लालच बुरी बला है कहानी स्टोरी
लालच बुरी बला है स्टोरी – हेलो दोस्तों कैसे हो आप लोग एक बार फिर से हम आपके साथ बहुत ही दिलचस्प और शिक्षा देने वाली कहानी शेयर करने जा रहे हैं और इस कहानी में हम एक लालची राजा की कहानी आप लोगों को सुनाएंगे.
यह कहानी को आप पूरा जरूर पढ़ें ताकि आपको एक बहुत अच्छी सीख मिल पाए की लालच करना बुरी बला होती है. चलिए दोस्तों ज्यादा समय बर्बाद ना करते हुए हम आज के कहानी की शुरुआत करते हैं.
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लालच बुरी बला है कहानी स्टोरी
बहुत पुराने समय की बात है यूनान में विकास नाम का बहुत ही धनी राजा राज्य करता था. लेकिन वह राजा बहुत ज्यादा लालची था. उसको केवल एक ही शौक था सोना इकट्ठा करना और उसको जब कभी भी मौका मिलता तब वह इस को इकट्ठा करने से पीछे नहीं हटता.
यह दिन वह अपने तिजोरियों में रखे हुए हैं सोने को देख रहा था कि अचानक उसके सामने एक देवदूत आ गया. लालची राजा ने तुरंत ही देवदूत को दोनों हाथ जोड़कर प्रणाम किया. या देखकर देवदूत राजा पर बहुत ज्यादा प्रसन्न हुआ और उसने राजा से कहा कि आप मुझसे कोई भी वरदान मांग लीजिए.
लालची राजा ने तुरंत ही देव जी से यह कहा कि आप मुझे कोई ऐसा वरदान दे दीजिए कि यदि मैं किसी भी वस्तु को हाथ लगाओ तब तुरंत वह सोने की बन जाए. देवदूत ने राजा की बात मान ली और उसने राजा को वरदान दे दिया और कहा कि अब से तुम जिस किसी भी वस्तु को हाथ लगाओगे वह तुरंत ही सोने की बन जाएगी.
लालची राजा यह बात सुनकर बहुत ज्यादा खुश हो गया और उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था. वह यह सोच रहा था कि अब मैं और भी ज्यादा पैसे वाला और अमीर बन जाऊंगा जबकि पहले से उसके पास धन दौलत की कोई भी कमी नहीं थी.
यह दिन राजा को बहुत जोरों से भूख लगी हुई थी और उसने अपने नौकरों से तुरंत खाना लगाने के लिए कहा लेकिन जैसे ही राजा ने थाली को हाथ लगाया सारा खाना थाली समेत सोने की बन गई. फिर राजा देख कर बहुत ज्यादा दुखी हो गया और भूख के मारे तड़पने लगा.
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फिर कुछ देर बाद उसकी छोटी बेटी दौड़ते-दौड़ते राजा के पास आई, और राजा ने बड़े ही प्यार से अपनी बेटी को अपने पास पकड़ने के लिए हाथ लगाया तो यह क्या हुआ की उसकी बेटी तुरंत ही सोने की मूर्ति में तब्दील हो गई. यह देख कर राजा को इतना ज्यादा दुख हुआ कि उसको कुछ समझ में नहीं आ रहा था और वह बहुत ज्यादा परेशान और चिंतित हो गया था.
राजा अपना सर दीवार में पटक पटक कर रो रहा था, यह देख कर देवदूत को लालची राजा पर बहुत ज्यादा दया आई. देवदूत तुरंत ठीक है राजा के सामने प्रकट हो गया. जैसे ही लालची राजा ने देवदूत को देखा तब वह फौरन उसके पैरों पर गिर गया और माफी मांगने लगा और उससे अपना वरदान वापस लेने को कहने लगा.
राजा बहुत ज्यादा परेशान होकर देवदूत के पैर पकड़ कर जोर जोर का गिड़गिड़ा रहा था कि मुझसे यह वरदान वापिस ले लो मुझे सोना नहीं चाहिए मुझे अपनी बेटी चाहिए. यह देखकर देवदूत को लालची राजा पर दया आ गई और उसने अपना वरदान वापस ले लिया.
उसके तुरंत ही बात उसकी बेटी अच्छी हो गई और सभी वस्तु पहले जैसी हो गई यह देखकर राजा बहुत ज्यादा खुश हो गया और उसको पता चल गया कि लालच करना बुरी बला होती है.
शिक्षा – दोस्तों इस कहानी से हम लोगों को यह सीख मिलती है कि हमें कभी भी लालच नहीं करना चाहिए क्योंकि ज्यादा लालच करने से हमें नुकसान होता है और यह बहुत बुरी आदत होती है.
हमें भगवान की कृपा से जितना मिला है उसी में हमें संतुष्ट रहना चाहिए. कभी-कभी लालच के चक्कर में इंसान इतना ज्यादा बहक जाता है कि उसको सही और गलत के बारे में पता नहीं रहता.
और वह चाहता है कि उसे ज्यादा मुनाफा प्रॉफिट या पैसा नहीं है. लेकिन कई बार लालच के चक्कर में उनको बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ती है और वह लोग बाद में बहुत ज्यादा पछताते हैं.
इसलिए दोस्तों हम आप लोगों से कहना चाहेंगे कि आप लोगों को कभी भी गलत नहीं करना चाहिए क्योंकि लालच हमेशा बुरी बला होती है.
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आपकी और दोस्तों
दोस्तों यह था लालच करना बुरी बला पर कहानी हम उम्मीद करते हैं कि आज के युवा हिंदी स्टोरी पढ़ने के बाद आप लोगों को पता चल गया होगा कि लालच करना बुरी बला होती है. यदि आप लोगों को हमारी यह हिंदी स्टोरी पसंद आई हो तो कृपया करके इसे अपने दोस्तों के साथ और घर परिवार वालों के साथ जरुर शेयर करें और ऐसे ही मजेदार और शिक्षा प्रदान करने वाले कहानी पढ़ने के लिए आप नियमित रूप से हमारे ब्लॉग पर आया करें.