I Miss You Shayari in Hindi | आई मिस यू शायरी

नमस्कार दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम आपके साथ आई मिस यू शायरी शेयर करने वाले है जिसको आप अपनी गर्लफ्रेंड, बॉयफ्रेंड, हस्बैंड या वाइफ के साथ शेयर कर सकते हो.

इसके अलावा अगर आपको किसी की भी बहुत ज्यादा याद आती है तब उसके साथ भी आप इन शायरी को शेयर करना उनको बहुत अच्छा लगेगा.

I Miss You Shayari in Hindi

आई मिस यू शायरी

i miss you shayari

1
तुम्हें हमने इस कदर चाहा था
हमने तुम्हें ही रब से दुआओं में मांगा था
आज तुम चले गए हमें छोड़ कर
पर हमें तुम्हारी बहुत याद आती है
हां हमने सिर्फ तुमसे मोहब्बत की थी
और तुमसे ही प्यार किया था

2
मैं जान भी दे दूंगा अगर उसके लिए
वह फिर भी यही कहेगी यह कम था मेरे लिए
मैंने सब कुछ तो किया था उसके लिए
फिर भी वह छोड़ कर चली गई मुझे आज
मैं अकेला हूं उसके लिए

3
उसके जाने के बाद ही मैंने किसी और से मोहब्बत नहीं की
मैंने किसी और से दिल नहीं लगाया
मैंने हमेशा प्यार किया था उसे और उसे ही अपना माना
मैंने उसके सिवा किसी और से फिर थोड़ी मोहब्बत नहीं जताया

4
यह मोहब्बत आशिकी मेरे समझ में नहीं आती है
जिससे करता हूं मोहब्बत वही मुझे रुलाती है
उसकी याद तो बहुत आती है मुझे
मगर फिर मैं सो जाता हूं
और वह ख्वाबों में चली आती है

5
हसीन जिंदगी का नजारा बन जाएंगे
हम आपके लिए एक सितारा बन जाएंगे
हमने आपसे की है मोहब्बत आप से ही करेंगे
हम आपके लिए खुदा का दिया हुआ तोहफा बन जाएंगे

6
उसकी याद मुझे इस कदर सताती है
मुझे हंसते हुए भी वो रुलाती है
जब भी मैं सोचता हूं उसके बारे में
मेरी आंखें फिर से भर जाती है
मैं रोता रहता हु पर वो नहीं आती है

7
आज ही मुझे वह दिन याद है
जिस दिन मैं उससे मिला था
मुझे वह बात याद है मैंने उससे की थी
मोहब्बत अब भी उससे ही करता हूं मैं
मुझे उसके साथ हर मुलाकात याद है

8
उसकी आशिकी में ही मैंने जीना सीखा है
उसके साथ ही मैंने रहना सीखा है
मैंने उससे ही किया मोहब्बत
मैंने उसको लिए सब कुछ करना सीखा है।।

9
आज ही में से बस से ही प्यार करता हूं
आज भी सिर्फ उससे मोहब्बत करता हूं
वह मुझे छोड़ कर चली गई तो क्या होगा
मैं आज भी उससे उतनी ही मोहब्बत करता हूं

10
याद तो मुझे उसकी बहुत आती है
वह मुझसे कभी भुलाई नहीं जाती है
फिर भी मैं उससे बात करने की कोशिश नहीं करता
क्योंकि वह कभी भी मेरे पास लौट कर नहीं आती है

11
उससे मिलने का दिन आज भी याद है
मैं उससे मोहब्बत करता था
वह दिन आज भी याद है मुझे
मैं उसे ही चाहता था हमेशा
और उसकी चाहत को आज भी याद है मुझे

12
मैं सिर्फ से मोहब्बत करता रहूंगा
मैं सिर्फ उसे अपनी जान मानता रहूंगा
मैंने उसे ही माना है अपना सब कुछ
मैं उसे अपना मानता रहूंगा

