कलेक्टर कैसे बने | कलेक्टर बनने के लिए क्या करे

कलेक्टर कैसे बने: हम कई बार अपने इलाके के लोगों के मुंह से सुनते हैं, कि अरे हमारे यहां के कलेक्टर साहब से मिलो, आपका सारा काम हो जाएगा, तो ऐसे में हम यह सोचते हैं कि आखिर कलेक्टर कौन होते हैं तथा कलेक्टर क्या काम करते हैं तथा कलेक्टर बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है।

क्योंकि जब हम किसी व्यक्ति को किसी पद के बारे में चर्चा करते हुए सुनते हैं, तो हम भी सोचते हैं कि काश हम भी ऐसा कोई पद पा जाएं, जिसमें हमें अच्छा मान सम्मान मिले तथा मान सम्मान के साथ हमारे हाथ में विभिन्न प्रकार की पावर हो, इसके अलावा हमें एक अच्छी सैलरी भी प्राप्त हो।

दोस्तों बड़ा आदमी बनना कोई मुश्किल काम नहीं है, परंतु बड़ा आदमी बनने के लिए आपके अंदर जुनून, हौसला और कुछ कर गुजरने की हिम्मत होनी चाहिए, क्योंकि जब आपके पास यह तीनों चीजें होंगी, तब आप मुश्किल से मुश्किल काम को भी आसान कर देंगे।

दोस्तों आपने अपने बड़े बुजुर्गों से यह बात तो सुनी ही होगी कि, इस दुनिया में ऐसा कोई भी काम नहीं है, जिसे मानव ना कर सके क्योंकि मन के जीते जीत है और मन के हारे हार है। अगर आपने अपने मन में यह ठान लिया कि मुझे अपने लक्ष्य को प्राप्त करना है तो आप एक ना एक दिन अपने लक्ष्य को अवश्य प्राप्त करेंगे।

खैर अगर आप इंटरनेट पर इस बारे में जानकारी ढूंढ रहे हैं कि कलेक्टर कैसे बना जाता है तथा कलेक्टर बनने के लिए क्या करना पड़ता है, तो आज आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं, क्योंकि आज हम आपको कलेक्टर कैसे बना जाता है, इसके बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं।

आज के इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि कलेक्टर क्या होता है, कलेक्टर बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है, कलेक्टर बनने के लिए कितनी उम्र होनी चाहिए, कलेक्टर को कितनी तनख्वाह मिलती है, कलेक्टर कौन कौन से काम करता है, तो चलिए चलते हैं मुख्यमंत्री मुद्दे पर और जानते हैं कि कलेक्टर बनने की क्या प्रक्रिया है।

कलेक्टर कैसे बने

कलेक्टर बनने के लिए क्या करे

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1. कलेक्टर क्या है

कलेक्टर हमारे भारत देश की बड़ी सरकारी नौकरियों में से एक नौकरी है।जैसा कि आप जानते हैं कि आज के समय में छोटी से छोटी सरकारी नौकरी पाने के लिए भी हमें काफी मेहनत करनी पड़ती है और कलेक्टर तो फिर भी एक बड़ी नौकरी है, तो आप सोच सकते हैं कि, आपको इस नौकरी को प्राप्त करने के लिए कितनी पढ़ाई करनी पड़ेगी।

कलेक्टर को सामान्य तौर पर ग्रामीण भाषा में जिला अधिकारी कहा जाता है और यह हमारे देश के सबसे प्रतिष्ठित पदों में से एक पद होता है, हालांकि इस पद को प्राप्त करने के लिए आपको कठिन परीक्षा को पास करना जरूरी होता है।

अगर हम कलेक्टर के काम के बारे में बात करें तो कलेक्टर यानी कि जिलाधिकारी अपने जिले में सरकारी योजनाओं को लागू करवाने का काम करवाता है।

इसके अलावा वह आम जनता की समस्याओं को हल करने का प्रयास भी करता है, साथ ही टैक्स वसूली तथा कानून व्यवस्था बनाए रखने और अपने जिले के विकास कार्यों के बारे में सरकार को जानकारी प्रदान करता है।

