IFS ऑफिसर कैसे बने | IFS ऑफिसर बनने के लिए क्या करे

IFS ऑफिसर कैसे बने: हर विद्यार्थी पढ़ाई लिखाई करके अपनी जिंदगी में कुछ ना कुछ बनने की इच्छा रखता है और इसके लिए वह बहुत मेहनत भी करता है|

क्योंकि हर किसी की यह चाहत होती है कि वह पढ़ाई लिखाई करके एक अच्छी नौकरी पाए और अपनी जिंदगी में शादी करके सेटल हो जाए, साथ ही अपने परिवार को अच्छे से पालें ले।

इसलिए विद्यार्थी अपना अच्छा केरियर बनाने के लिए 12वीं कक्षा को पास करने के बाद से ही प्रयत्न चालू कर देते हैं, जिसके लिए वह विभिन्न प्रकार के कोर्स चुनते हैं।

हमारे भारत में ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां पर विद्यार्थी अपना अच्छा कैरियर बना सकते हैं। आमतौर पर हमारे भारत के विद्यार्थियों को प्राइवेट नौकरी की तुलना में सरकारी नौकरी बहुत अधिक पसंद आती है।

क्योंकि प्राइवेट नौकरी में जितनी सुविधा मिलती है, उससे ज्यादा सुविधा सरकारी नौकरी में मिलती है।अगर भारत के मध्यम वर्ग के किसी लड़के अथवा लड़की की नौकरी सरकारी विभाग में लग जाती है तो वह दिन उनके लिए किसी त्यौहार से कम नहीं होता।

भारत में अधिकतर लोग आईएएस और आईपीएस बनने की इच्छा रखते हैं परंतु इसके अलावा एक ऐसी पोस्ट भी है जो इन दोनों से थोड़ी सी ही कमजोर है परंतु इसमें आपको मान सम्मान और सैलरी बहुत अच्छी मिलेगी।

दोस्तों हम बात कर रहे हैं आई एफ एस यानी कि इंडियन फॉरेन सर्विस अधिकारी के बारे में। अगर आप आईएफएस अधिकारी बनना चाहते हैं तो आज के हमारे इस आर्टिकल को पूरा अवश्य पढ़ें|

क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको इंडियन फॉरेन सर्विस अधिकारी कैसे बने और इंडियन फॉरेन सर्विस अधिकारी बनने के लिए क्या करें, इसके बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार से देने वाले हैं, तो आइए जानते हैं कि इंडियन फॉरेन सर्विस ऑफीसर कैसे बना जाता है।

IFS ऑफिसर कैसे बने

IFS ऑफिसर बनने के लिए क्या करे

IFS officer kaise bane

1.आईएफएस क्या है

आईएफएस अधिकारी विदेश मंत्रालय से संबंधित सर्विस देता है। भारत के विदेश मंत्रालय में बुद्धिमान, टैलेंटेड और अच्छे ऑफिसर की जरूरत होती है, जो हमारे भारत देश की बात और मतों को दूसरे देशों को सामने रख सके। एक आईएफएस अधिकारी को 2 देशों की वार्ता में विशेष भूमिका निभानी पड़ती है।

आई एफ एस का पद हमारी भारतीय सिविल सेवा का एक महत्वपूर्ण पद है।आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आईएफएस के पद का चयन यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन के द्वारा आयोजित कराई जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से किया जाता है।

जो अभ्यर्थी यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन के द्वारा आयोजित कराई जाने वाली सिविल सेवा की परीक्षा को सफलतापूर्वक पास कर लेता है, उसे आईएफएस अधिकारी का पद प्रदान किया जाता है और उसके बाद आईएफएस अधिकारी को भारत सरकार के विदेश सेवा में काम करने का मौका मिलता है।

जब अभ्यर्थी सिविल सेवा की परीक्षा को सफलतापूर्वक पास कर लेता है, तो उनके प्राप्तांक अंकों के आधार पर ही वरिष्ठता के अनुसार अभ्यर्थियों को पद दिया जाता है।जिस आईएएस अभ्यर्थी का अंक अधिक होता है, उन्हें आईएफएस अधिकारी का पद दिया जाता है।

