिखर चुका हूं
मुझे किसी का साथ नहीं चाहिए
ना ही कोई मुझे संभालेगा
ना ही मुझे किसी का हाथ चाहिए
45
मैं अपने आप को खुद संभाल सकता हूं
मैं अपने आपसे खुद प्यार कर सकता हूं
कि मैं किसी से नहीं करूंगा मोहब्बत
खुद अपने आप को बर्बाद कर सकता हूं
46
जल्दी मुझे बर्बादी कराया जाएगा
मुझे उस बेवफा का नाम जरूर आएगा
उसने ही की है मेरी जिंदगी बर्बाद
यह हर समय मुझे सताएगा
47
आज मेरा दर्द हद से ज्यादा बढ़ चुका है
आज मुझे उससे मोहब्बत है
पर मोहब्बत पर से मेरा यकीन उठ चुका है
मैंने उसे बहुत किया है प्यार पर
प्यार पर से मेरा विश्वास उठ चुका है
48
इतनी मोहब्बत करने के बाद भी क्या मिला मुझे
प्यार तो नहीं मिला ना इंतजार मिला मुझे
सब कुछ किया मैंने उसके लिए फिर भी
कौन सा दिल का किनारा मिला मुझे
49
मुझे नहीं पता था वह इस कदर मेरा साथ छोड़ दे
मुझे नहीं पता था वह इस कदर मेरा दिल तोड़ देगी
और चली जाएगी मुझे छोड़कर मुझे नहीं पता
तुम मुझे इस कदर रुला दोगी
50
उसने मुझे हमेशा रुलाया है
उसने मुझे हमेशा गलत समझा है
मैंने उसका हमेशा साथ दिया
मैंने उसे हमेशा प्यार किया है
51
और मैं उस से कितनी मोहब्बत करता
तुम ही बता दो मैं उस से कितनी चाहत रखता
मैंने सब कुछ तो किया है उसके लिए
और मैं कितना करता तुम ही बता दो
52
मुझे वो क्यों नहीं मिलती
मुझे उसकी मोहब्बत रास नहीं आती
वह चाहे किसी के भी साथ रहे
पर अब मुझे उससे कोई शिकायत नहीं आती
53
वह मुझे प्यारा नहीं लगता
वह मुझे अच्छा नहीं लगता
हर वक्त रुलाया है उसने मुझे
वह मुझे अपना नहीं लगता
54
मैंने उसे कितना प्यार किया है
मैंने उसका ही कितना इंतजार किया है
उसने नहीं मनाया मुझे एक बार भी
उसकी मोहब्बत में खुद का इंतजार किया है
55
हर बार वह मुझे ही बेवफा कहती रहती है
हर बार वह मुझे पागल कहती रहती है
मैं तो कोई नहीं हूं उसका
वह हर बार मुझे
यह मोहब्ब्त को अधूरा किनारा कहती है।।
56
हर बार में उसकी खुशी के लिए सब कुछ कहा रहा हूं
हर बार मैंने उसकी खुशी के लिए सब कुछ किया है
और उसने मेरे लिए क्या किया
उसमें सिर्फ मुझे दर्द दिया है
57
उसने मुझे दर्द के सिवा कुछ नहीं दिया
मुझे उससे कुछ नहीं चाहिए था
पर यकीन मानो उसने मुझे दर्द भी बहुत बेशुमार दिया
58
मुझे ऐसा ही दर्द देती रहेगी वह
मुझसे ऐसे ही बेवफा कहते रहे वो
मैं उसे कितना भी मना लो
मुझे ऐसे ही अपने से दूर करती रहेगी वो
59
मैं भी अब अंदर से टूट चुका हूं
मैं अब ये दर्द संभाल नहीं सकता
मैं कितना भी कर लो उससे मोहब्बत
पर अब बस में इससे ज्यादा कर नहीं सकता
60
उसके लिए क्या सोचा है
उसके लिए क्या करना चाहता हूं
मैंने अभी सिर्फ कर लिए तैयारियां
उसके लिए सब कुछ करने के लिए
और देखो मेरी मोहब्बत का आशियाना बनाना चाहता हूं
61
तुम मुझे क्या खुश रख पाएगी
वह मुझसे क्या मोहब्बत तड़पाएगी
वह तो सिर्फ दर्द देती है
वह मुझे क्या अपना बना पाएगी
62
वो ना तो कभी मुझे अपना बना सकती है
वो ना ही मुझे अपना कह सकती है
वह सिर्फ अपने से मतलब रखती है
वो ना मेरे से प्यार करती थी ना कर सकती है
63
आज मुझे अंदर ही अंदर घुटन महसूस होती है
आज मुझे अंदर ही अंदर उसकी कमी महसूस होती है अंदर से मर चुका हूं मैं
आज मुझे सिर्फ रोने की कमी महसूस होती है
64
मैं इस दुनिया से दूर चला जाना चाहता हूं
मैं मर जाना चाहता हूं