सामान्य तौर पर जिला अधिकारी का काम वह जिस जिले में तैनात है, उस जिले में सभी सरकारी नीतियों को और योजनाओं को सही ढंग से लागू करवाना होता है तथा अगर किसी व्यक्ति को कोई समस्या है|

और उसकी समस्या का समाधान उसके थाने से भी नहीं हो रहा है, तो वह कलेक्टर के पास जाकर अपनी समस्या बता सकता है और अगर कलेक्टर को लगता है कि, व्यक्ति की फरियाद सही है, तो वह उस व्यक्ति की समस्या का समाधान करते हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हमारे भारत देश के किसी भी जिले के कलेक्टर के पद की नियुक्ति हमारे भारत देश के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है तथा हमारी भारतीय सरकार इसे भारतीय गजट में भी शामिल करती है। इसीलिए कलेक्टर अधिकारी राजपत्रित अधिकारी भी कहे जाते हैं।

बहुत से लोग यह सोचते हैं कि जब कलेक्टर इतना बड़ा पद है तो, अगर कभी कोई कलेक्टर गलती अथवा घोटाला करता है और उसके ऊपर आरोप सिद्ध हो जाते हैं तो उसे उसके पद से कोई हटा पाएगा या नहीं,

तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कलेक्टर को उसके पद से हटाने का अधिकार हमारे भारत देश के राष्ट्रपति को ही है। इसके अलावा राज्य सरकार कलेक्टर को सिर्फ सस्पेंड कर सकती है परंतु उन्हें उसके पद से हटा नहीं सकती।

हालांकि राज्य सरकार कलेक्टर पर घोटाले या अन्य किसी प्रकार का आरोप साबित होने पर भारत के राष्ट्रपति से कलेक्टर को उसके पद से हटाने की सिफारिश कर सकती है।इसीलिए आप यह जान सकते हैं कि कलेक्टर का पद अपने आप में कितना बड़ा पद होता है।

2. कलेक्टर बनने के लिए योग्यता क्या है

जैसा कि आप जानते हैं कि, कलेक्टर एक बहुत बड़ा पद होता है, इसीलिए इस पद को पाने के लिए आपके अंदर कुछ शैक्षिक योग्यताएं भी होनी चाहिए,आइए जानते हैं कि आपको कलेक्टर बनने के लिए अपने अंदर कौन सी योग्यताएं लानी पड़ेगी।

अगर आप कलेक्टर बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको भारत देश का नागरिक होना जरूरी है और इसके अलावा आपके पास भारत का नागरिक होने का वैलिड आईडी प्रूफ होना चाहिए।

इसके अलावा आपके पास साइंस, आर्ट, कॉमर्स या किसी भी विषय से ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।इसके अलावा जो अभ्यर्थी कलेक्टर बनना चाहता है, उसे किसी भी प्रकार की शारीरिक बीमारी नहीं होनी चाहिए, साथ ही उसे अपनी आंखों से सभी दृश्य बिल्कुल साफ साफ दिखना चाहिए।

3. कलेक्टर बनने के लिए आयु सीमा क्या है?

जैसा की आप सभी यह बात अच्छे से जानते हैं कि, किसी भी नौकरी को एक निश्चित उम्र तक ही प्राप्त कर सकते हैं। ऐसा नहीं है कि आप की उम्र कितनी भी हो और आप किसी भी नौकरी के लिए आवेदन कर दें और खास तौर पर सरकारी नौकरी को प्राप्त करने के लिए आपकी उम्र बहुत मायने रखती है।

क्योंकि हर सरकारी नौकरी में पढ़ाई के साथ-साथ यह भी बताया जाता है कि आप इस पद के लिए आवेदन कितनी उम्र तक कर सकते हैं।अगर हम कलेक्टर के पद के लिए उम्र की बात करें,तो इसमें उम्र भारतीय संविधान में दिए गए आरक्षण के तहत निर्धारित की गई है। आइए जानते हैं कि कलेक्टर बनने के लिए विभिन्न वर्गों की उम्र कितनी होनी चाहिए।

