क्या सपने सच होते है या नहीं | कौन से सपने सच होते हैं

सपने देखना हर किसी को अच्छा लगता है, क्योंकि सपना इंसानों का एक अहम हिस्सा होता है जिस तरह हम लोग के लिए सोना, जागना, और खाना जरूरी होता है उसी तरह हमारे लिए सपने आना भी जरूरी होता है, पर क्या सपने सच होते हैं क्योंकि कई लोगों का ऐसा मानना होता है कि सपने सच होते हैं।

हम जो भी सोते समय देखते हैं, वह सब कुछ सच हो जाता है या फिर इसके पीछे कुछ और कारण होता है, अगर हम विज्ञान की मानें, तो हमें ऐसा सिर्फ इसलिए होता है जो कुछ हम दिन भर करते रहते हैं उन्हीं घटनाओं को हम सोते समय देखते हैं या फिर हमारे मस्तिष्क में जो घटना घर कर जाती हैं।

वह हमारे सोने के बाद एक पिक्चर की भांति चलती रहती हैं और इन्हीं हम सपना कहते हैं, कुछ लोगों का कहना होता है कि यह सच हो जाते हैं हम लोग जो भी सोते समय देखते हैं अगले दिन वह सच हो गयें, या हमारे सामने होता दिख जाता है जिससे हम बहुत ज्यादा हैरान हो जाते हैं पर अगर हम इसमें विज्ञान की बात करें।

तो वैसे सिर्फ इसे एक इत्तेफाक कहते है कि हां कभी कभी ऐसा हो सकता है कि ऐसा हो जायें, पर हर बार ऐसा हो, यह नहीं हो सकता है क्योंकि कोई भी अपने कल को नहीं देख सकता है वह सारे लोगों ने तो सपनों को भविष्य से जोड़ कर देखा है कि हम इनके द्वारा भविष्य को देखते हैं।

हम पहले ही पता लगा सकते हैं, कि हमारे कल में क्या होने वाला है तो आज हम आपको बताएंगे, कि सपने सच होते हैं या नहीं, या फिर यह सब लोगों के मन का भ्रम होता है, या इनके पीछे किसी और चीज का हाथ होता है, क्योंकि सपने हमें बिना बात के नहीं आते हैं।

क्या सपने सच होते है या नहीं?

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यदि हम बात करें, कि सपने सच होते हैं तो इसके अलग अलग थ्योरी हमें देखने के लिए मिल जाएगी, क्योंकि आज तक किसी ने भी पता नहीं लगा पाया है कि यह सच होते हैं या नहीं, तो आज हम आपको बताएंगे, कि इनके पीछे आने की क्या कहानी है, और यह सच होते भी हैं या नहीं।

1. सपनों के पीछे की सच्चाई

अगर हम सपनों की बात करें, तो यह हमें हमारे दिनचर्या की वजह से आते हैं यदि हमें सपने ना आये, तो हम सो भी नहीं पाएंगे, क्योंकि आप एक ही चीज देख देखकर बोर हो जाओगे, जिसकी वजह से जरूरी है कि आपको सपना आयें, जिससे आप अच्छी नींद ले सकें।

पर कभी ऐसा सपना आ जाता है जिसके बाद अगले दिन वह सच हो जाता हैं तो इनके पीछे यह होता है कि कभी हमारा मस्तिष्क उन तरंगों को छू लेता है जो हमारे भविष्य में आने वाला होता है, ऐसा पर होता बहुत ही कम है, कि हम ऐसी चीजों को देख सकते है।

पर ज्यादातर इनके आने का कारण हमारी थकान होती है, कहते हैं जितना ज्यादा हम थककर सोएंगे, उतने ही हमें अच्छे और गहरे सपने आते हैं जिससे हम अच्छी नींद पूरी कर पाते हैं और जो कुछ भी हम दिन भर करते हैं, जिन्हें भी मिलते हैं वही सब हमारे सपनों में हमें दिखाई पड़ते है।

