कैसे पता करें कि आप प्रेग्नेंट है या नहीं

कंफ्यूजन की स्थिति सबसे खराब होती है, जब हमें लगता है कि यह हो भी सकता है और नहीं भी हो सकता है। कन्फ्यूशंस को जितना जल्दी मिटा दिया जाए उतना ही जल्दी मन को शांति मिलती है। भले ही हमारा मनचाहा परिणाम आए या ना आए लेकिन मन की वह बेचैनी दूर हो जाती है। इसी तरह का कन्फ्यूजन होता है जब हमें लगता है कि हम प्रेग्नेंट है और दूसरे ही पल यह लगता है कि शायद हम प्रेग्नेंट नहीं है।

प्रेगनेंसी एक बहुत ही अहम अध्याय है एक औरत के जीवन का और जब इस तरह का कन्फ्यूजन दिल में आता है तो मन एकदम बेचैन हो जाता है। हम आपकी बेचैनी को समझते हैं और इसीलिए हम आज की पोस्ट को आप लोगों के लिए लेकर आए हैं।

इस पोस्ट में हम बताएंगे कि आप यह कैसे अनुमान लगा सकते हैं कि आप गर्भवती है। दरसल गर्भावस्था में कुछ लक्षण देखने को मिलते हैं जो प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण होते हैं। इस पोस्ट में हम उन्हीं लक्षणों के बारे में बात करेंगे। तो समय न गवाते हुए चलिए पोस्ट को पढ़ते हैं। लेकिन सबसे पहले एक महत्वपूर्ण प्रश्न —–

क्या सभी महिलाओं में गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण नजर आते हैं?

kaise pata kare ki pregnant hai ki nahi

हर महिला अलग होती है। तो फिर कैसे उनके गर्भावस्था के अनुभव समान हो सकते हैं। यह तय है कि प्रत्येक महिला में एक ही लक्षण या एक गर्भावस्था से दूसरे गर्भावस्था तक समान लक्षण नहीं होते हैं।

इसके अलावा एक Fact यह भी है कि, क्योंकि गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण अक्सर उन लक्षणों की नकल करते हैं जिन्हें आप मासिक धर्म के ठीक पहले और दौरान अनुभव कर सकते हैं, आपको एहसास नहीं भी हो सकता कि आप गर्भवती हैं।

इसके अलावा आपको पता होना चाहिए कि ये लक्षण गर्भवती होने के अलावा अन्य चीजों के कारण भी हो सकते हैं। तो तथ्य यह है कि आप इनमें से कुछ लक्षण को अगर नोटिस करते हैं जरूरी नहीं कि आप गर्भवती हैं। सुनिश्चित करने के लिए एकमात्र तरीका केवल और केवल गर्भावस्था परीक्षण है। लेकिन फिर भी गर्भावस्था के सबसे आम शुरुआती लक्षणों में से कुछ इस प्रकार है —

प्रेग्नेंसी के कुछ सामान्य लक्षण:

● मासिक धर्म का रुक जाना

मासिक धर्म का रुक जाना सबसे अहम लक्षणों में से एक है। अगर आपका मासिक धर्म रुक गया है और आपने इस महीने असुरक्षित यौन संबंध बनाया है तो आपको प्रेगनेंसी टेस्ट की जरूरत है।

लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आपके पीरियड हर महीने नियमित रूप से आते हो। अगर आपका मासिक धर्म हर महीने समय से नहीं आता और डेट से आगे पीछे होता है और इस महीने भी लेट हो गया है तो इसमें आश्चर्य की बात नहीं है।

लेकिन अगर किसी महीने आपका पीरियड लेट नहीं होता और इस महीने ऐसा पहली बार हुआ है तो यह गर्भावस्था का संकेत हो सकता है। लेकिन इससे पहले सुनिश्चित करें कि आप किसी प्रकार की गर्भ निरोधक गोली या गर्भ निरोधक उपाय से दूर है।

साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि आप इस महीने योनि सेक्स से गुजरे हैं। तो अगर आपका मासिक धर्म इस महीने अपेक्षित Date से 7-10 या उससे ज्यादा दिन लेट हो गया है और अभी तक नहीं आया है तो आपको आज ही प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए।

गर्भावस्था का सबसे स्पष्ट प्रारंभिक लक्षण है पीरियड का मिस होना। यही वह लक्षण ह जो ज्यादातर महिलाओं को गर्भावस्था परीक्षण के लिए प्रेरित करता है। लेकिन पीरियड मिस होने का कारण हमेशा गर्भावस्था नहीं होता।

इसके अलावा, गर्भावस्था के दौरान कुछ महिलाओं को रक्तस्राव का अनुभव हो सकता है । यदि आप गर्भवती हैं, तो अपने डॉक्टर से पूछें कि आपको रक्तस्राव के बारे में क्या पता होना चाहिए। उदाहरण के लिए, सामान्य रक्तस्राव कब होता है और यह किसी इमेरजेंसी का संकेत कब है?