13
उसके बिना में एक पल भी रह नहीं सकता
उसके बिना में एक पल भी जी नहीं सकता
नहीं हो सकी है वो मेरी अगर
मैं उसके सिवा किसी और को अपना बना नहीं सकता

14
उसे बिछड़ने वाला दिन आज भी याद है मुझे
उसके साथ रहने वाला दिन आज भी याद है मुझे
वह तो चली गई थी मुझे छोड़कर मगर
उसकी यादें दिल में आज भी याद है मुझे

15
एक बार उसने मुझे समझ लिया होता तो
फिर यह दूर जाने की नौबत नहीं आती
मोहब्बत में इस तरह हमारी कोई शिकायत नहीं आती

16
उसकी मोहब्बत ने मुझे कुछ इस तरह अपनाया है
उसकी मोहब्बत ने मुझे कुछ इस तरह बनाया है
मैंने उसी की है मोहब्बत और वह मेरी जान लगती है
मैंने उसे ही अपना सब कुछ दिया है

17
मेरी मोहब्बत को मैंने कभी जाने नहीं दिया
मेरी मोहब्बत हो गई मैंने कुछ दूर नहीं किया
उसने हमेशा ही चाहा है मुझे
पर मैंने कभी उसे खुद से दूर नहीं किया

18
इश्क मोहब्बत करना आसान नहीं होता है
यह दिल आसानी से किसी के पास नहीं होता है
हमने तो चाहा था तुम्हे दिल से मेरी जां
मोहब्बत करना कोई आसान नहीं होता

19
वह शख्स मुझे इतना रुला जाएगा
मैंने सोचा नहीं था जिससे की थी मोहब्बत वो
मुझे छोड़कर चला जाएगा मैंने सोचा नहीं था
आज मुझे वह दिन याद आता है
मैंने उसके बारे में कभी सोचा नहीं था
कि वो मुझे इस तरह अकेला कर जाएगा मैंने सोचा नहीं था

20
कुछ इस तरह से जिंदगी गुजार देंगे हम
उसके बिना भी किसी और की जिंदगी संवार देंगे हम
मगर उसकी याद हमसे भुलाई नहीं जाएगी
वह कभी भी हमारे दिल से निकल नहीं पाएगी

21
उस मोहब्बत निभाई है मैंने और उससे ही निभाता रहूंगा
मैं उसके अलावा कभी किसी और को चाहा नहीं सकता
मैं उससे करता हूं मोहब्बत उससे ही करता रहूंगा

22
उसकी याद में दिल से कभी जाएगी
और वो वह वापस मेरे पास कभी आएगी
मैं उसे भूल जाना ही जरूरी समझता हूं
मैं वरना फिर यह जिंदगी मुझसे बिताई नही जाएगी

23
जिंदगी ने तो मुझे हमेशा ही रुलाया है
जिंदगी ने तो मुझे हमेशा ही दर्द दिया है
वह भी चली गई मुझे छोड़कर
जिसके लिए मैंने सब कुछ किया है

24
मैंने जिंदगी से कभी कुछ नहीं सीखा है
मैंने जिंदगी से कभी कुछ मांगा नहीं था
मुझे वह मिला मुझे मैंने सोचा नहीं था
वह अक्सर मुझे रुलाएगा मैंने कभी चाहा नहीं था

25
अगर मोहब्बत में इतना दर्द मिलता है
तो मुझे सिर्फ मोहब्बत करने की सलाह नहीं दूंगा
मैं कभी तुम्हे किसी की आदत बनने को नही कहूंगा
बहुत तकलीफ देती है यादें मुझे
मैं किसी को मोहब्बत करने की सलाह नही दूंगा।।

26
आपने थोड़ा सा भी मोहब्बत अगर दर्द सहा होता
अपने लिए थोड़ा सा भी हमें समझा होता
आज नोबत नहीं आती हमें छोड़कर जाने की
अगर आपने हमसे थोड़ा सा भी इश्क किया