2. कौन से सपने सच होते है

अगर हम बात करें, कि कौन से सपने सच होते हैं तो जब हम सुबह के समय जो देखते हैं वह ज्यादातर सच हो जाते हैं, क्योंकि इस समय हमारा दिमाग अलग ही दुनिया में चला जाता है जिसके बाद कभी कबार ऐसा होता है कि हमने जो भी देखा होता है वह हमारे सामने सुबह हो जाता है जिससे हम काफी ज्यादा परेशान होते हैं।

हमें ऐसा लगता है कि हमने भविष्य देख लिया हो, और कभी कबार तो ऐसा रोजाना होता रहता है जिस वजह से हमें ऐसा लगता है कि हमारे अंदर कोई ऐसी शक्ति आ गई है, जिससे हम भविष्य देख सकते हैं क्योंकि जो भी हम सपना देख रहे हैं वह हकीकत में जब बदलते देखते हैं तो हमें ऐसा ही फील होता है।

पर असल में ऐसा कुछ भी नहीं होता है यह सब आपके दिमाग की तरंगों की वजह से होता है, जो कभी कबार उस स्थिति पर चली जाती हैं जहां पर आप ऐसा कुछ अनुभव कर सकते हैं जिससे हम कह सकते हैं, कि अगर आप सुबह के सपने देखते हैं तो वह सच हो जाते हैं पर सभी सपने सच हो, ऐसा भी नहीं होता है कभी कबार तो रात के बीच के सपने भी सच हो जाते हैं।

जिनसे हम कह सकते हैं कि यह सब हमारी तरंगों की वजह से ही होता है, और अगर हम इनमें साइंटिस्ट की बात मानें, तो उनका कहना होता है कि हां ऐसा हो सकता है पर यह अभी किसी भी प्रकार से सिद्ध नहीं हो पाया है उन्होंने कई प्रकार के शोध किए हैं पर ज्यादातर शोध में यह निकल कर आया है कि सपने सच नहीं होते हैं, बहुत ही कम शोध है जो यह बता सकते हैं कि हां यह सच होते हैं।

3. झूठे सपनों की सच्चाई

यदि हम बात करें, कि सपने झूठे कौन से होते हैं तो हमारे 90% सपने झूठे ही होते हैं हम जो कुछ भी देखते हैं वह सिर्फ हमारी कल्पना होता है, हम दिन भर जो करते हैं या फिर हमने भविष्य में जो भी काम किया हुआ होता है, वही हम सब सोते समय देखते हैं ऐसा इसलिए होता है कि जब हम लोग निद्रा अवस्था में जाते हैं।

तो उस समय भी हमारा दिमाग चलता रहता है और वह कुछ ना कुछ सोचता रहता है, जिस वजह से वह कभी कबार इतने पीछे चला जाता है कि हमें ऐसा लगता है कि हम अपने बचपन में आ गए हो, या फिर कभी इतना आगे चला जाता है कि हम भविष्य में आ गए हो, पर ऐसा कुछ भी नहीं होता है।

वह सिर्फ हमारी कल्पना मात्र होती है जिन्हें हम सपनों के रूप में देखते हैं वैसे तो सभी सपने ही झूठे होते हैं, पर जो दिन के समय देखे जाते हैं उनका कोई भी अर्थ नहीं होता है क्योंकि दिन के समय हमारा दिमाग सही से सो नहीं पाता है, जिस वजह से हम दिन के समय जो कुछ भी देखते हैं वह सब ही झूठा होता है।

हां कभी कभी ऐसा हो जाता है कि हम जो सपने देखते हैं उनके अर्थ निकलकर आ जाते हैं, जो आपको कई विशेषज्ञ बता देते है, कि सपनों के अर्थ क्या होते हैं तो इससे हम यह पता लगा सकते हैं कि सभी सपने सच नहीं होते हैं बल्कि इनमें बहुत सारे सपने सिर्फ हमारा भ्रम होता है यानी कि हमारी कल्पना मात्र होते है।

कौन से सपने सच होते है जाने पूरी हकीकत

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क्या दिन के सपने सच होते हैं?