जो लोग सामान्य वर्ग से संबंध रखते हैं, वह लोग 21 साल से लेकर 32 साल की उम्र तक कलेक्टर के पद के लिए आवेदन दे सकते हैं। इसके अलावा जो लोग ओबीसी समुदाय यानी कि अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंध रखते हैं, वह लोग 21 साल से लेकर 35 साल की उम्र तक कलेक्टर के पद के लिए आवेदन दे सकते हैं।

साथ ही जो लोग sc-st अर्थात अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति से संबंध रखते हैं, वह लोग 21 साल से लेकर 37 साल की उम्र तक कलेक्टर के पद के लिए आवेदन दे सकते हैं।

4. कितनी बार दे सकते हैं कलेक्टर की परीक्षा।

जो लोग सामान्य वर्ग से संबंध रखते हैं, वह लोग अधिकतम 6 बार कलेक्टर के पद के लिए आवेदन दे सकते हैं।इसके अलावा जो लोग ओबीसी समुदाय से संबंध रखते हैं,वह लोग अधिकतम 9 बार कलेक्टर के पद के लिए परीक्षा दे सकते हैं, साथ ही जो लोग अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति यानी कि sc-st समुदाय से संबंध रखते हैं, वह लोग जितनी चाहे उतनी बार कलेक्टर के पद के लिए आवेदन दे सकते हैं।

5. डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर बनने के लिए क्या करें?

सबसे पहले तो हम आपको यह बता दें कि, कलेक्टर बनने के लिए जो परीक्षा का आयोजन होता है, उस परीक्षा को भारत की यूपीएससी संस्था अर्थात यूनियन पब्लिक संस्था करवाती है और कलेक्टर बनने के लिए जो परीक्षा होती है, उसे ऑल इंडिया सिविल सर्विस एग्जाम कहा जाता है।

यह परीक्षा हर साल में एक बार करवाई जाती है और जो अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल होकर इस परीक्षा को सफलतापूर्वक पास कर लेता है, उसे फिर साक्षात्कार यानी कि इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है और मुख्य एग्जाम तथा इंटरव्यू में प्राप्त अंकों के आधार पर यूपीएससी की तरफ से रैंक दिए जाते हैं और जिसका रैंक सबसे ज्यादा होता है उन्हें उन रैंको के हिसाब से पद दिए जाते हैं।

अगर आप यह सोच रहे हैं कि 12वीं कक्षा को पास करने के बाद कलेक्टर बनने के लिए कॉलेज में कौन से विषय का चुनाव करें, तो हम आपको यही सलाह देंगे कि आप अपनी ग्रेजुएशन आर्ट विषय से करें।

6. कलेक्टर बनने के लिए क्या करना होता है?

कलेक्टर बनने के लिए आपको यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन के द्वारा कराई जाने वाली सिविल सर्विस परीक्षा में शामिल होना पड़ता है और इस परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करना होता है।

जब आप इस परीक्षा को पास कर लेते हैं, तो उसके बाद आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है और अगर आप इंटरव्यू को भी पास कर लेते हैं, तो फिर आपको ट्रेनिंग दी जाती है और ट्रेनिंग के बाद आपको भारत के किसी भी राज्य में किसी भी जिले में कलेक्टर का पद प्रदान किया जाता है। सामान्य तौर पर कलेक्टर बनने के लिए आपको तीन चरणों से गुजरना होता है। इसकी जानकारी हम आपको नीचे दे रहे हैं।

#1 प्रारंभिक परीक्षा

कलेक्टर बनने के लिए, जो प्रारंभिक परीक्षा होती है, उसमें टोटल 2 क्वेश्चन पेपर होते हैं और यह दोनों क्वेश्चन पेपर 200-200 अंकों के होते हैं तथा इस क्वेश्चन पेपर में अभ्यर्थी से जनरल स्टडी और एप्टिट्यूड से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह क्वेश्चन पेपर विकल्पों वाला होता है, यानी कि यह क्वेश्चन पेपर एमसीक्यू पर आधारित होता है। इसमें आपको किसी सवाल का जवाब देने के लिए चार विकल्प दिए जाते हैं और आपको जो भी जवाब सही रहता है, उसे जवाब पर बॉल पेन से गोल गोल निशान बनाना होता है।