27
उसे मेरे से कभी इश्क था ही नहीं
उसे तो मेरे से मोहब्बत थी नहीं
मैं ही था जो उस पर मरता रहता था
उसे मुझसे कोई मोहब्बत थी नहीं

28
उसे ही हमने अपना दिल दिया था
उसे ही मुझे अपनी जान माना था
पर उसने मुझे एक बार भी मुड़ कर नहीं देखा
उसने मुझे कभी भी मोहब्बत में सीने से लगा कर नहीं देखा

29
मैंने उसे रोकने की बहुत कोशिश की पर वो रुका नहीं
मैंने उसे बहुत मनाने की कोशिश की पर वह माना नहीं
शायद मेरी तकदीर में ही था उससे बिछड़ कर रोना
इसीलिए वह मेरे पास कभी फिर वापस आया नहीं

30
मैंने उसे अपनी दिल अपनी जान अपना सब कुछ माना था
मैंने एक ही इंसान को अपना भगवान माना था
मैंने मोहब्बत की थी उससे कुछ इस तरह
जैसे मैंने कोई उसे अपना पिछले जन्म का साथी ही माना था

31
उस से मोहब्बत हो गई थी मुझे बेपनाह
उसकी आदत हो गई थी मुझे बेपनाह
शायद उसने इसी बात का फायदा उठाया है
वह छोड़ कर चली गई मुझे उसने मुझे बहुत रुलाया है

32
उससे चाहत उससे मोहब्बत आज भी रहेगी मुझे
उसके अलावा कभी किसी और से दिल्लगी नही रहेगी मुझे
मैं आज भी उसे चाहता हूं उसे चाहता रहूंगा
उसके अलावा किसी और से कभी शिकायत नहीं रहेगी मुझे

33
मैं उसके जाने का कभी दुख नहीं मनाया करता हूं
मैं तो सिर्फ उससे मोहब्बत प्यार करता हूं
उसे अगर छोड़ दिया मुझे तो क्या हुआ
मैं अपनी जिंदगी में खुश रहा करता हूं

34
मुझे उसकी बहुत याद आती है
पर मैंने कभी उसे मैसेज नहीं किया
क्योंकि मैं अपनी सेल्फ रेस्पेक्ट खो को नहीं सकता
बहुत सुन लिया मैने प्यार मैं सब कुछ
मैं अपने आपको और प्यार मे गिरा नहीं सकता।।

35
उसने मुझसे थोड़ी सी मोहब्बत की होती
तो शायद आज ही नोबत नहीं आती
पर उसने तो किसी और से भी दिल लगाया था
वह मुझे छोड़ कर चली गई आज उसकी याद आती है मुझे उसने तो किसी और को ही अपना बनाया था

36
मैंने जब भी रातों में उसे देखा है
मैंने हमेशा उसे अपने पास नहीं देखा
मैंने उसी की है मोहब्बत
मैंने उसे ही अपनी जिंदगी में अपना हमसफ़र नही देखा

37
मैं तो उसे हमसफर बनाना चाहता था
मैं तो उससे मोहब्बत करना चाहता था
मैं रहना चाहता था हमेशा उसके साथ
में तो उसे अपने सीने से लगा कर रखना चाहता था

38
आज मुझे फिर उसकी याद आ रही है
यह दिल फिर उससे मोहब्बत करना चाहता है
पर वह तो मुझे छोड़ कर चला गया
और यह दिल फिर भी आज उसी का होना चाहता है

39
दिल में तो कभी उसे नामंजूर नहीं किया
तुमने कभी उसे मुझसे खुद से दूर नहीं किया
मैं तो चली गई उसे छोड़कर
पर मैंने कभी उसे अपने आप से दूर नहीं किया

40
मैं तो हमेशा याद करता हूं
मैं तुझसे आज भी मोहब्बत करता हूं
उसने नही माना मुझे अपना तो क्या हुआ
हमें तो आज भी उसे अपना मानता हूं

41
उसकी याद मुझे इतना सताती है
मुझे रातों में भी वो रुलाती है
मैंने उससे की है मोहब्बत
लेकिन वह भी मेरे पास अब नहीं आती है

