शेर और लोमड़ी की कहानी – Lion and Fox Story in Hindi

Lion and Fox Story in Hindi – नमस्कार दोस्तों आज हम आपके सामने और एक स्टोरी लेकर आए हैं जिसमें हम आपको शेर और लोमड़ी की कहानी बताएंगे. लोमड़ी के बारे में आप लोगों ने तो बहुत बात सुना ही होगा कि लोमड़ी बहुत ज्यादा चतुर और चालाक होती है और उसकी चतुराई से जंगल के हर एक जानवर परिचित हैं

आज के इस स्टोरी में हम आपको एक शेर और लोमड़ी की कहानी बताने वाले हैं इसको पढ़कर आपको बहुत मजा आएगा और आप को यह भी अंदाजा लग जाएगा कि वाकई में लोमड़ी बहुत ही ज्यादा चतुर और चालाक होती हैं

तू तो हम आपसे यह दरख्वास्त करेंगे कि आप इस स्टोरी को पूरे अंत तक पढ़ें ताकि आपको यह कहानी पढ़ कर कुछ अच्छी सीख मिले. चलिए दोस्तों ज्यादा समय बर्बाद ना करते हुए हम आज की इस रोमांचक कहानी की शुरुआत करते हैं

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शेर और लोमड़ी की कहानी

Lion and Fox Story in Hindi

Lion and Fox Story in Hindi

एक बार एक जंगल में शेर पिंजरे में फस गया था और वह बहुत ज्यादा परेशान था उसने अपनी लाख कोशिश कर ली उस पिंजरे से आज़ाद होने की लेकिन उसकी सभी कोशिश नाकामयाब हो रही थी

तभी उसी समय वहां से एक आदमी गुजर रहा था. शेर को पिंजरे में देखकर उस आदमी को बहुत डर लग गया और वहां से भागने की कोशिश करने ही वाला था कि शेर ने पिंजरे के भीतर से उस इंसान से कहा कि प्लीज भैया मुझको इस पिंजरे से बाहर निकाल दीजिए आपकी बहुत मेहरबानी होगी मैं आपका एहसान जिंदगी भर नहीं भूलूंगा

उस इंसान ने शेर से कहा कि यदि मैं तुम को इस पिंजरे से बाहर निकाल दूंगा तब तुम मुझको बाहर आकर खा जाओगे और मैं ऐसी गलती बिल्कुल भी नहीं करूंगा

फिर शेर ने विनम्र आवाज से कहा की आप मुझ पर भरोसा करो मैं ऐसा घिनौना काम बिल्कुल भी नहीं कर सकता जो इंसान मेरी जान बचाएगा और मुझको इस पिंजरे से आज़ाद कर आएगा मैं उसकी जान कभी भी नहीं ले सकता हूं और मैं आपको वादा करता हूं कि मैं आपको बिल्कुल भी नहीं खाऊंगा

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कुछ भले इंसान ने शेर पर भरोसा करके उसका पिंजरा खोल दिया और शेर बाहर निकल गया उसके बाद शेर ने बहुत जोर की अंगड़ाई ली और फिर उस इंसान से कहा कि मुझे बहुत भूख लगी है अब मैं तुम्हें खा जाऊंगा

यह बात सुनकर उस इंसान को विश्वास नहीं हुआ उसने कहा कि अभी कुछ देर पहले तो तुमने मुझसे कहा था कि तुम अगर मुझको इस पिंजरे से बाहर निकाल दोगे तब मैं तुमको बिल्कुल भी नहीं खाऊंगा और अब तुम ऐसा बोल रहे हो कि मैं तुमको खा जाऊंगा यह कहां का इंसाफ है

उस धोखेबाज शेर ने कहा अरे मूर्ख इंसान मैं तो अपना काम बनाना चाहता था मुझको किसी भी तरीके से इस पिंजरे से बाहर निकलना था और तुमने मुझ को बाहर निकाल दिया और अब मैं तुमको खा जाऊंगा. क्योंकि मुझको बहुत ज्यादा भूख लगी हुई है और मेरे पास खाने के लिए कुछ भी नहीं है तो इस समय पर तुमको अपना भोजन बनाने के अलावा मेरे पास कुछ भी ऑप्शन नहीं है

यह बात सुनकर उस इंसान को पता लग गया कि यह धोखेबाज शेर है और यह मुझको जरूर खा जाएगा तभी उसके दिमाग में एक बात आई उसने शेर से कहा कि जो तुम मेरे साथ कर रहे हो वह बिल्कुल भी सही नहीं है यह बहुत गलत है

उसने शेर से कहा कि अगर इस जंगल में और कोई जानवर है तो हम उससे जाकर पूछते हैं कि जो तुम मेरे साथ करने वाले हो क्या वह सही है या गलत है अगर अगर वह कहेंगे कि तुम सही हो तब तुम्हारी मर्जी अगर तुम मुझको खाना चाहो तो खा सकते हो उसके बाद मैं आपसे कुछ भी नहीं कहूंगा

