पायलट कैसे बने | पायलट बनने के लिए क्या करे

पायलट कैसे बने: पायलट शब्द से तो आप लोग अच्छी तरह से परिचित ही होंगे, क्योंकि लगभग सभी लोगों की बचपन से ही आसमान में उड़ने की तमन्ना होती है। लेकिन इसमें फर्क सिर्फ इतना होता है कि कोई यात्री बनकर विमान के द्वारा आसमान में उड़ना चाहता है, तो कोई खुद ही विमान चलाना चाहता है।

बहुत से लोग बचपन से ही यह सोचते हैं कि उन्हें बड़ा होकर पायलट बन कर खुद भी आकाश में उड़ना है और अन्य यात्रियों को भी आकाश में उड़वाना है।

जैसा कि हम सब बचपन से ही देखते आए हैं कि लगभग सभी लोगों ने अपने बचपन के समय में कागज की एरोप्लेन बनाकर उसे आकाश में उड़ाने की कोशिश की है।

ऐसा करने पर हमें खूब मजा आता था और बचपन से ही यह सब करने के कारण बच्चों के अंदर आसमान में उड़ने की इच्छा जागृत होने लगती है और जब वह बड़े होते हैं, तब उनके अंदर पायलट बनने की इच्छा हिलोरे मारने लगती है।

जब बच्चे यह सोचते थे कि उन्हें पायलट बनकर आसमान में बादलों के बीच उड़ना है तब उन्हें एक अलग से ही खुशी महसूस होती थी। वह यह सोचते थे है कि बादलों के उस पार भी कोई दुनिया है|

जहां पर हम जा सकते हैं। यह बात भी बिल्कुल सच है कि नई नई ऊंचाइयों को मापना और बादलों के बीच यात्रा करना हर व्यक्ति के लिए बेहद सुखमय पल होता है।

आपने पुष्पक विमान का नाम तो सुना ही होगा, जो आज से हजारों साल पहले लंका के सम्राट रावण के पास था। रावण ने पुष्पक विमान में सीता जी का हरण किया था अर्थात कहने का मतलब है कि हमारे भारत देश में सदियों पहले ही विमान का आगमन हो गया था|

हालांकि तब का विमान इतना आधुनिक नहीं था, परंतु जब आधुनिक विज्ञान का आरंभ हुआ, तब वैज्ञानिकों ने विभिन्न प्रकार की खोजे की जिनमें विमान भी शामिल है। अब तो विमानों के अंदर भी कैटेगरी आ गई है जैसे फाइटर विमान, जेट विमान, हेलीकॉप्टर, सुपरसोनिक विमान इत्यादि।

जैसा कि आप जानते हैं कि किसी भी गाड़ी को चलाने के लिए एक ड्राइवर की आवश्यकता होती है, इसीलिए विमान, हेलीकॉप्टर, जेट को चलाने के लिए भी ड्राइवर की आवश्यकता होती है|

जिसे आमतौर पर पायलट कहा जाता है। वर्तमान में पायलट का कैरियर ना सिर्फ पैसे के हिसाब से बढ़िया है, बल्कि इसमें आपके सपने भी पूरे हो सकते हैं, तो अगर आप भी बचपन से या बड़े होने के बाद पायलट बनने की ख्वाहिश रखते हैं|

तो आज के हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें, क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको पायलट कैसे बने, इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं, तो चलिए जानते हैं कि पायलट कैसे बने तथा पायलट बनने के लिए क्या-क्या योग्यताएं आपके अंदर होनी चाहिए।

पायलट कैसे बने पूरी जानकारी

पायलट बनने के लिए क्या करें

Pilot kaise bane

1. पायलट के प्रकार

सामान्य तौर पर जो हवाई जहाज चलाता है उसे ही पायलट कहा जाता है, परंतु जब पायलट के प्रकार के बारे में बात की जाती है तो विमानों के आधार पर इन्हें अलग-अलग भागों में बांटा जाता है, आइए जानते हैं कि पलट के कितने प्रकार होते हैं।