42
मेरी कोई गलती नहीं थी
उसने मुझे मेरी गलती बताए भी नहीं
वह मुझे छोड़ कर चली गई
उसने मुझे कभी अपनी शक्ल फिर दिखाई भी नहीं

43
सफर जिंदगी का इतना आसान नहीं होता है
हर किसी को मिलना है इतना आसान नहीं होता है
राहे गुजर जाती है ऐसे ही चलते चलते
हर किसी को दिल से अपना मान लेना
इतना आसान नहीं होता है

44
मैंने उसे चाहा है और मैं उसे ही चाहता रहूंगा
मैं उसके अलावा कभी किसी और से मोहब्बत नहीं करूंगा
मैंने तो निभाया अपना वादा
मैं उसे हमेशा अपने दिल में रखूंगा

45
उसकी मोहब्बत ही मेरा सब कुछ है
उसकी मोहब्बत ही मेरा ईमान है
मैंने उसे मना है दिल से अपना
वही मेरे लिए अब सब कुछ है
याद आती है मुझे उसकी मगर
वो अब मेरे लिए कुछ नही है

46
इतनी मोहब्बत शायद मैंने उसे ना की होती
तो आज ही नौबत नहीं आती
उसको मुझे छोड़कर जाने की जरूरत नहीं आती

47
उससे मोहब्बत थी मुझे
और उससे ही मोहब्बत रहेगी
उसके अलावा मुझे तो किसी और से मोहब्बत नहीं होगी
क्योंकि मैंने उसे ही माना है दिलों जान से अपना
उसके अलावा मुझे अब किसी और से चाहत नहीं होगी

48
मैं उससे मोहब्बत इसी तरह करता रहूंगा
मैं उसका इंतजार भी इसी तरह करता रहूंगा
मैं उसे मानता हूं अपना मैं उससे मोहब्बत निभाता रहूंगा

49
उसकी मोहब्बत ही मेरे लिए सब कुछ है
उसकी मोहब्बत ही मेरे लिए अपनी जान है
मैं उसे ही मानता हूं अपना
वो आज भी मेरी मोहब्बत है

50
आज उसकी याद मुझे बहुत ज्यादा आती है
आज उसकी याद मुझे बहुत ज्यादा सताती है
पर वह मेरे पास लोट कर पर फिर कभी नहीं आती है

51
मैं बहस नहीं करता किसी से
मैं डरता नहीं हूं किसी से
हर किसी ने छोड़ा है मुझे
मैं अब मोहब्बत नही करता ही किसी से

52
अब में कभी भी उसका नाम नहीं लूंगा
आज से वह मुझे कभी याद नहीं आएगा
क्योंकि वह जब जा चुका है मुझे छोड़ कर
तो मैं अब फिर उसके पास नहीं जाऊंगा

53
मैं तो हमेशा उसे याद करता हूं
मैं तो हमेशा उससे मोहब्बत करता हूं
पर उसे ही याद नही आती मेरी
मैं तो आज भी उससे बहुत प्यार करता हूं

54
उसने तो मुझे कभी समझा ही नहीं है
मुझसे तो मुझे कभी अपना माना ही नहीं है
मैं ही करता रहा हूं उससे हमेशा मोहब्बत
उसने तो था कि मुझे अपने दिल से लगाया ही नहीं है

55
आज ही मुझे उसकी याद आती है तो मैं रो पड़ता हूं
ख्वाबों में उसका नाम लेता हूं
मैं उसको बहुत याद करता हूं
मैं उससे आज ही बहुत प्यार करता हूं

56
उसकी मोहब्बत को ही मैंने अपना सब कुछ माना था
मैंने उसे ही दिल से अपना माना था
वह आज मुझे कुछ ऐसे शब्द कह रहा कि
मेरे दिल को लग गए मैंने जिसे अपना सब कुछ माना