इस परीक्षा को देने के लिए आपको यूपीएससी की तरफ से 2 घंटे का समय दिया जाता है। यह परीक्षा सामान्य तौर पर हर साल जुलाई और अगस्त के महीने में यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन के द्वारा आयोजित करवाई जाती है और इस परीक्षा का नोटिफिकेशन अप्रैल या मई के महीने में निकलता है।

#2 मुख्य परीक्षा

जब आप कलेक्टर बनने के लिए आयोजित होने वाली प्रारंभिक परीक्षा को सफलतापूर्वक पास कर लेते हैं, तो उसके बाद आपको कलेक्टर बनने के लिए मुख्य परीक्षा में शामिल होना पड़ता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस परीक्षा में टोटल 9 क्वेश्चन पेपर होते हैं और यह परीक्षा थोड़ी कठिन होती है।

यह परीक्षा हर साल दिसंबर और जनवरी के महीने में यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन के द्वारा आयोजित करवाई जाती है। इस परीक्षा में विभिन्न विषयों से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं, जैसे करंट अफेयर,मेंटल एबिलिटी, संभावना, गणित, अंकगणित, जनरल स्टडी, सामान्य जानकारी, बेसिक इंग्लिश इत्यादि।

अगर आप इस परीक्षा को अच्छे अंको से पास कर लेते हैं, तो फिर आपको साक्षात्कार यानी कि इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इंटरव्यू का बुलावा आपको ईमेल,फोन कॉल या फिर डाक पत्र के द्वारा भेजा जाता है।

#3 साक्षात्कार या इंटरव्यू

जब आप प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा को सफलतापूर्वक पास कर लेते हैं, तो फिर सबसे आखिरी चरण में आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इस इंटरव्यू में इंटरव्यू पैनल के द्वारा आपसे कुछ सवाल पूछे जाते हैं और अगर आप इस इंटरव्यू को सफलतापूर्वक पास कर लेते हैं।

तो फिर आपको ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है और सफलतापूर्वक ट्रेनिंग पूरी होने के बाद आपको भारत के किसी भी जिले में कलेक्टर का पद प्रदान किया जाता है और इस तरह से आप कलेक्टर का पद प्राप्त करने में सफलता प्राप्त करते हैं।

7. कलेक्टर की सैलरी?

अगर हम कलेक्टर की सैलरी के बारे में बात करें तो, यह विभिन्न वस्तुओं पर आधारित होती है।जैसे कि जूनियर स्केल, सीनियर स्केल, सुपर टाइम स्केल। कलेक्टर को सैलरी के अलावा डीए और टीए भी मिलता है।

अगर हम आसान भाषा में कहें तो आप कलेक्टर का पद प्राप्त करने के लिए जितने पैसे खर्च करते हैं, उतने पैसे आपके 1 साल में ही कलेक्टर बनने के बाद वसूल हो जाते हैं। सामान्य तौर पर जिन अभ्यर्थियों का चयन कलेक्टर के पद पर होता है,उन्हें शुरुआत में महीने की सैलरी के तौर पर ₹80000 से लेकर ₹250000 तक मिलते हैं।

इसके अलावा कलेक्टर को अन्य सरकारी भत्ते भी प्राप्त होते हैं। जिलाधिकारी को सरकार के द्वारा आवागमन के लिए मुफ्त गाड़ी दी जाती है। इसके अलावा कलेक्टर का बिजली बिल और टेलीफोन बिल फ्री होता है।

इसके अलावा इन्हें घर का काम करने के लिए सरकार द्वारा फ्री में नौकर दिया जाता है और इनकी सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा सुरक्षा गार्ड भी दिए जाते हैं। इसके अलावा भी इन्हें कई अन्य खर्चे सरकार के द्वारा प्राप्त होते हैं।