मित्रों दिन के समय पर देखा हुआ सपना सच नहीं होता क्योंकि जब हम दिन के समय सोते हैं तब हमारे घर में बहुत ज्यादा शोर शराबा होता रहता है जिसकी वजह से हम को गहरी नींद नहीं आती.

हमारे वह सपने सच होते हैं जो हमको बहुत गहरी नींद में आते हैं और दिन के समय पर हमको गहरी नींद आना संभव नहीं होता क्योंकि थोड़ी थोड़ी देर में हमारी नींद खुली रहती है.

क्या सूर्योदय के बाद का सपना सच होता है?

सुबह 6:00 बजे सूर्योदय होना शुरू हो जाता है लेकिन यदि आप महिला हैं तब आपका सूर्य उदय के समय पर सपना देखना सच नहीं होता.

यदि आप पुरुष है तब थोड़ा चांस है कि वह भविष्य में सच हो जाए लेकिन सूर्योदय के बाद देखा हुआ सपना सच नहीं होता.

क्या दोपहर में देखा हुआ सपना सच होता है?

जैसा कि हमने आपको पहले बताया था कि दिन के समय पर देखा गया सपना आपका कभी भी सच नहीं होता, बहुत सारे लोग दोपहर के समय पर सोते हैं लेकिन चाहे कोई भी मौसम हो दोपहर की तुलना मै रात के समय देखा हुआ सपने का सच होने की संभावना बहुत अधिक होती है.

क्या सुबह के समय देखा हुआ सपना सच होता है?

सुबह के समय भी देखा हुआ सपना सच नहीं होता, अब हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं जिसके बारे में हम अपने अगले पॉइंट में डिटेल में आपको समझाने वाले हैं.

सुबह कितने बजे का सपना सच होता है?

जैसा कि अब तक आपको पता चल गया होगा कि ना तो दोपहर का सपना सच होता है और ना ही दिन में किसी भी समय देखा हुआ सपना सच होता है.

देखो मित्रों जो सपने हमारे सच होते हैं वह हमको उस समय पर आते हैं जिस वक्त हम बहुत ही गहरी नींद में सोए हुए होते हैं.

रात के 2 बजे से लेकर सुबह 5 बजे से पहले देखा हुआ सपना सच होता है, लेकिन इसका कोई भी प्रमाण नहीं है क्योंकि जो सपने हमारे वास्तव में सच होते हैं वह हमको सुबह उठने के बाद याद नहीं रहते.

और जो सपने हमको नींद से जागने के बाद याद रहते हैं वह कभी भी सच नहीं होते. आपको कभी ना कभी यह जरूर महसूस हुआ होगा कि कोई घटना या सिचुएशन होती है जो हमको उस समय पर महसूस होता है कि हमने इसको सपने में देखा था.

तो यही हकीकत है, अब इस बात में कितनी सच्चाई है यह हम नहीं जानते क्योंकि कुछ लोगों का यह कहना होता है कि हमारी जिंदगी में कब और क्या होना है यह पहले से ही तय होता है इसलिए जब कोई घटना या सिचुएशन हमारे साथ होती है तब हमको वह याद आता है कि हमारे भाग्य में वह पहले से ही लिखा हुआ होता है.

निष्कर्ष:

हम उम्मीद करते हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद आपको पता चल गया होगा कि क्या सपने सच होते हैं या नहीं. हमने इस आर्टिकल में आपको बहुत ही अच्छे से समझाने की कोशिश करी है और यदि आपको हमारी आर्टिकल अच्छी लगे तो इसको शेयर अवश्य करें.

ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को यह हकीकत पता चल पाए की कौन से सपने सच होते हैं. आपका इस विषय में क्या मानना है उसके बारे में नीचे कमेंट में अपनी राय जरूर शेयर करें.