ध्यान रहें–

लेकिन ध्यान रखना जरूरी है कि, पीरियड मिस होने के लिए गर्भावस्था के अलावा भी कई कारण है। यह भी हो सकता है कि आपने बहुत अधिक वजन बढ़ा लिया हो या घटा लिया जो । हार्मोनल समस्याएं, थकान , या तनाव अन्य कारण हैं। लेकिन फिर भी अगर पीरियड लेट होता है या नहीं आता है और प्रेग्नेंसी की संभावना होती है, तो आप प्रेग्नेंसी टेस्ट करवा सकती हैं।

● स्तन में परिवर्तन

स्तन में परिवर्तन गर्भावस्था का एक बहुत पक्का संकेत है। गर्भधारण के बाद एक महिला के हार्मोन का स्तर तेजी से बदलता है। परिवर्तनों के कारण, एक या दो सप्ताह बाद उनके स्तन सूज सकते हैं, गले में दर्द भी हो सकता हैं। या तो महिलाएं अपने स्तनों को भारी या फुलर महसूस कर सकती हैं या स्पर्श करने पर कोमल महसूस कर सकती हैं। निपल्स के आस-पास का क्षेत्र, जिसे एरोला कहा जाता है, वह भी काला पड़ सकता है

हालांकि अन्य चीजें भी स्तन परिवर्तन का कारण बन सकती हैं। लेकिन यदि परिवर्तन गर्भावस्था का एक प्रारंभिक लक्षण है, तो ध्यान रखें कि हार्मोन के स्तर आये बदलाव के लिए शरीर को तैयार होने में कई सप्ताह तक लग सकते हैं। लेकिन एक बार जब शरीर हॉर्मोन्स के बदलावों के साथ तालमेल बिठा लेता है, तो स्तन दर्द भी कम हो जाता है और बाकी असुविधा भी दूर हो जाती है।

● थकान

गर्भावस्था की शुरुआत में बहुत थकान महसूस होना सामान्य बात है। एक महिला गर्भ धारण करने के एक सप्ताह बाद से ही असामान्य रूप से थकान महसूस करना शुरू कर सकती है।

लेकिन क्यों? तो इसका जवाब है यह अक्सर प्रोजेस्टेरोन नामक हार्मोन के उच्च स्तर के कारण होता है। हालांकि अन्य कारण जैसे — रक्तशर्करा के निम्न स्तर , निम्न रक्तचाप इत्यादि कारणों के वजह से भी ऐसा हो सकता है।

यदि थकान गर्भावस्था से संबंधित है, तो पर्याप्त आराम करना जरूरी है। साथ ही प्रोटीन और आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने से भी समस्या थोड़ी कम हो सकती है।

● मतली (मॉर्निंग सिकनेस)

मॉर्निंग सिकनेस गर्भावस्था का एक प्रसिद्ध लक्षण है। लेकिन हर गर्भवती महिला में यह लक्षण दिखे ऐसा जरूरी नहीं है। हालांकि मॉर्निंग सिकनेस का सही कारण अभी तक ज्ञात नहीं है लेकिन गर्भावस्था में हार्मोन का उतार चढ़ाव इस लक्षण के लिए कहीं न कहीं जिम्मेदार हैं। गर्भावस्था के दौरान मतली दिन के किसी भी समय हो सकती है लेकिन आमतौर पर सुबह में।

इसके अलावा, कुछ महिलाएं गर्भवती होने पर कुछ खाद्य पदार्थों के लिए तरसती हैं, या कुछ खाद्य पदार्थों की गंध तक बर्दास्त नहीं कर सकती हैं। यह भी हार्मोनल परिवर्तन से संबंधित है।

यह संभव है कि मतली , cravings, और स्वाद में परिवर्तन पूरे गर्भावस्था तक रह सकते हैं। वहीं सौभाग्य से, यह लक्षण कई महिलाओं में गर्भावस्था के 13 वें या 14 वें सप्ताह में कम हो जाते हैं।

