एग्रीकल्चर साइंटिस्ट कैसे बने | कृषि वैज्ञानिक बनने के लिए क्या करे

एग्रीकल्चर साइंटिस्ट कैसे बने: हमारा भारत देश एक कृषि प्रधान देश है क्योंकि हमारे देश में बड़े पैमाने पर किसानों द्वारा खेती की जाती है।जैसा कि आप जानते हैं कि हमारे भारत देश की जनसंख्या 130 करोड़ है और इतनी बड़ी जनसंख्या को भोजन पानी उपलब्ध कराने के लिए हमारे देश के किसान बहुत मेहनत करते हैं।

हमारे किसान हर साल मुख्य तौर पर धान और गेहूं की खेती करते हैं। इसके अलावा भी किसान अन्य कई प्रकार की खेती करते हैं। जैसे दालों की खेती, बाजरे की खेती, सब्जियों की खेती, फलों की खेती इत्यादि।

हमारे देश के बहुत से लोग खेती का काम करके अपना जीवन गुजारते हैं, इसके साथ ही हमारे भारत देश में बेरोजगारी भी एक प्रमुख समस्या है। इसी के कारण आज के समय में हमारे देश के युवा वर्ग का ध्यान खेती की तरफ आकर्षित हुआ है।

इसके अलावा वर्तमान के समय में सरकारें भी खेती को प्रोत्साहन देने के लिए विभिन्न प्रकार की योजना चला रही है।जिसमें हाल ही में लॉन्च हुई किसान सम्मान निधि योजना प्रमुख योजना है।

इसके अंतर्गत किसानों को 1 साल में अलग-अलग हिस्सों में ₹6000 सरकार द्वारा दिए जाते हैं। यह योजना मोदी सरकार ने किसानों को सम्मान देने के लिए लागू की है और अभी तक इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार ने कई करोड़ रुपए भारत के किसानों को बांट दिए हैं।

अगर आप भारत के ग्रामीण जीवन को अच्छे समझते हैं या आप खुद ही गांव में रहते हैं, तो आप एग्रीकल्चर साइंटिस्ट अर्थात कृषि वैज्ञानिक बन कर भारत के किसानों की सहायता कर सकते हैं और इसमें अपना कैरियर बनाकर अच्छे पैसे कमा सकते हैं।

कृषि वैज्ञानिक या एग्रीकल्चर साइंटिस्ट कैसे बने

कृषि वैज्ञानिक बनने के लिए क्या करे

Agronomist with sprouts

आज के इस आर्टिकल में हम आपको कृषि वैज्ञानिक कैसे बने, इसके बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं, तो चलिए जानते हैं कि कृषि वैज्ञानिक या एग्रीकल्चर साइंटिस्ट कैसे बने और इसमें अपना कैरियर कैसे बनाएं।

1. एग्रीकल्चर साइंटिस्ट क्या होता है

एग्रीकल्चर साइंटिस्ट विभिन्न प्रकार की रिसर्च करने के लिए पौधे, जानवरों और मिट्टियों का इस्तेमाल करते हैं और अंत में भोजन, खेती और खेती से जुड़ी हुई सभी चीजों में सुधार करने का प्रयास करते हैं।

2. एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनने के लिए योग्यताएं

अगर आप एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले आपको किसी भी मान्यता प्राप्त विद्यालय से 12वीं की परीक्षा अच्छे अंको से पास करनी होगी।

जब आप 12वीं की परीक्षा अच्छे अंको से पास कर ले, तो उसके बाद आप बीएससी एग्रीकल्चर या फिर बीएससी एग्रीकल्चर होनर के कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।

इन कोर्सो में से आप फॉरेस्ट्री, एग्रीकल्चर, वेटरनरी साइंस, एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग, हॉर्टिकल्चर, होम साइंस और फूड साइंस के विषयों में से किसी एक विषय का चुनाव कर सकते हैं।

कोर्स पसंद करने के बाद आप अच्छे से इसकी पढ़ाई करें और जब आप सफलतापूर्वक कोर्स पूरा कर ले तो, उसके बाद इस कोर्स के पोस्ट ग्रेजुएशन के कोर्स में एडमिशन ले ले और जब आपका पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स कंप्लीट हो जाए तो आप पीएचडी भी कर सकते हैं।

जब आप पीएचडी पूरी कर लेंगे, तो उसके बाद आप एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनने के लिए किसी रिसर्च सेंटर से जुड़ सकते हैं।