2. आईएफएस का फुल फॉर्म

बहुत से लोग हैं, जिन्हें आईएफएस का फुल फॉर्म पता नहीं होता है, तो वैसे लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि आईएफएस का फुल फॉर्म होता है इंडियन फॉरेन सर्विस। इसे हिंदी में भारतीय विदेश सेवा के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा इसे डिप्लोमेट के नाम से भी जाना जाता है।

3. आईएफएस अधिकारी कैसे बने

अगर आप आईएफएस अधिकारी बनना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन के द्वारा आयोजित कराई जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा के लिए सबसे पहले आवेदन देना होता है और निश्चित डेट को जब यह परीक्षा होती है, तब आपको इस परीक्षा में शामिल होना पड़ता है और इस परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करना होता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सिविल सेवा परीक्षा 3 चरणों में संपन्न कराई जाती है, जिसमें पहला चरण होता है प्रारंभिक परीक्षा का, दूसरा चरण होता है मुख्य परीक्षा का तथा तीसरा और अंतिम चरण होता है साक्षात्कार अर्थात इंटरव्यू का।

जो अभ्यर्थी इन तीनों चरणों को सफलतापूर्वक पास कर लेता है, उसे उसके प्राप्तांक अंकों के आधार पर आईएएस आईपीएस या फिर आईएफएस अधिकारी का पद दिया जाता है।

अगर आपको आईएफएस अधिकारी बनना है, तो आपको अपनी वरीयता में सबसे पहला स्थान पर आईएफएस को देना होगा और अगर आपके अच्छे अंक आते हैं, तो आपको यह पद मिल भी जाएगा।

4. इंडियन फॉरेन सर्विस अधिकारी बनने के लिए शैक्षिक योग्यता

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आईएफएस अधिकारी का सिलेक्शन सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से किया जाता है और सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने के लिए आपको भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या इंस्टिट्यूट से किसी भी विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री करनी जरूरी होती है|

तथा आपके ग्रेजुएशन में 55% से ऊपर अंक होने भी जरूरी होते है। आप ग्रेजुएशन किसी भी स्ट्रीम से कर सकते हैं, फिर चाहे वह गणित हो बायोलॉजी हो फिजिक्स और केमिस्ट्री हो या कोई अन्य हो।

5. इंडियन फॉरेन सर्विस अधिकारी बनने के लिए उम्र सीमा

भारत सरकार ने भारतीय संविधान द्वारा दिए गए आरक्षण को ध्यान में रखते हुए आईएफएस अधिकारी बनने के लिए विभिन्न वर्गों के लिए अलग-अलग उम्र सीमा निर्धारित की है, जिसके अनुसार अगर आप सामान्य वर्ग से संबंध रखते हैं, तो आप 21 साल से लेकर 30 साल तक आईएफएस अधिकारी बन सकते हैं।

इसके अलावा एससी-एसटी समुदाय को उम्र में 5 साल तथा ओबीसी समुदाय को उम्र में 3 साल की छूट भारतीय संविधान के द्वारा दी जाती है। हालांकि उम्र में छुट लेने के लिए अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति और ओबीसी समुदाय के लोगों को आरक्षण का प्रमाण पत्र दिखाना जरूरी होता है।

ऐसे व्यक्ति जो वास्तव में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति तथा ओबीसी समुदाय से संबंध रखते हैं, परंतु उनके पास आरक्षण का सर्टिफिकेट नहीं है तो वह उम्र में छूट का फायदा नहीं ले सकते। इसीलिए एससीएसटी तथा ओबीसी समुदाय के लोगों को आरक्षण का प्रमाण पत्र दिखाना जरूरी होता है।