#1 कमरसियल पायलट

जो कमर्शियल पायलट होते हैं, वह यात्रियों से भरे एरोप्लेन को उड़ाते हैं। अगर आपने कभी विमान में यात्रा की होगी, तो आपने देखा होगा कि जब विमान एक देश से दूसरे देश में जाता है, तो उसे उड़ाने के लिए कमर्शियल पायलट को ही जिम्मेदारी दी जाती है।

#2 स्पोर्ट पायलट

जो सपोर्ट पायलट होते हैं, वह पानी के ऊपर से हाइड्रोप्लेन उड़ाने और उनकी लैंडिंग कराने में समर्थ होते हैं।

#3 स्पेस पायलट

सामान्य तौर पर पूर्व सैनिक पायलटों को स्पेस शटल उड़ाने की ट्रेनिंग देकर इस तरह का पलट बनाया जाता है।

#4 टेस्ट पायलट

जो टेस्ट पायलट होते हैं वह नए बनाए गए और लांच हुए विमानों को उड़ाने का काम करते हैं।

2. पायलट बनने के फायदे

इस दुनिया में शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जो पूरी दुनिया को अपनी आंखों से नहीं देखना चाहता होगा, परंतु पूरी दुनिया को देखने में आने वाले खर्चे के कारण जिसे हम वर्ल्ड टूर भी कहते हैं, हर किसी के बस की बात नहीं होती है।

परंतु पायलट ही एक ऐसा व्यक्ति होता है, जो फ्री में पूरी दुनिया घूमता है, क्योंकि पायलट को विमान लेकर कभी-कभी एक देश से दूसरे देश में भी जाना पड़ता है।पायलट हवाई जहाज उड़ाने का काम करता है और यह काम रोमांच से भरा हुआ होता है।

सामान्य तौर पर लोगों के अंदर आसमान में उड़ने की बात से ही रोमांच पैदा हो जाता है, इसीलिए हम यह कह सकते हैं कि पायलट का काम रोमांचक होता है।

पायलट के अलावा जो लोग अन्य नौकरी करते हैं, वह रोजाना एक ही रास्ते से अपने ऑफिस जाते हैं और एक ही रास्ते से अपने घर आते हैं, परंतु पायलट ही एक ऐसा व्यक्ति होता है, जिसे हर उड़ान में अलग-अलग रास्तों से जाना होता है, ऐसे में उसे बोरियत महसूस नहीं होती है।

पायलट बनने का सबसे बड़ा फायदा यह है, कि पायलट अपने काम को अपने घर पर नहीं ला सकते। इसी कारण वह अपनी फैमिली को अपना पूरा समय दे सकते हैं|

वरना वर्तमान के समय में जो लोग ऑफिस में काम करते हैं, वह ऑफिस से छूटने के बाद घर पर भी आकर अपना काम करते हैं, जिससे वह अपने परिवार को पूरा समय नहीं दे पाते, इसके कारण कई बार उनके परिवार में अनबन भी हो जाती है।

जो व्यक्ति पायलट होता है, उसे बहुत से प्रकार के लाभ मिलते हैं। जैसे कि उसे महीने की सैलरी के रूप में अच्छी तनख्वाह मिलती है। इसके अलावा उसे अन्य भत्ते और खर्चे वह जिस एयरलाइन में काम करता है, की तरफ से दिए जाते हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जब हवाई जहाज पायलट अपने घर से बाहर रहते हैं, तो इन्हें एयरलाइंस कंपनी के द्वारा मुफ्त में होटल में ठहराया जाता है, जहां इन्हें खाना पानी बिल्कुल मुफ्त में दिया जाता है।

इसके अलावा पायलट बनने का एक फायदा यह भी है, कि जो व्यक्ति पायलट होता है उसे और उसके दोस्तों तथा परिवार के साथ में यात्रा करने का अवसर एयरलाइंस कंपनी देती है।

अगर आप पायलट बनना चाहते हैं, तो इसके लिए आपके अंदर कुछ योग्यताएं होनी चाहिए।वह कौन सी योग्यताएं हैं, इसकी जानकारी हमने आपको नीचे दे रखी है। आइए जानते हैं कि पायलट बनने के लिए कौन सी योग्यताएं आपके अंदर होनी चाहिए।