8. कलेक्टर भर्ती परीक्षा की तैयारी कैसे करें

कलेक्टर का पद प्राप्त करने के लिए सबसे पहले तो आपको इसके लिए आयोजित होने वाली परीक्षा के सिलेबस के बारे में जानकारी होना अति आवश्यक है, कयोंकि जब आपको किसी भी परीक्षा के सिलेबस के बारे में जानकारी होती है, तब आप अच्छे तरीके से अपनी तैयारी कर पाते हैं

कयोंकि आपको यह पता रहता है कि परीक्षा में किस विषय से संबंधित कितने सवाल पूछे जाते हैं। वह सवाल किस तरह के होते हैं। कलेक्टर परीक्षा सिलेबस के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए आप इंटरनेट का सहारा ले सकते हैं।

इसके अलावा आप तैयारी करने के लिए एक टाइम टेबल का निर्माण अवश्य करें, क्योंकि टाइम टेबल बनाने से आपको यह फायदा होता है कि आपको इस बात की जानकारी रहती है, कि आपको कौन से दिन किस विषय का अध्ययन करना है।

इसके अलावा आप इस बात का भी ध्यान रखें कि, आप जिस भी विषय में कमजोर है उस विषय पर आपको अधिक ध्यान देना है।

सप्ताह में एक बार आपने जो भी पढा है, उसका रिवीजन अवश्य करें, वरना हो सकता है कि आप परीक्षा आते-आते आपने जो भी पढ़ा है, वह भूल जाएं।

इस परीक्षा में जनरल नॉलेज और करंट अफेयर से जुड़े सवाल अधिक आते हैं, इसीलिए आपको इन विषय के बारे में जानकारी होनी चाहिए।आप सामान्य ज्ञान के लिए बाजार में मिलने वाले किताबों का इस्तेमाल कर सकते हैं और करंट अफेयर के लिए आप रोजाना अखबारों तथा टीवी चैनलों को देख सकते हैं।

इस परीक्षा को पास करने के लिए आपसे भारतीय संस्कृति, भूगोल, भारतीय इतिहास, भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन, भारतीय राजनीति और संविधान, भारतीय अर्थव्यवस्था, पर्यावरण से जुड़े मुद्दे, विश्व से जुड़े मसले, खेल, सामान्य विज्ञान एवं तकनीकी विकास से जुड़े सवाल पूछे जा सकते हैं। इन पर खास तौर पर ध्यान दें।

अगर आपको लगता है कि आप बिना किसी कोचिंग के इस परीक्षा को पास नहीं कर पाएंगे, तो आप अपने घर के आस-पास स्थित किसी अच्छे कोचिंग इंस्टिट्यूट को ज्वाइन कर सकते हैं और कोचिंग में सिखाई जाने वाली बातों को अच्छे से आत्मसात कर सकते हैं।

इसके अलावा आप चाहे तो ऑनलाइन वीडियो प्लेटफॉर्म यूट्यूब का सहारा भी इस परीक्षा की तैयारी करने के लिए कर सकते हैं। कयोंकि आज यूट्यूब पर एजुकेशन से संबंधित ऐसे कई चैनल है, जो ना सिर्फ कलेक्टर के पदों के लिए बल्कि अन्य पदों के लिए भी तैयारियां करवाते हैं।

आपकी और दोस्तों

तो दोस्तों यह था कलेक्टर कैसे बने, हम दिल से उम्मीद करते हैं कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप सभी को पता चल गया होगा कि एक कलेक्टर बनने के लिए क्या करना पड़ता है|

यदि आपको हमारी इस पोस्ट से हेल्पफुल जानकारी मिली हो तो प्लीज इसे अपने दोस्तों के साथ व्हाट्सएप और फेसबुक पर अवश्य शेयर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को यह पता चल पाए की कलेक्टर बनने की तैयारी कैसे करते हैं धन्यवाद दोस्तों|

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