57
मैं आपसे उससे कभी मिला नहीं किया करूंगा
मैं आपसे कभी मोहब्बत नहीं करूंगा
मैंने किसे माना था ना
मैं अब कभी उससे बात नहीं करूंगा

58
मुझे यह मोहब्बत करके मिला क्या है
दर्द के सिवा मुझे मिला क्या है
आज भी मुझे याद आती है उसकी
पर मुझे उसे याद करके भी मिला क्या है

59
मुझे अब किसी से कोई शिकायत नहीं है
क्योंकि अब मुझे किसी से कोई मोहब्बत नहीं है
मैं नहीं चाहता आप किसी के साथ रहना
क्योंकि मुझे अब किसी से चाहत नहीं है

60
मुझे मोहब्बत रास नहीं आती
मुझे मोहब्बत अब समझ नहीं आती
मैं नहीं करता किसी से प्यार
क्योंकि अब यह जिंदगी मेरे पास नहीं आती

61
मुझे अब किसी से मिलना नहीं है
मुझे अब किसी से मोहब्बत करना नहीं है
कोई कहीं भी रहे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता
मुझे अब किसी को याद करना नहीं है

62
किसी को याद करने से भी मुझे क्या मिल जाएगा
कौन है जो मुझसे मोहब्बत निभाएगा
मैं करता रहता हूं उसे हमेशा याद
वह तो मुझे एक दिन भूल ही जाएगा

63
मैंने हमेशा उसे अपना माना था
मैंने हमेशा उसे चाहा था
उसने तो कभी नहीं कहा मुझे अपना
जबकि मैंने उसे अपना बनाया था

64
मैं हमेशा उसे याद करता हूं
आज भी शाम को खड़ा होकर मैं सोचता हूं
बहुत बुरा समझता है वो मुझ
जिस दिन वह मुझे छोड़ कर रहा था
मैं आज भी उससे बहुत मोहब्बत करता हूं

65
मैंने नहीं सोचा था कि दिन ऐसा भी आएगा
वह मुझे छोड़ कर इस तरह चला जाएगा
मैं तो उसे मानता था अपनी जान
पर वह तो मुझे अकेला ही कर जाएगा

66
मेरी याद जब भी उसे आती है
वह शायद मुझे बुलाता तो जरूर होगा
वह भी मुझे मेरी तरह याद करता तो जरूर होगा
मैं उसे सताता हूं यादों में
वह भी एक बार मुझे जरूर पढ़ता तो होगा

67
आज भी याद रखना मैं उसे भुला नहीं सकता
मैं उसे अपने दिल से निकाल नहीं सकता है
वही होती है जो मुझे याद रहती है
मैं कभी उससे प्यार करना छोड़ नहीं सकता

68
मैं उसे अपनी जिंदगी में कभी भी मुझसे दूर जाने नहीं दूंगा
मैं उस पर कभी कोई आंच आने नहीं दूंगा
उसकी याद तो आती है मुझे
मगर मैं उसके पास रखी अब वापस नहीं जाऊंगा

69
उसने मेरी जिंदगी को मजाक बना रखा था
उसने तो मुझे हर बार छोड़कर जाने का वादा कर रखा था
मैं उसे मनाता रहता था हर बार
उसने तो मुझे हर बार परेशान करने का मौका दे रखा था

70
मैं भी आपसे मोहब्बत नहीं करता हूं
मैं भी अब उससे प्यार नहीं करता हूं
वह चाहे तो जा सकती है मुझे छोड़कर
मैं भी हम उसका इंतजार नहीं करता हूं

71
याद आती है मुझे उसके बगैर
मैं उसे कभी भूल नहीं पाऊंगा
वह नहीं आएगी कभी मेरे पास
तो मैं भी उसके पास अब कभी नहीं जाऊंगा

72
जिंदगी में मैंने सब कुछ देखा है
जिंदगी में मैंने सब कुछ सहा है
मैंने उसे ही माना था आप ना
मैंने उसके लिए सब कुछ किया है