3. पायलट बनने के लिए पढ़ाई से संबंधित जानकारी

अगर आप पायलट बनना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको 12वीं कक्षा पास करनी जरूरी है। इसके साथ ही आपकी 12वीं कक्षा में पीसीएम विषयों के साथ कम से कम 55% अंक होने जरूरी है, तभी आप पायलट बनने की प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं।

4. पायलट बनने के लिए उम्र की जानकारी

अगर हम पायलट बनने के लिए उम्र की बात करें, तो आपकी कम से कम उम्र 18 साल होनी चाहिए, साथ ही आपको इंग्लिश भाषा अच्छे से बोलने, लिखने तथा पढ़ने आने चाहिए। पायलट बनने के लिए इंग्लिश भाषा का आना बहुत जरूरी होता है क्योंकि इंग्लिश वर्ल्ड वाइड मान्यता प्राप्त भाषा है।

5. पायलट बनने के लिए फिजिकल फिटनेस

पायलट बनने के लिए आपके पास मेंटल फिटनेस एवं लेवल 2, लेवल 1 का मेडिकल सर्टिफिकेट होना जरूरी है। इसके अलावा आपकी आंखें बिल्कुल स्वस्थ होनी आवश्यक है|

क्योंकि पायलट के तौर पर आपको विमान उड़ाना पड़ता है और विमान उड़ाने के लिए आपकी आंखों का स्वस्थ होना जरूरी है। इसके अलावा आपको किसी भी प्रकार का कोई भी रोग नहीं होना चाहिए,|

साथ ही आपके अंदर लंबी यात्रा करने का जज्बा होना चाहिए, क्योंकि अगर आप भारत से किसी दूसरे देश में विमान लेकर जाते हैं, तो आपको 6 से 7 घंटे एक जगह बैठकर एरोप्लेन उड़ाना पड़ता है। इसके अलावा पायलट बनने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम को पास करने की जरूरत पड़ सकती है।

6. पायलट बनने की प्रक्रिया

अगर आप हमारे भारत देश में पायलट बनना चाहते हैं, तो इसके लिए अभ्यर्थी को मेंटली और बॉडी से बिल्कुल स्वस्थ और फिट रहना जरूरी है।

क्योंकि पायलट बनने के इच्छुक अभ्यर्थियों को लेवल 2, लेवल 1 मेडिकल और मेंटल फिटनेस सर्टिफिकेट की आवश्यकता पड़ती है।इसके अलावा पायलट बनने के लिए अभ्यर्थियों को पढ़ाई में होशियार होना जरूरी है, क्योंकि पायलट बनने के लिए वही अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने 12वीं कक्षा में पीसीएम विषयों के साथ कम से कम 55% अंक हासिल किए हैं।

जिन लोगों के इससे कम प्रतिशत आए हैं, वह लोग पायलट बनने के लिए क्वालीफाई नहीं होते। चलिए आगे जानते हैं, कि भारत में कैसे कोई पायलट बनकर न सिर्फ अपनी अच्छी कमाई कर सकता है, बल्कि अपने आसमान की छूने की तमन्ना को भी पूरा कर सकता है।

#1 दसवीं के बाद विज्ञान संकाय का चुनाव करें

पायलट बनने के लिए आपको अपने विद्यार्थी जीवन से ही मेहनत करनी चालू कर देनी चाहिए। इसीलिए पायलट बनने के लिए विद्यार्थियों को दसवीं की परीक्षा अच्छे अंको से पास करने के बाद इंटरमीडिएट में साइंस से जुड़े विषयों का चयन करना चाहिए, क्योंकि पायलट बनने के लिए फिजिक्स और गणित जैसे विषय बहुत ही आवश्यक माने जाते हैं।

इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि दसवीं कक्षा को पास करने के बाद अगर आप साइंस के विषय में पीसीएम सब्जेक्ट का चुनाव नहीं करते हैं, तो आपका पायलट बनने का सपना सपना ही रह जाएगा, क्योंकि पायलट बनने के लिए साइंस के विषय में पीसीएम सब्जेक्ट का चुनाव करना जरूरी होता ही है।