3. एग्रीकल्चर साइंटिस्ट का काम

जैसा कि आप जानते हैं, कि मनुष्य को जिंदा रहने के लिए और एनर्जी पाने के लिए खाना, खाना बहुत ही जरूरी होता है और खाने के लिए हमारे पास बहुत से विकल्प मौजूद है।

जो लोग मांसाहारी हैं, वह लोग अंडा, मटन, चिकन और मछली खाकर अपना पेट भर लेते हैं, परंतु जो लोग शाकाहारी है, वह सब्जियां खाकर अपना जीवन गुजारते हैं।

मानव जाति के लिए भोजन के जितने भी सोर्स हैं जैसे की खेती, मछली पालन,दूध,मांस आदि सभी चीजों को एक एग्रीकल्चर साइंटिस्ट और भी आसान तथा बेहतर बनाने के लिए प्रयत्न करता है।

एग्रीकल्चर साइंटिस्ट की मदद से देसी वृक्षों की हाइब्रिड नस्ल भी तैयार की जा रही है, जो देसी वृक्षों की तुलना में बहुत ही कम समय में बड़े हो जाते हैं और फल देने लगते हैं।

एग्रीकल्चर साइंटिस्ट का मुख्य काम होता है कि वह आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके ज्यादा से ज्यादा खाद्य पदार्थ उत्पन्न करें और खेती के लिए नई किस्म की फसल तथा खाद तैयार करने के लिए रिसर्च करें।

4. एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनने की प्रक्रिया

अगर आप पढ़ाई लिखाई करके एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको दसवीं कक्षा से ही तैयारी शुरू कर देनी होगी। दसवीं कक्षा में आपको कृषि विज्ञान विषय लेना होगा।

इसके बाद 12वीं कक्षा में भी आप कृषि विज्ञान विषय ले और 12वीं कक्षा को अच्छे अंको से पास करने का प्रयास करें। जब आप 12वी क्लास अच्छे अंको से पास कर लेंगे, तो उसके बाद आप अपने आसपास स्थित किसी एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले सकते हैं।

किसी भी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए आपको शायद प्रवेश परीक्षा भी देनी पड़ सकती है। इसीलिए प्रवेश परीक्षा के लिए तैयारी जरूर करें।

जब आपका एडमिशन हो जाए तो, उसके बाद आप उन्हीं विषयों का सिलेक्शन करें, जिसमें आपको ज्यादा इंटरेस्ट हो।इसके बाद अपना ग्रेजुएशन पूरा करें।

जब आप अपना ग्रेजुएशन पूरा कर लेंगे, तो उसके बाद आप पोस्ट ग्रेजुएशन में एडमिशन ले।यहां भी आप उसी विषय का सिलेक्शन करें, जिसमें आप को सबसे ज्यादा इंटरेस्ट हो।

इसे पास करने के लिए आपको 2 साल का समय लग जाएगा और इस परीक्षा में आपको टोटल 55% अंक लाना जरूरी है। अगर आपके इससे कम प्रतिशत आते हैं, तो फिर आप आगे की पढ़ाई नहीं कर पाएंगे।

इसके साथ ही आप जिन अलग-अलग यूनिवर्सिटीओं के द्वारा पीएचडी के कोर्स का संचालन किया जाता है, उसमें आवेदन कर सकते हैं।

पीएचडी के कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम में भाग लेना होगा और अगर आप के एंट्रेंस एग्जाम में अच्छे नंबर आते हैं, तो आप पीएचडी के कोर्स में प्रवेश पा लेंगे अन्यथा आप को प्रवेश नहीं दिया जाएगा, क्योंकि पीएचडी के कोर्स में सीटें कम होती है, इसीलिए इसमें अधिक अंक लाने वाले लोगों को ही एडमिशन दिया जाता है।

जब आप पीएचडी के कोर्स में एडमिशन पा लेंगे, तो उसके बाद आपको किसी प्रोफेसर के अंतर्गत कर दिया जाएगा और आपको उसी प्रोफेसर की देखरेख में रिसर्च और खोज करनी होगी।

जब आपकी कोई रिसर्च सफल हो जाएगी, तो उसके बाद आपको एक अनुसंधान लेख प्रकाशित करवाना होगा और आपके लेख की जांच कई पढ़े-लिखे वैज्ञानिकों द्वारा की जाएगी और अगर आप उन वैज्ञानिकों के टेस्ट में सफल होते हैं, तो फिर आपको आपकी संस्था द्वारा पीएचडी की उपाधि और डिग्री प्रदान की जाएगी।

