टोपीवाला और बंदर की कहानी Story in Hindi ( नकलची बंदर की कहानी )

Topiwala aur Bandar story in hindi – नमस्कार भाइयों कैसे हो आप लोग आज हम आपके सामने एक और कहानी लेकर आए हैं इसका नाम है टोपीवाला और बंदर की कहानी. इस कहानी में हम आपको नकलची बंदर के बारे में बताएंगे और यह स्टोरी बहुत ज्यादा प्रसिद्ध और पॉपुलर है

हम आपसे यह रिक्वेस्ट करेंगे कि आप की स्टोरी को पूरे अंत तक पढ़े ताकि आपको इस कहानी को शेयर करने के पीछे हमारा मेन मकसद और उद्देश्य क्या है इसके बारे में पता चल पाए और इसी के साथ हम आपको बताएंगे कि इस कहानी को पढ़ने के बाद आपको क्या सीख लेनी चाहिए

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चलिए दोस्तों ज्यादा समय बर्बाद ना करते हुए आज की कहानी की हम शुरुआत करते हैं

Topiwala aur Bandar story in hindi with Moral
टोपीवाला और बंदर की कहानी हिंदी में (  नकलची बंदर की कहानी )

Topiwala aur Bandar ki kahani story

एक टोपी वाला था वह अपने गांव से दूसरे गांव में हर रोज टोपी बेचने के लिए जाता था. दूसरे गांव में पहुंचने के लिए उसको एक जंगल को पार करना होता था

उस जंगल में बहुत सारे बंदर रहते थे, यह दिन रोज की तरह टोपीवाला अपनी टोपी बेचने के लिए दूसरे गांव में जा रहा था. वह धीरे-धीरे जंगल को पार कर रहा था.

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धूप बहुत तेज थी इसलिए टोपीवाला बहुत ज्यादा थक गया था चलते चलते क्योंकि उसके गांव से दूसरे गांव में जाने के लिए बहुत बड़ा जंगल का रास्ता उस को पार करना पड़ता था

उसने सोचा कि क्यों ना थोड़ी देर आराम कर लिया जाए और उसने अपने टोपियों से भरा संदूक पेड़ के नीचे रखकर वहां पर आराम करने लग गया

क्योंकि टोपीवाला बहुत ज्यादा थक गया था इसलिए आराम करते करते उसको कब नींद आ गई टोपी वाले को पता ही नहीं चला और वहां गहरी नींद में सो गया

उसके बाद अचानक से जब टोपी वाले की आंखें खुली तब उसने देखा कि उसके संदूक से सभी टोपिया गायब है और उसने जब आसपास में देखा और पेड़ की और देखा तब वहां पर उसने देखा कि सभी बंदर के सिर पर उसकी टोपियां हैं

अब उसको यह समझ में नहीं आ रहा था कि इन बंदरों से मैं अपनी कॉपी कैसे वापिस पाऊंगा. यह देखकर टोपी वाले को बहुत ज्यादा गुस्सा आया उसने नीचे से एक पत्थर उठाया और बंदरों की तरह मारने लगा

टोपी वाली की नकल करते हुए बंदरों ने भी पेड़ से फल तोड़कर टोपी वाले की तरफ देखना शुरु कर दिया

अब टोपी वाले के दिमाग में बात समझ में आई कि यह बंदर नकलची हैं और मैं जैसा करूंगा यह लोग भी वैसा ही करेंगे. टोपी वाली के दिमाग में यह आइडिया आया कि यदि मैं अपनी टोपी जमीन पर फेंक देता हूं तब हो सकता है कि यह बंदर भी अपने सर से टोपी निकाल कर नीचे फेंक देंगे

टोपी वाले ने अपनी सर की टोपी निकालकर नीचे फेंक दी और जैसा टोपी वाले ने सोचा था वैसा ही हुआ सभी बंदरों ने अपनी सर से टोपी निकाल कर नीचे फेंक दी

टोपी वाले ने तुरंत ही अपनी सभी टोपी को उठाकर अपने संदूक में भर लिया और तुरंत ही उस जंगल से खुशी-खुशी अपनी टोपी बेचने के लिए दूसरे गांव में चला गया

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इस कहानी से हमको क्या सीख मिलती है दोस्तों

Moral of this Story

दोस्तों इस कहानी से हमको यह सीख मिलती है कि समझ-बूझ से आपको हर स्थिति में काम लेना चाहिए. यदि आप अपने दिमाग का इस्तेमाल नहीं करेंगे और गुस्से में आकर कोई भी काम करोगे तब इसका परिणाम बुरा हो सकता है

इसलिए चाहे परिस्थिति कितनी भी खराब हो आपको सूझबूझ से उस प्रॉब्लम का समाधान निकालना है. यदि आप अपने दिमाग को शांत रखेंगे और अच्छे से सोचेंगे कि किस तरीके से मैं इस प्रॉब्लम का सलूशन निकाल सकता हूं तब आपको कहीं ना कहीं से कोई ना कोई आईडिया मिल जाएगा

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आपकी और दोस्तों

दोस्तों यह था टोपीवाला और बंदर की कहानी ( cap seller and monkey story in hindi ) हम उम्मीद करते हैं की आज की यह स्टोरी पढ़कर आपको बहुत अच्छी सीख मिली होगी

यदि आपको हमारी नकलची बंदर की कहानी पसंद आई हो तो कृपया करके इस स्टोरी को दोस्तों के साथ Facebook WhatsApp Twitter और Google plus पर जरुर शेयर करें

ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को समझ में आ जाएगी अगर परिस्थिति उनके विपरीत हो तब उनको उस कंडीशन में क्या करना सही होता है धन्यवाद दोस्तों

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