गर्भवती स्त्री को यह सलाह दी जाती हैं कि इस बीच, एक स्वस्थ आहार का सेवन अवश्य करें ताकि आपको और आपके विकासशील बच्चे को आवश्यक पोषक तत्व मिलें। आप उचित सलाह के लिए अपने डॉक्टर से बात कर सकते हैं।

गर्भावस्था के कुछ अन्य प्रारंभिक लक्षण

गर्भावस्था आपके हार्मोनल संतुलन में बदलाव लाता है। और इसके कारण अन्य लक्षण भी शामिल हो सकते हैं जैसे कि —

● बार-बार पेशाब आना

कई महिलाओं के साथ यह लक्षण, गर्भधारण के बाद छठे या आठवें सप्ताह के आसपास शुरू होता है। यद्यपि यह मूत्र पथ के संक्रमण , मधुमेह या मूत्रवर्धक का उपयोग करने के कारण भी हो सकता है। यदि आप गर्भवती हैं, तो यह हार्मोनल स्तरों में आये बदलाव के कारण हो सकता है।

● कब्ज

गर्भावस्था के दौरान, हार्मोन प्रोजेस्टेरोन का उच्च स्तर आपको कब्ज़ हो सकता हैं। प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन, भोजन को आपकी आंतों के माध्यम से अधिक धीरे-धीरे पारित करने का कारण बनता है । समस्या को कम करने के लिए, खूब सारा पानी पिएं, व्यायाम करें और उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें।

● मूड स्विंग

ये एक आम लक्षण हैं, खासकर पहली तिमाही के दौरान। ये भी हार्मोन में परिवर्तन से संबंधित हैं।

● सिरदर्द और पीठ दर्द

कई गर्भवती महिलाओं को अक्सर हल्के सिरदर्द की शिकायत होती है। उसी तरह अन्य कई महिलाएं पीठ दर्द का अनुभव करती हैं ।

● चक्कर आना और बेहोशी

गर्भवस्था के दौरान, ये निम्न रक्तचाप और निम्न रक्त शर्करा से संबंधित हो सकते हैं। बहुत सी औरतों में गर्भवस्था के दौरान यह लक्षण देखने को मिलते हैं। हालांकि अगर ज्यादा चक्कर आये या बेहोशी जैसे लक्षण दिखे तो डॉक्टर से तुरन्त मिलना जरूरी है।

एक गर्भवती महिला में ये सभी लक्षण मौजूद हो सकते हैं, या फिर केवल एक या दो हो सकते हैं। यदि इनमें से कोई भी लक्षण आपको परेशान कर रही है, तो अपने डॉक्टर से इसके बारे में बात करें ताकि आप उन्हें ऑफसेट करने की योजना बना सकें।

● खट्टा खाने को जी करना

कई महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान खट्टा खाने को बहुत मन करता है। अगर आपको खट्टे चीजो के प्रति कोई खास रुचि नहीं है और अचानक आपका खट्टा खाने को जी मचलने लगा है तो हो सकता है कि आप गर्भवती हो। ऐसे में जांच आवश्यक है।

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निष्कर्ष:

उम्मीद करते हैं आपको यह जानकारी अच्छी लगी और अब से आपको अपनी प्रेग्नेंसी को लेकर ज्यादा समय तक कंफ्यूज़ नहीं होना पड़ेगा क्योंकि अगर आप हमारे पोस्ट में बताए गए लक्षणों को अपने अंदर पाते हैं तो यह निश्चित है कि आप गर्भवती है।

हालांकि कुछ महिलाओं को कोई लक्षण नजर नहीं आते फिर भी वह प्रेग्नेंट होती है। लेकिन यह बहुत ही रेयर केस होता है, जो अक्सर देखने को नहीं मिलता। इसीलिए ऊपर उल्लेखित लक्षणों में से अगर दो या तीन लक्षण भी आपको नजर आए तो समझ लीजिये कि आप प्रेग्नेंट है।

इस आर्टिकल को पूरा करने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद और अब आपसे अनुरोध करते हैं कि इस पोस्ट को अपने दोस्तों और रिश्तेदारों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। अपना बहुमूल्य सुझाव हमें कमेंट करें और कोई सवाल हो तो बेझिझक कमेंट करके पूछे।