जब आप पीएचडी की डिग्री और उपाधि प्राप्त कर लेंगे, तो उसके बाद भारतीय अनुसंधान केंद्र जिसे अंग्रेजी में इंडियन रिसर्च इंस्टिट्यूट कहां जाता है, के द्वारा निकाली गई जूनियर साइंटिस्ट के पद के लिए एप्लीकेशन दे सकते हैं|

और अगर इसमें आपका सिलेक्शन हो जाता है और आप अच्छा काम करते हैं, तो भारतीय सरकार कुछ सालों के बाद आपका प्रमोशन करके आपको एग्रीकल्चर साइंटिस्ट का पद दे देगी।

5. एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनने के लिए प्रमुख कोर्स

  • B.Sc. एग्रीकल्चर
  • B.Sc. क्रॉप फिजियोलॉजी
  • M.Sc. एग्रीकल्चर
  • M.Sc. (एग्रीकल्चर बॉटनी/बायोलॉजिकल साइंसेज )
  • MBA इन अग्रि-बिज़नेस मैनेजमेंट
  • डिप्लोमा इन फ़ूड प्रोसेसिंग
  • डिप्लोमा कोर्स इन एग्रीकल्चर & अलाइड प्रैक्टिसेज

#1 सर्टिफिकेट कोर्सेज इन एग्रीकल्चर (1 साल )

  • सर्टिफिकेट इन एग्रीकल्चर साइंस
  • सर्टिफिकेट कोर्सेज इन फ़ूड एंड बेवरीज सर्विस
  • सर्टिफिकेट कोर्स इन बायो-फ़र्टिलाइज़र प्रोडक्शन

#2 डिप्लोमा कोर्सेज इन एग्रीकल्चर (2 साल )

  • डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर
  • डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर एंड अलाइड प्रैक्टिसेज
  • डिप्लोमा इन फ़ूड प्रोसेसिंग

#3 बैचलर कोर्सेज इन एग्रीकल्चर (3 साल )

  • बैचलर ऑफ़ साइंस इन एग्रीकल्चर
  • बैचलर ऑफ़ साइंस (Honors) इन एग्रीकल्चर
  • बैचलर ऑफ़ साइंस इन क्रॉप फिजियोलॉजी

#4 मास्टर कोर्सेज इन एग्रीकल्चर (2 साल )

  • मास्टर ऑफ़ साइंस इन एग्रीकल्चर
  • मास्टर ऑफ़ साइंस इन बायोलॉजिकल साइंसेज
  • मास्टर ऑफ़ साइंस इन एग्रीकल्चर बॉटनी

#5 डाक्टरल कोर्सेज इन एग्रीकल्चर (3 साल )

  • डॉक्टर ऑफ़ फिलोसॉफी इन एग्रीकल्चर
  • डॉक्टर ऑफ़ फिलोसॉफी इन एग्रीकल्चर बायोटेक्नोलॉजी
  • डॉक्टर ऑफ़ फिलोसॉफी इन एग्रीकल्चरल एंटोमोलॉजी

6. एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनने के लिए भारत के प्रमुख इंस्टिट्यूट की लिस्ट

  • केन्द्रीय मात्स्यिकी शिक्षा संस्थान, मुंबई
  • डॉ. पंजाब राव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय (पी.के.वी.), अकोला, महाराष्ट्र
  • डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी (आई.एस.पी.यू.एच. एंड ई.), हिमाचल प्रदेश
  • आचार्य एन.जी. रंगा कृषि विश्वविद्यालय, (ए.एन.जी.आर.ए.यू.), हैदराबाद, आंध्र प्रदेश
  • कृषि विश्वविद्यालय, उदयपुर
  • आणन्द, कृषि विश्वविद्यालय, आणन्द, गुजरात
  • असम कृषि विश्वविद्यालय (ए.ए.यू.), जोरहाट, असम-785013
  • विधान चन्द्र कृषि विश्वविद्यालय (बी.सी.के.वी.वी.), पश्चिम बंगाल
  • बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बी.ए.यू.) रांची, झारखंड
  • केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय (सी.ए.यू.), इम्फाल, मणिपुर
  • गोविंद वल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जी.वी.पी.ए.यू. एवं टी) पंतनगर, उत्तर प्रदेश
  • गुजरात कृषि विश्वविद्यालय, सरदार कृषि नगर दांतीबाड़ा (बनासकांठा)
  • भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली
  • भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर
  • इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय (आई.जी.के.वी.वी.), कृषकनगर, रायपुर

7. एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनने हेतु एंट्रेंस एग्जाम की लिस्ट