मुझे नहीं है अब किसी से मोहब्बत
मैं किसी से प्यार नहीं करना चाहता
65
उसे प्यार किया मैंने
उसे अपना खुदा मानकर उसकी पूजा किया मैंने
और उसने मेरे लिए क्या किया
उसमें सिर्फ मुझे रुलाया है और दर्द सहा मेने
66
मैंने उससे मोहब्बत के लिए क्या-क्या नहीं किया
क्या मैंने उसके लिए खुदा से वास्ता नहीं किया
उसने सिर्फ दर्द दिया है मुझे
पर मैंने उसे हमेशा खुश रखा है
67
मैंने उसे हमेशा खुश रखा है मैंने उसे हमेशा प्यार किया है मैंने उसका हमेशा इंतजार किया है
मैंने उस बेवफा को इतना प्यार किया
इतना मैंने किसी को नहीं किया है
68
मे हर पल उसका इंतजार करता हूं
वह जितना भी दूर जाए मुझसे
बस में सिर्फ उससे प्यार करता हूं
69
आज यह जो दर्द मुझे मिल रहा है
आज यह जो मेरा दिल रो रहा हूं
यह सब उसकी बदौलत है
जो मैं अपने आप को इस तरह इस कदर खो रहा है
70
मैं खुद अपने आप को बर्बाद कर चुका हूं
मैं खुद अपनी बर्बादी की किस्से लिख चुका हूं
अब मुझे कुछ नहीं चाहिए किसी से
हमें बहुत ज्यादा बर्बाद हो चुका हूं
71
मेरे पास आ जाएगा तब भी चाहूंगा
मेरे अंदर से वह कांटा निकाल नहीं सकता
मैं मर चुका हूं अंदर से
अब वह मुझे वापस जिंदा नहीं कर सकता
72
मैंने उसे बहुत मोहब्बत कर ली
मैंने उसे बहुत की बात कर ली
और कितना चाहा था मैंने उसे
और मैंने उससे ही इश्क की सारी बातें कर ली
उसने सिर्फ मुझे रुलाया है मानता हूं मैं
पर फिर भी मैंने उससे ही देखो मोहब्बत कर ली
73
और मोहब्बत में कोई इंसान कितना कर सकता है
और कोई मोहब्बत में किसे कितना मना सकता है
अरे मैंने सब कुछ तो किया है उसके लिए
और कौन कितना कर सकता है
74
सब मेरी गलती थी सब मैंने ही किया है
मैं ने ही उसे बुरा कहा है मैंने उसे बुरा भला कहा है
कोई नहीं था मेरे पास जब मैंने सिर्फ उसे अपना कहा है
75
मैंने उसका हर समय साथ दिया है
मैंने उसका इस प्रकार विश्वास किया है
मैंने हमेशा उसे अपना चाहा है
और मैंने हमेशा उसे अपना कहा है
76
जब भी मुझे उसके साथ जरूरत होती है
उसने मेरा साथ नहीं दिया
वह मुझे इतना रुलाती रही
उसने कभी भी मुझसे प्यार से बात नहीं किया
77
उसने क्या किया है मेरे लिए
क्या हो मुझे कुछ बता सकती है
उसे कभी मेरे लिए कुछ किया नहीं है
दर्द के सिवा उसने दिया ही नहीं
क्या वह मुझे कोई खुशी दे सकती है
उसने ये कभी सोचा ही नहीं
78
अब में और ज्यादा रह नहीं सकता
उसे और ज्यादा मोहब्बत कर नहीं सकता
वह चाहे किसी के भी साथ रहें
उसे अब अपना बना नहीं सकते
79
मोहब्बत मुझे उससे इस कदर हो गई थी
कि मुझे सिर्फ और सिर्फ उससे ही चाहत हो गई थी
और उसने मेरी इसी चाहत का फायदा उठाया
इसलिए मेरी मोहब्बत बरबाद हो गई थी
80
मुझे कोई आशिकी करने का शौक नहीं है
मुझे कोई मोहब्बत का शौक नहीं है
उसने तो हर वक्त मेरे प्यार का मजाक उड़ाया है
मुझे उसे अब कोई गिला शिकवा नहीं है
81
जिंदगी मेरी इस कदर चल रही है
और इस कदर ही चलती जाएगी
मुझे नहीं है उससे मोहब्बत
वो ऐसे ही मुझे तड़पाएगी
82
मैंने उसके लिए सब कुछ किया है
मैंने उससे मोहब्बत की उसे प्यार दिया है
पर उसने मेरे लिए क्या किया
उसने मुझे धोखा ही दिया है
83
मैंने उसकी मोहब्बत पर कभी शक नहीं किया
मैंने उसे कभी भी खुद से अलग नहीं किया मैंने
हर वक्त है उसे अपने पास रखा
कभी उसे खुद से जुदा नहीं किय मेने।।