73
तू मेरी जिंदगी है या मैं सबको बताया करता था
मैं उसे ही अपने दिल से लगाया करता था
आज बहुत याद आती है उसकी
जब मैं उससे पहली बार मिला करता था

74
मुझे आज भी वह दिन याद है
जब मुझसे पहली बार मिला था
मुझे उससे मोहब्बत हुई थी
मैंने उससे इश्क का इजहार किया था
फिर वह मुझे छोड़ कर चली गई एक दिन
और फिर मैं बस हर रोज उसकी याद में मरा था

75
मुझे कुछ नहीं चाहिए वह एक था मेरा
वह भी मुझे छोड़ कर चला गया मुझे
किसी से मोहब्बत नहीं होती
वह मुझसे रिश्ता तोड़ कर चला जा

76
उसकी याद आती है मुझे इस कदर कि मैं रो पड़ता हूं
मैं ख्वाबों में भी हूं मगर जिंदा लाश बनकर घूमता
मैं मजाक हूं अब एक आवारा आशिक बन कर घूमता हूं

77
कुछ तो था उसमें जो मुझे वह
इस कदर अंदर से तोड़ कर चली गई
मेरा दिल छोड़कर किसी और के पास चली गई
मैं आज भी याद करता हूं उसे वह मुझे भुला कर चली गई

78
सोचता हूं क्या मैं भी उसको याद आता हूं ना
क्या वो भी मुझको याद करती होगी
या फिर भूल चुकी है वह मुझको
क्या वो मुझसे अब भी मोहब्बत करती होगी

79
सफर जिंदगी का मिल जाएगा यह तो मैंने सोचा ही नहीं था कोई ऐसे अचानक मुझे छोड़कर चला जाएगा
मैंने सोचा ही नहीं था
मुझे याद आएगी उसकी इतनी और मैं रोक लूंगा
मैंने कभी सोचा नहीं था

80
उसकी जिंदगी को ही मैंने अपना माना था
उसे ही नहीं अपना सब कुछ माना था
वह भी चला गया मुझे छोड़ कर
तो मुझे अब फर्क नहीं पड़ता
मैंने उसे ही दिलो जान से चाहता

81
मैं उसे अपनी जिंदगी में वापस लाना चाहता हूं
मैं उसे वापस मोहब्बत करना चाहता हूं
मुझे बहुत याद आती है उसकी
मैं उसे वापस उसे गले से लगाना चाहता हूं

82
वह तो मेरे पास अब कभी नहीं आएगी
वह मेरे पास अब लोट कर नहीं आएगी
मै करता रहता हूं इंतजार
मैं जानता हूं वह मुझे कभी भी अपना नहीं बनाएगी

83
मुझ से ऐसी कौन सी गलती हो गई
जिस गलती की वह सजा मुझे दे रही है
वह तो नहीं करती थी मुझसे मोहब्बत
पर मुझसे क्यों बदला ले रही है

84
हो शायद मेरा दिल तोड़ने के लिए ही आई थी
वह यह चाहती थी मैं उसे याद करो
और उसकी याद में मर जाऊं
इसीलिए वह मुझे छोड़ कर चली गई
ताकि मैं हर रोज पल-पल मरो आवसे याद करो

85
याद तो आती है मुझे उसकी मगर
में उसे याद करना नहीं चाहता
मैं उसे भूलना चाहता हूं
अपने अब उसके साथ रहना नहीं चाहता

86
जिंदगी इस तरह गुजार देंगे हम
सदियों को एक पल में बाहर लेंगे हम
याद तो करते हैं उनको हम
उनके बिना भी हम जिंदा रह लेंगे हम

87
उसके बिना खुश रह लूंगा मैं
उसके बिना भी सारे दर्द सह लूंगा मैं
अगर वो नहीं आती मेरे पास
तो फिर उसके बिना भी
मैं किसी और से मोहब्बत कर लूंगा