  • MP PAT (Madhya Pradesh Pre Agriculture Test)
  • EAMCET (Engineering Agricultural And Medical Common Entrance Test)
  • AGRICET (Agriculture Common Entrance Test)
  • UPCATET (Uttar Pradesh Combined Agriculture And Technology Entrance Test)
  • JET (Joint Entrance Test)

8. एग्रीकल्चर साइंस का सिलेबस

एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनने के लिए खेती से संबंधित कई विषयों का अध्ययन करना पड़ता है और उन विषयो की जानकारी प्राप्त करनी पड़ती है।

एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनने के लिए एग्रोनॉमी, प्लांट ब्रीडिंग एंड जेनेटिक्स, सोइल साइंस, एग्रीकल्चर इकोनॉमिक्स जैसे विषयों की पढ़ाई करनी पड़ती है।

9. एग्रीकल्चर साइंस के कोर्स की फीस

अगर हम एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनने के लिए एग्रीकल्चर साइंस के फिस के बारे में बात करें तो, इसकी सालाना फीस 200000 से लेकर ₹300000 तक होती है।

हालांकि यह फीस हर कॉलेज मे अलग अलग होती है।अगर आप सरकारी कॉलेज से इस कोर्स को करते हैं तो आपकी फीस कुछ कम हो सकती है।

10. एग्रीकल्चर साइंटिस्ट के रूप में कैरियर

एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनने के लिए हमने नीचे चार ऐसे एरिया बताए हैं, जहां पर इनकी काफी डिमांड है।इस एरिया में कौन से काम करने होते हैं। हमने उसकी भी जानकारी दी है।

  • फूड साइंस
  • प्लांट साइंस
  • एनिमल साइंस
  • मिट्टी साइंस

#1 फूड साइंस

इसमें एक एग्रीकल्चर साइंटिसट का मुख्य काम होता है कि वह खाने की सभी सामग्रियों की क्वालिटी को चेक करें। इस काम को करने के लिए एग्रीकल्चर साइंटिस्ट को महीने की सैलरी के रूप में 30000 से लेकर ₹50000 मिलते हैं। इसकी डिमांड लगभग हर फूड मेकिंग कंपनी में होती है।

#2 प्लांट साइंस

इसमें एग्रीकल्चर साइंटिस्ट को विभिन्न प्रकार के पौधों की उपज को बढ़ाने के लिए और पौधों को सूखने से बचाने के लिए रिसर्च करनी पड़ती है। इसके अलावा वह बीज की क्वालिटी और फसलों के अच्छे पोषण के लिए आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी करते हैं।

#3  एनिमल साइंस

इसमें एग्रीकल्चर साइंटिस्ट को जानवरों से प्राप्त होने वाले पदार्थ जैसे कि दूध,मछली, मांस और अंडा पर रिसर्च करनी होती है और इन सभी सामग्रियों का उत्पादन ज्यादा हो, इसके लिए प्रयास करना पड़ता है।

#4 मिट्टी साइंस

इसमें एक एग्रीकल्चर साइंटिस्ट को अलग-अलग प्रकार की मिट्टियों के ऊपर रिसर्च करनी होती है।वह मिट्टी की उर्वरता, प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं|

 11. एग्रीकल्चर साइंटिस्ट की सैलरी

अगर हम एग्रीकल्चर साइंटिस्ट की सैलरी के बारे में बात करें, तो हमारे भारत देश में इनकी सालाना सैलरी 10 लाख के आसपास हो सकती है और जैसे-जैसे इनका अपने क्षेत्र में अनुभव बढ़ता जाता है, वैसे वैसे ही इनकी सैलरी में भी बढ़ोतरी होती जाती है।

एक एग्रीकल्चर साइंटिस्ट की अधिक से अधिक सालाना सैलरी 34 लाख के आसपास हो सकती है। इसके अलावा इन्हें पीएफ और ग्रेजुएटी का लाभ भी मिलता है तथा इन्हें रिटायरमेंट के बाद पेंशन भी मिलती है।

आपकी और दोस्तों

तो दोस्तों यह था कृषि वैज्ञानिक एग्रीकल्चर साइंटिस्ट कैसे बने, हम आशा करते हैं कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप सब को पता चल गया होगा कि एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनने के लिए क्या करना पड़ता है|

यदि आपको हमारी इस आर्टिकल से हेल्प हुई है तो प्लीज इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ फेसबुक और व्हाट्सएप पर अवश्य शेयर करें|

क्योंकि हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोगों को एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनने की पूरी जानकारी मिल पाए धन्यवाद दोस्तों|

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