#2 बारहवीं अधिक से अधिक अंकों के साथ पास करें

पायलट बनने के लिए विद्यार्थियों को 12वीं की परीक्षा में कम से कम 55% अंक लाना जरूरी होता है। इसीलिए इस बात का ध्यान रखें कि आपके 12वी की परीक्षा में 55% अंक जरूर आएं।वैसे तो अधिकतर फ्लाइंग कॉलेज में 55% अंक 12वीं की कक्षा में मांगा जाता है|

परंतु कंपटीशन बढ़ने के कारण कभी-कभी प्रतिशत में वृद्धि हो सकती है।इसीलिए आपको 55% अंक से भी अधिक अंक लाने का प्रयास करना चाहिए, ताकि कम अंकों के कारण आपके पायलट बनने का सपना पूरा ना हो।

#3 पढाई के दौरान ही लेवल 2 मेडिकल सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई करें

जैसा कि हम आपको ऊपर बता चुके हैं, कि पायलट बनने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना जरूरी है। अगर कोई विद्यार्थी मेडिकली और मेंटली तौर पर फिट है|

तो इसके प्रमाण के तौर पर उसे डीजीसीए क्लास 2 मेडिकल सर्टिफिकेट की आवश्यकता पड़ सकती है। इसीलिए 12वीं कक्षा की पढ़ाई के दरमियान विद्यार्थियों को इस सर्टिफिकेट के लिए आवेदन कर देना चाहिए।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह सर्टिफिकेट नगर विमानन महानिदेशालय के द्वारा स्वीकृत डॉक्टर के द्वारा ही जारी किया जाता है, इसलिए इच्छुक अभ्यर्थी चाहे तो डीजीसीए की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से इस बात का पता लगा सकता है कि कौन कौन से डॉक्टर है|

जो इस तरह का सर्टिफिकेट जारी करने के लिए डीजीसीए के द्वारा अधिकृत है। इस सर्टिफिकेट को बनने में कुछ महीनों का समय लग सकता है, इसीलिए विद्यार्थियों को इस सर्टिफिकेट के लिए पहले ही आवेदन करना बेहतर माना जाता है।

हालांकि पायलट बनने के लिए अभ्यर्थियों को डीजीसीए क्लास एक सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ सकती है, परंतु इस सर्टिफिकेट को बनाने के लिए इसको बनाने से पहले क्लास टू सर्टिफिकेट की आवश्यकता हो सकती है।

इन दोनों सर्टिफिकेट को हासिल करने में अभ्यर्थी को कम से कम 1 साल का समय लग सकता है। इसके अलावा अभ्यर्थी को डीजीसीए कंप्यूटर नंबर और पुलिस वेरिफिकेशन कराने की भी जरूरत पड़ सकती है।

#4 एंट्रेंस एग्जाम के लिए अप्लाई करें

पायलट बनने के लिए अलग-अलग फ्लाइंग स्कूलों के द्वारा एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन करवाया जाता है। आप चाहे तो डीजीसीए द्वारा अप्रूव्ड ट्रेनिंग सेंटर की लिस्ट डीजीसीए की आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं।

इसके अलावा अगर आप पायलट बनने के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना चाहते हैं, तो एंट्रेंस एग्जाम देने के लिए आप विभिन्न फ्लाइंग स्कूल की वेबसाइट पर जा सकते हैं। इस एंट्रेंस एग्जाम में अभ्यर्थी को लिखित परीक्षा, इंटरव्यू और एप्टिट्यूड टेस्ट को पास करना होता है।

इसलिए अगर आप पायलट बनना चाहते हैं, तो आप एक साथ कई फ्लाइंग स्कूल में एंट्रेंस एग्जाम को देने के लिए आवेदन करें।बस इसमें इस बात का ध्यान रखें कि 2 स्कूलों में एक ही दिन एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन ना हो।

एंट्रेंस एग्जाम में एनसीईआरटी के सिलेबस, नवी कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक के विज्ञान और गणित से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं, इसीलिए अभ्यर्थियों को तैयारी करते समय इन विषय पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