84
मैंने कितना मुझसे मोहब्बत की
मैंने कितना उसे चाहा है
मैंने कितना उसका इंतजार किया
मैंने कितना उसे खुदा से मांग है
85
मेरी मोहब्बत में कभी यह सवाल नहीं आया
क्यों वह मुझे मिली यह मुझे कभी रास नहीं आया
मैं हमेशा रोता रहा
और उसे मेरे प्यार पर तरस नहीं आया
86
वह तो मुझ पर कभी तराश कर ही नहीं सकती थी
वो मुझसे मोहब्बत कभी कर ही नहीं सकती थी
मैंने उसे कितना भी चाहा हो
वह कभी मेरी चाहत पर यकीन कर ही नहीं सकती थी
87
अब वो मुझे बचा सकती है
वरना मैं तो मर चुका हूं
और यह जिंदगी क्या है मेरे सामने
अब मैं सब कुछ छोड़ चुका हूं
88
मोहब्बत कुछ इस कदर मुझे हो रही है
चाहत मुझसे उसे इस कदर कुछ हो रही है
मैंने हमेशा उसका साथ दिया
और देखो आज किस्मत भी रो रही है
89
माना की बात की होगी
माना कि उसने सब कुछ मेरे लिए क्या होगा
और मैं गलत हूं ये भी मैं मानता हूं
पर क्या उसने मुझे मोहब्बत में सब कुछ दिया होगा
90
आज मैं बहुत रो रहा हूं
उसे सिर्फ मुझे छोड़कर जाने का सिर्फ बहाना चाहिए था उसने कभी मेरा साथ नहीं दिया
उसने हमेशा जाना ही था शायद
उसे कभी मेरा साथ नहीं चाहिए था
91
उसे मोहब्बत कितनी भी कर ली मैंने
उसके लिए सब कुछ कर लिया मैंने
फिर उसने क्यों किया मेरे साथ ऐसा
या उसको ही प्यार कर लिया मैंने
92
हर वक्त मैंने उससे प्यार किया
हर वक्त मैंने उसका इंतजार किया
मैंने उसे ही अपना सब कुछ माना
उसे ही अपना दिल दिया
वो मेरा दिल तोड़ कर चली गई
उसने सिर्फ मुझे दर्द दिया
और वह मुझे रुला कर चली गई
उसने सिर्फ मुझे मोहब्बत में धोखा दिया
95
मैंने उसके लिए दुआएं मांगी है
मैंने उसके लिए भगवान से प्रार्थना की है
वह खुश रहें हमेशा रब से दुआ की है
पर मेरे हिस्से में कभी खुशी नहीं आती
उसने मुझे हमेशा रुलाया है
शायद उसने कभी मुझे हंसाया नहीं है
उसने कभी नहीं कि मेरी खुशी की दुआ
और उसने कभी मुझे अपना माना नहीं है
96
वो शायद मुझे अपना मानती
तो आज यह नोबत नहीं आती
और शायद मुझसे मोहब्बत करती
तो आज यह नोबत नहीं आती
मैं इस कदर रो रहा नहीं होता
और वह मुझे छोड़कर नहीं जाती
97
ओ मेरे पास से अब जा चुकी है
वह किसी और से मोहब्बत कर चुकी है
उसे मेरा ख्याल बिलकुल भी नहीं आता
वह किसी और की हो चुकी है
98
मैं उसे कितना भी प्यार कर लूं
पर उसे कभी मेरे पर प्यार नहीं आएगा
उसे कितना भी अपना बनाने की कोशिश कर लूं
पर वह कभी मुझे अपना नहीं बनाएगा
99
जिंदगी में अब मेरे पास उसके सिवा रहा क्या है
जिंदगी में अब मेरे पास कुछ नहीं रहा है
मेरे पास एक दर्द रहा है
उसके सिवा मेरे पास क्या रहा है
100
कितना रो रहा हूं आज मैं
यह शायद उसको अंदाजा भी नहीं है
उसके बिना कैसे जी रहा हूं मैं
यह शायद उसको पता भी नहीं है
वह तो खुश होगी अपनी जिंदगी में
और मैं यहां किस कदर हर रोज मर रहा हूं
यह शायद से पता नहीं है
Final Words:
तो दोस्तों ये थे बहुत ही बेस्ट और सैड दिल को रुला देने वाली शायरी, हम उम्मीद करते है की आपको ये सभी शायरी पसंद आई होगी. यदि आपको हमारी शायरी अच्छी लगी हो तो इसको अपने बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड के साथ जरुर शेयर करे.
इसके अलावा अगर आपके पास अन्य कोई शायरी है तो उसको हमारे साथ जरुर शेयर करे और हम आपकी शायरी को इस पोस्ट में शामिल करने की कोशिश करेंगे धन्येवाद.