शेर ने उस इंसान की बात मान ली लेकिन उसने पूछा कि हम आखिरकार पूछेंगे किस से. उसी समय वहां से एक लोमड़ी जा रही थी. लोमड़ी वहां से चुपचाप जा रही थी उसी समय उस आदमी ने और शेर ने उस लोमड़ी को अपने पास बुलाया और अपनी पूरी बात बताई

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लोमड़ी ने शेर की तरफ देखकर अपने मन ही मन सोचा कि कितना मूर्ख शेर है और वह इंसान की चालाकी उसने समझ ली कि उसके मन में क्या बात चल रही है और आप लोगों को तो पता ही है कि लोमड़ी कितनी ज्यादा चतुर और चालाक होती है

लोमड़ी ने अपने मन ही मन में बात बना ली इस धोखेबाज शेर को सबक सिखा कर रहूंगी और इसका घमंड भी तोड़ दूंगी. और शेर अपने मन में सोच रहा था कि इस इंसान की बात को सुनकर लोमड़ी कुछ नहीं करेगी और वह मुझ से डरकर मेरा ही पक्ष लेगी

लोमड़ी ने उस इंसान और शेर से कहा कि मुझ को घटनास्थल पर ले कर चलो जहां पर मैं पूरी तरीके से देख पाऊं कि किस तरीके से क्या बात हुई है ताकि मैं बता सकूं कि कौन सही है और कौन गलत है

फिर वह तीनों उस स्थान पर चले गए फिर लोमड़ी ने कहा कि मैं एक बार देखना चाहती हूं कि किस तरीके से पूरी घटना घटी उसे एक बार दोनों मेरे सामने करके दिखाओ जिससे की पूरी कहानी स्पष्ट हो जाए

इस बात पर शेर ने कहा कि मुझको आप क्या बोल रहे हो समझ में नहीं आ रहा है जो कहना है साफ साफ कहो

लोमड़ी ने कहा कि मेरा मतलब है कि आप एक बार फिर से पिंजरे में जा कर दिखाएं और उसने उस इंसान से भी कहा कि आप थोड़ा सा पिंजरे के दूर जाकर खड़े हो जाएं जहां पर आपने शेर को पिंजरे में देखा था

शेर ने कहा ठीक है और वह पिंजरे के अंदर चला गया उसके बाद लोमड़ी ने इंसान से पूछा कि जब तुम यहां पर आए थे तो पिंजरे का दरवाजा खुला था या बंद था

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उस इंसान ने कहा कि पिंजरे का दरवाजा बंद था, जैसे ही उस इंसान ने यह बात कही लोमड़ी ने अपनी कुर्ती दिखाइए और फटाक से पिंजरे का दरवाजा बंद कर दिया

और फिर उसने शेर से कहा अब तुम यहीं बैठ कर आराम करते रहो. उस इंसान ने लोमड़ी को दिल से बहुत ज्यादा शुक्रिया अदा किया और उसकी जान बचाने के लिए लोमड़ी को बहुत-बहुत धन्यवाद कहां

उसके बाद शेर पिंजरे में फिर से कैद हो गया और वह इंसान और लोमड़ी अपने रास्ते चले गए

इस कहानी से क्या सीख मिलती है आपको दोस्तों

Moral of this Story

दोस्तों इस शेर और लोमड़ी की कहानी से हमको यह सबक और सीख मिलती है कि हमको कभी भी किसी पर बहुत जल्दी से विश्वास और भरोसा नहीं करना चाहिए

क्योंकि जो आदमी जैसा दिखता है जो बात आप लोगों से कहता है जरूरी नहीं है कि वह सबकुछ आपके फायदे के लिए ही बोल रहा हो

किसी पर भी भरोसा करने से पहले या किसी के बात पर विश्वास करने से पहले आप बहुत अच्छे से सोच समझकर काम कीजिए

मुसीबत के समय में हमेशा अपना संयम बनाकर रखें और हिम्मत कभी भी ना हारे अपना दिमाग का इस्तेमाल करें इससे आप बड़ी से बड़ी मुश्किलों का समाधान निकाल सकते हैं

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आपकी और दोस्तों

दोस्तों यह था शेर और लोमड़ी की कहानी ( Lion and Fox Story in Hindi ) हम उम्मीद करते हैं कि आपकी यह स्टोरी पढ़कर आपको बहुत मजा आया होगा और आपको बहुत अच्छी सीख मिली होगी

यदि आप लोगों को हमारी यह स्टोरी पसंद आई हो तो कृपया करके इसे अपने दोस्तों के साथ और घर परिवार वालों के साथ Facebook WhatsApp Twitter और Google plus पर जरुर शेयर करें और हमारे इस ब्लॉग पर नियमित रूप से आते रहें और भी रोमांचक और अच्छे आर्टिकल पढ़ने के लिए धन्यवाद दोस्तों

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