इसके अलावा आपको अंग्रेजी से संबंधित पढ़ाई करनी चाहिए।आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पायलट एप्टिट्यूड टेस्ट में अभ्यर्थी के हाथ और आंखों के समन्वय का परीक्षण और मल्टी टास्किंग कौशल का परीक्षण करने पर आधारित सवाल पूछे जाते हैं। इन सब को संभालने के लिए अभ्यर्थी के पास सुलझे हुए दिमाग का होना जरूरी है।

#5 DGCA द्वारा आधिकृत फ्लाइंग स्कूल में ही एडमिशन लें

जब आप पायलट बनने के लिए एंट्रेंस एग्जाम या फिर एडमिशन के लिए विभिन्न फ्लाइंग स्कूल में आवेदन कर रहे हो, तो आवेदन करने से पहले इस बात का पता अवश्य लगा लें, कि आप जिस फ्लाइंग स्कूल में एंट्रेंस एग्जाम या एडमिशन के लिए एप्लीकेशन भर रहे हैं, वह फ्लाइंग स्कूल डीजीसीए के द्वारा मान्यता प्राप्त है या नहीं।

अभ्यर्थियों को ऐसे किसी भी फ्लाइंग स्कूल में एडमिशन नहीं लेना चाहिए, जो डीजीसीए के द्वारा मान्यता प्राप्त ना हो। डीजीसीए के द्वारा भारत के किन-किन फ्लाइंग स्कूल और ट्रेनिंग सेंटर को मान्यता प्रदान की गई है|

इसकी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप डीजीसीए की आधिकारिक वेबसाइट को विशिट कर सकते हैं, जहां पर आपको इससे संबंधित जानकारी मिल जाएगी।

#6 प्रशिक्षण पूरा करें

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पायलट बनने के इच्छुक अभ्यर्थियों को लगभग 18 महीने की लंबे ट्रेनिंग कार्यक्रम से गुजरना होता है।इस ट्रेनिंग में अभ्यर्थियों को कमर्शियल पायलट बनने के लिए लगभग 14 विषय पढ़ने ही होते हैं।

इन विषयों में एयर लो, विमानों के सिस्टम, मानव कारक, नेविगेशन और मौसम विज्ञान जैसे विषय शामिल होते है। इसके अलावा प्रैक्टिकल की ओर आगे बढ़ने के लिए अभ्यर्थियों को परीक्षा पास करना बहुत ही जरूरी होता है। प्रैक्टिकल में अभ्यर्थियों को फ्लाइंग स्कूल के द्वारा लगभग 200 घंटे दिए जाते हैं।

प्रैक्टिकल की ट्रेनिंग के शुरुआती दिनों में अभ्यर्थियों को एक अनुभवी पायलट के साथ विमान उड़ाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है और बाद में अभ्यर्थियों को अकेले ही विमान उड़ाने के लिए दिया जाता है। जब अभ्यर्थी पूरी तरह से अच्छे तरीके से विमान उड़ाना सीख जाता है, तो फिर उसे कमर्शियल पायलट का लाइसेंस जारी किया जाता है।यह लाइसेंस डीजीसीए संस्था द्वारा दिया जाता है।

#7  जॉब के लिए अप्लाई करें

जब अभ्यर्थियों को कमर्शियल पायलट का लाइसेंस मिल जाता है, तो उसके बाद उनका अगला कदम होता है कि वह अपने लिए नौकरी ढूंढें। इसमें इस बात का ध्यान अवश्य रखें की शुरुआती दिनों में आप अच्छी सैलरी पाने के प्रलोभन में ना आए और अपनी शुरुआत कम सैलरी से ही करें।

कमर्शियल पायलट का लाइसेंस पाने के बाद आप छोटी एयरलाइंस कंपनियां जैसे इंडिगो, स्पाइसजेट,एयर एशिया,एयर गो में नौकरी के लिए आवेदन दे सकते हैं क्योंकि शुरुआती दिनों में इन कंपनियों में आपको आसानी से नौकरी मिल जाएगी और आपका प्रमोशन भी जल्दी हो जाएगा।