6. इंडियन फॉरेन सर्विस अधिकारी की चयन प्रक्रिया

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंडियन फॉरेन अधिकारी का चयन तीन चरणों में किया जाता है, जो निम्न प्रकार है।

  • प्रारंभिक परीक्षा
  • मुख्य परीक्षा
  • साक्षातकार या इंटरव्यू

#1 प्रारंभिक परीक्षा

इंडियन फॉरेन सर्विस अधिकारी बनने के लिए जो प्रारंभिक परीक्षा होती है, उसमें विकल्पों वाले सवाल पूछे जाते हैं अर्थात इस परीक्षा में एमसीक्यू वाले सवाल पूछे जाते हैं। इस परीक्षा में हर सवाल के लिए आपको चार विकल्प दिए जाते हैं जिसमें से आपको सही विकल्प पर राइट का निशान करना होता है।

यह एक प्रकार की स्क्रीनिंग एग्जाम होती है। इस परीक्षा के द्वारा इंडियन फारेन सर्विस अधिकारी के लिए योग्य अभ्यर्थियों का सिलेक्शन किया जाता है।

जो अभ्यर्थी इस परीक्षा में अच्छे अंक लाते हैं, उन्हें इसके बाद मुख्य परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलता है। इस परीक्षा में मिलने वाले अंक मेरिट लिस्ट में नहीं जोड़े जाते हैं।

#2 मुख्य परीक्षा

जब अभ्यर्थी सफलतापूर्वक इंडियन फॉरेन अधिकारी बनने के लिए प्रारंभिक परीक्षा को पास कर लेता है, तो उसके बाद अभ्यर्थी को इंडियन फॉरेन अधिकारी बनने के लिए आयोजित होने वाली मुख्य परीक्षा में शामिल होना पड़ता है।

इंडियन फॉरेन अधिकारी बनने के लिए जो मुख्य परीक्षा आयोजित होती है उसमें पेन और कागज के द्वारा उत्तर लिखा जाता है अर्थात यह परीक्षा विकल्प वाली नहीं होती है।

इस परीक्षा के द्वारा अभ्यर्थी के ज्ञान के विषय में जानकारी प्राप्त की जाती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस परीक्षा में आपको जो भी अंक मिलेंगे, वह अंक आप की मेरिट लिस्ट में शामिल होंगे। इसलिए इस परीक्षा को पास करना आपके लिए बेहद जरूरी होता है। जब आप इस परीक्षा को सफलतापूर्वक पास कर लेंगे, तो उसके बाद आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा।

#3 साक्षात्कार या इंटरव्यू

प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करने के बाद अभ्यर्थी को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इस इंटरव्यू में अभ्यर्थी के वैचारिक,मानसिक, शारीरिक क्षमता का आकलन इंटरव्यू लेने वाले लोगों की टीम द्वारा किया जाता है|

और यदि अभ्यर्थी इस इंटरव्यू को भी सफलतापूर्वक पास कर लेता है, तो उसके बाद उस अभ्यर्थी को इंडियन फॉरेन सर्विस के पद पर नियुक्ति दे दी जाती है और इस तरह वह अभ्यर्थी इंडियन फॉरेन अधिकारी बन जाता है।

7. कितनी बार दे सकते हैं इंडियन फॉरेन अधिकारी की परीक्षा

अगर आप इंडियन फॉरेन अधिकारी बनने की परीक्षा दे रहे हैं, तो आपको इस बात की भी जानकारी अवश्य होनी चाहिए कि अगर आप एक बार इस परीक्षा में सफल नहीं हुए तो क्या आप दोबारा इस परीक्षा को दे सकते हैं।

अगर हम इंडियन फॉरेन अधिकारी की परीक्षा कितनी बार दे सकते हैं, इसके बारे में बात करें तो इस बात का निर्णय भी आरक्षण को ध्यान में रखते हुए किया गया है।इसीलिए अगर आप सामान्य वर्ग से संबंध रखते हैं आप इंडियन फॉरेन अधिकारी बनने के लिए अधिकतम 6 बार परीक्षा दे सकते हैं।