88
मुझे उसकी इतनी याद आएगी एक दिन मैंने सोचा नहीं था
जिसे जान माना था वह चली जाएगी मैंने सोचा नहीं था
जिंदगी इस तरह मुझे धोखा दे जाएगी मैंने सोचा नहीं था

89
मैं तो हमेशा सोचता था
उसके साथ वक्त बिताने को तरसता था
मैं चाहता था वह हमसफ़र बने मेरी जिंदगी भर का
मैं तो उससे इतनी मोहब्बत करता था

90
मेरी मोहब्बत का आखिर क्या सिला मिला है
उसने तो मुझे कब का भूला दिया है
मैं करता हु उससे मोहब्बत
उसने तो मेरा साथ छोड़ दिया है।।

91
उसने मुझे भुला दिया तो मैं भी उसे याद नहीं करता
मैं भी उसकी बात नहीं करता
अगर उसे नहीं है मुझसे मोहब्बत
मैं भी अब उससे मोहब्बत करने की जरूरत नहीं करता

92
मुझसे मोहब्बत कब हो गई थी मुझे पता ही नहीं चला
मुझे उस रब चाहत हो गई थी पता ही नहीं चला
मैंने तुमसे ही माना था अपना
वो मुझे तुम छोड़कर चला गया मुझे पता ही नहीं चला

93
जिंदगी तो मेरी मुझसे खफा होती है
जिंदगी या मुझसे ही मेरी नाराज होती है
मैंने जिसे भी माना कि आप हो मुझे छोड़कर चला गया
जिंदगी तो मुझसे ही परेशान होती है

94
मैं तो अब खुद से भी परेशान रहा करता हूं
मैं अब किसी से मोहब्बत नही किया करता हूं
हर किसी ने मुझे छोड़कर जाना चाहा है
मैं कहां किसी से मिला करता हूं

95
मेरी चाहत का अंदाजा तुम लगा नहीं सकते
तुम मुझको इस तरह से भुला नहीं सकते
मैंने तो चाहा है तुम्हें दिलो जान से
तुम जरूरी आ जाओगी एक दिन
तुम मुझे इस तरह दिल से निकाल नहीं सकते

96
अगर वह मुझे दिल से निकाल देगी
तो फिर क्या हो जाएगा
वह मुझे मार भी देगी तो भी क्या हो जाएगा
मैंने मोहब्बत की थी उससे
अगर वह मुझे याद भी नहीं करेगी तो क्या हो जाएगा

97
मैं उससे दूर होना चाहता हूं
क्योंकि मैं उसे याद आना चाहता हूं
वह भी तड़पे मेरी तरह ही
इसीलिए मैं उसे सताना चाहता हूं

98
जो जैसा करता है उसको वैसा तो मिलेगा ही सही
जिसने कि हम मोहब्बत उसके साथ ऐसा होगा तो सही
हमने तो आपको चाहा है हमेशा
आपकी चाहत को अपना बना कर रखेंगे ही सही
हम आपसे मोहब्बत तो होगी ही सही

99
जिंदगी कुछ इस तरह से चली जाएगी हमने सोचा नहीं था
कोई हमको इस तरह से मिल जाएगा हमने सोचा नहीं था
हमने चाहा था किसी को अपना बनाना
पर वो हमसे दूर चला जाएगा हमने सोचा नहीं था

100
वह चाहे तो कुछ भी कर सकती है
वह चाहे तो मेरे पास वापस आ सकती है
पर शायद वह मेरे पास वापस आना नहीं चाहती
वह मुझे भूलना चाहती है
वह मुझसे दिल लगाना नहीं चाहती

101
मैं उस से दिल लगाना चाहता हूं
मैं मोहब्बत करना चाहता हूं
वह मुझे याद करे या ना करें
मैं उसे सिर्फ और सिर्फ उसे अपना बनाना चाहता हूं

102
वो आज खुश होगी जहां भी होगी
पर वो मुझे बहुत याद आती है
मैं रो पड़ता हु आज भी
जब कभी वो मुझे ख्वाबों मैं दिखाई दे जाती है।।

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