#8 टाइप रेटिंग ट्रेनिंग प्राप्त करें

जैसे ही पायलट बन चुके अभ्यर्थियों को नौकरी मिल जाती है, वैसे ही उनको नौकरी देने वाली कंपनी उन्हें आगे की ट्रेनिंग के लिए भेजती है। इसे हम टाइप रेटिंग ट्रेनिंग भी कह सकते हैं।

इस ट्रेनिंग के दरमियान उम्मीदवार छोटे विमानों को उड़ाना सीख चुका होता है, इसीलिए टाइप रेटिंग ट्रेनिंग में अभ्यर्थियों को बड़े प्लेन को उड़ाना सिखाया जाता है। कहने का मतलब है कि इस ट्रेनिंग में अभ्यर्थियों को बड़े विमान, जिनका वजन 7 टन से अधिक होता है, उड़ाना सिखाया जाता है।

7. डीसीसीए का फुल फॉर्म

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डीजीसीए का फुल फॉर्म होता है डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन। यह संस्था पायलट को सर्टिफिकेट प्रदान करती है।

8.  पायलट बनने में कितना खर्चा आ सकता है

पायलट बनने का खर्चा फ्लाइंग स्कूलों के आधार पर अलग अलग हो सकता है, लेकिन एक अनुमान के मुताबिक भारत में पायलट बनने के लिए कम से कम 80 से 85 लाख रुपयों का इंतजाम अभ्यर्थियों को करना होता है।

यह जरूरी नहीं है कि पायलट बनने में इतना खर्चा आएगा ही। यह कुछ कम या ज्यादा भी हो सकता है, लेकिन आमतौर पर सीपीएल की ट्रेनिंग करने में लगभग 4000000 रुपए और टाइप रेटिंग ट्रेनिंग में लगभग ₹25 लाख तक का खर्च आ सकता है।

ऊपर बताए गए तरीकों के अलावा पायलट बनने के और भी तरीके हो सकते हैं परंतु वह काफी खर्चीली और महंगे हो सकते हैं।इनमें एक अन्य तरीका एयरलाइन कंपनियों के कैडेट प्रोग्राम के द्वारा पायलट बनने का भी है|

जो ऊपर बताए गए तरीकों से भी महंगे हैं। इंडिगो, जेट एयरवेज जैसी एयरलाइंस कंपनियां फ्लाइंग स्कूल के साथ मिलकर खुद का कैडेट प्रोग्राम भी चलाती है।

9. पायलट बनने के लिए मुख्य प्रशिक्षण संस्थान की जानकारी

  • एशियाटिक इंटरनेशनल एविएशन एकेडमी, इंदौर
  • ब्लू डायमंड एविएशन, पुणे
  • एक्यूमेन स्कूल ऑफ पायलट ट्रेनिंग, दिल्ली
  • इंटरनेशनल स्कूल ऑफ एविएशन,
  • आईएसए, नई दिल्ली
  • इंडियन एविएशन एकेडमी, मुंबई
  • राजीव गांधी उड़ान अकैडमी, रायबरेली

10. पायलट की सैलरी

अगर हम पायलट की सैलरी के बारे में बात करें तो मुख्य पायलट को महीने की सैलरी के रूप में 400000 से लेकर ₹500000 तक की तनख्वाह मिलती है।

इसके अलावा जूनियर पायलट को महीने की सैलरी के रूप में 2,25000 से लेकर ₹3,25000 तक की सैलरी मिलती है। इसके अलावा पायलट और उनके परिवार वालों को एयरलाइंस कंपनी की तरफ से मुफ्त यात्रा भी करवाई जाती है, साथ ही इन्हें पीएफ और ग्रेजुएटी का लाभ भी मिलता है।

आपकी और दोस्तों

तो दोस्तों यह था एक पायलट कैसे बने, हम आशा करते हैं कि इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप सभी को पता चल गया होगा कि यह पायलट बनने के लिए क्या करना पड़ता है|

यदि आपको हमारे द्वारा बताई गई जानकारी अच्छी लगी तो प्लीज इसे अपने दोस्तों के साथ फेसबुक और व्हाट्सएप पर अवश्य शेयर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को यह पता चल पाएगी पायलट बनने की तैयारी कैसे करते हैं धन्यवाद दोस्तों|

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