इसके अलावा अगर आप ओबीसी समुदाय से संबंध रखते हैं तो आप इंडियन फॉरेन अधिकारी बनने के लिए 9 बार कोशिश कर सकते हैं तथा अगर आप sc-st अर्थात अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति से संबंध रखते हैं तो आप जितनी चाहे उतनी बार अधिकारी बनने के लिए परीक्षा दे सकते हैं।

sc-st समुदाय के लिए इंडियन फॉरेन अधिकारी बनने के लिए सरकार द्वारा अथवा यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन के द्वारा कोई उम्र सीमा निर्धारित की नहीं गई है।

8. इंडियन फॉरेन अधिकारी की ट्रेनिंग

प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू को सफलतापूर्वक पास करने के बाद अभ्यर्थियों को इंडियन फॉरेन अधिकारी के पद पर नियुक्ति प्रदान की जाती है।हालांकि इस पद पर काम करने से पहले उसे कुछ ट्रेनिंग से गुजरना होता है, इसकी जानकारी हम आपको नीचे दे रहे हैं।

इंडियन फॉरेन अधिकारी के पद पर सिलेक्ट होने के बाद अभ्यर्थियों को सबसे पहले 4 महीने की बेसिक ट्रेनिंग राष्ट्रीय अकैडमी मसूरी में दी जाती है। इसके बाद उसे 12 महीने की व्यवसायिक ट्रेनिंग नई दिल्ली में दी जाती है।

व्यवसायिक ट्रेनिंग पूरी करने के बाद अभ्यर्थी को 6 महीने विदेश मंत्रालय के अंतर्गत ट्रेनिंग प्रदान की जाती है और इस ट्रेनिंग को पूरा करने के बाद अभ्यर्थी को 14 महीने की विदेश में स्थित दूतावास में ट्रेनिंग दी जाती है। इस तरह से इनकी ट्रेनिंग पूरी होती है।

9. इंडियन फॉरेन अधिकारी का नियुक्ति और प्रमोशन

आईएफएस पद के अधिकारी को दूतावास, वाणिज्य दूतावास एवं विदेश मंत्रालय में नियुक्ति प्रदान की जाती है।

#1 दूतावास

  • तृतीय सचिव (प्रवेश स्तर)
  • द्वितीय सचिव (स्थायी सेवा होने पर)
  • प्रथम सचिव
  • सलाहकार
  • मिशन के उपाध्यक्ष/ उप उच्चायुक्त/ उप स्थायी प्रतिनिधि
  • राजदूत/उच्चायुक्त/स्थायी प्रतिनिधि

#2 वाणिज्य दूतावास

  • उप वाणिज्य दूत
  • वाणिज्य दूत
  • महावाणिज्य दूत

#3 विदेश मंत्रालय

  • अवर सचिव
  • उप सचिव
  • निदेशक
  • संयुक्त सचिव
  • अतिरिक्त सचिव
  • सचिव

10. इंडियन फॉरेन अधिकारी का काम

जो व्यक्ति भारत का इंडियन फॉरेन अधिकारी होता है उसे भारत के राजनयिक के तौर पर काम करते हुए भारत के हितों का ध्यान रखना जरूरी होता है।

इन हितों में अंतरराष्ट्रीय संबंध, इकोनॉमिक सपोर्ट, पॉलिटिक्स सपोर्ट, बिजनेस और इन्वेस्टमेंट, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, प्रेस और मीडिया संपर्क तथा अन्य बहुपक्षीय कार्यक्रम शामिल होते हैं।

इंडियन फॉरेन अधिकारी को विदेश नीति के निर्माण तथा उसके संचालन से संबंधित काम करने होते हैं।इसके द्वारा इंडियन फॉरेन अधिकारी विदेशों के साथ भारत के कूटनीति और व्यापार से संबंधित संबंधों को बढ़ावा देकर भारत को अधिक से अधिक फायदा हो इसका प्रयास करता है।

इंडियन फॉरेन अधिकारी भारत की तरफ से अंतरराष्ट्रीय लेवल पर एंबेसी, उच्चायोग और संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रतिनिधित्व करता है और भारत का पक्ष दुनिया के सामने रखने का काम भी करता है।

जब भारत सरकार की तरफ से इंडियन फॉरेन अधिकारी को किसी अन्य देश में नियुक्त किया जाता है, तो वहां पर इंडियन फॉरेन अधिकारी का काम भारत के हितों की रक्षा करना होता है।

इंडियन फॉरेन अधिकारी विदेशों में घट रही ऐसी जानकारियों को भारत को प्रदान करता है, जो हमारे भारत देश के फायदे अथवा हानि से जुड़ी हुई होती हैं।

11. इंडियन फॉरेन सर्विस की परीक्षा कब होती है

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंडियन फॉरेन सर्विस अधिकारी के लिए हर साल मार्च और फरवरी में इसका नोटिफिकेशन आता है और जून तथा जुलाई के महीने में इसकी परीक्षा का आयोजन होता है।

इस परीक्षा का आयोजन भारत की यूपीएससी संस्था अर्थात यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन के द्वारा करवाया जाता है।यह संस्था इसके अलावा आईपीएस और आईएएस जैसी परीक्षाओं का आयोजन भी करवाती है।

12. आईएफएस एग्जाम के लिए अप्लाई कैसे करें

दोस्तों हर साल फरवरी और मार्च के महीने में आईएफएस एग्जाम का नोटिफिकेशन जारी होता है और अगर आप इस परीक्षा को देना चाहते हैं, तो आप यूपीएससी की वेबसाइट पर जाकर आईएफएस एग्जाम को सर्च करें और वहां से आप इस परीक्षा के लिए अपना एप्लीकेशन भरकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

13. आईएफएस एग्जाम सिलेबस

आईएफएस की परीक्षा में आपसे जनरल स्टडी, हिस्ट्री, कल्चर, इकोनामिक, ज्योग्राफी, सोसायटी, साइंस, टेक्नोलॉजी तथा करंट अफेयर से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं।

इसके अलावा आपसे निबंध लिखने को भी कहा जाता है। इसीलिए इस परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करने के लिए इन विषयों का अच्छे से अध्ययन अवश्य करें।

14. इंडियन फॉरेन सर्विस अधिकारी की सैलरी

बहुत से लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती कि आई एफ एस अधिकारी को कितनी सैलरी मिलती है, तो ऐसे लोगों की जानकारी के लिए हम बता दें कि एक आईएफएस अधिकारी को महीने की सैलरी के रूप में 35000 से लेकर ₹45000 मिलते हैं।

इसके अलावा इन्हें पीएफ और ग्रेजुएटी का लाभ भी मिलता है, साथ ही इन्हें रहने के लिए सरकार द्वारा मुफ्त घर भी दिया जाता है।भारतीय विदेश सेवा में हर साल लगभग 20 लोगों को नौकरी पर रखा जाता है।

वर्तमान में इस सेवा में 600 अधिकारी काम कर रहे हैं जिसमें से लगभग 162 अधिकारी विदेशों में भारतीय मिशन और विदेशी मामलों के मंत्रालय में विभिन्न पदों पर विराजमान है।

आपकी और दोस्तों

तो हमारे प्यारे मित्रों यह था एक आईएफएस ऑफिसर कैसे बने, हम उम्मीद करते हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद आप सभी को पता चल गया होगा कि एक आईपीएस ऑफिसर बनने के लिए क्या करना पड़ता है|

दोस्तों अगर आपको हमारा यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो प्लीज इसे अपने दोस्तों के साथ व्हाट्सएप पर फेसबुक पर जरूर शेयर करें|

क्योंकि हम समझते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद होनी चाहिए और उनको यह पता चलना चाहिए कि एक आईएफएस ऑफिसर बनने की तैयारी कैसे करें धन्यवाद दोस्तों|

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